पहली मई की आधी रात को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने समूची अमेरिकी जनता के नाम घोषणा की है कि 11 सितम्बर घटना के षड़यंत्रकारी, अल कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में मारे गए। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यह आतंकवाद विरोधी संघर्ष में अमेरिका के द्वारा प्राप्त एक नवनत्तम उपलब्धि है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने अपने भाषण में कहा कि पिछले साल के अगस्त महीने में अमेरिकी खुफिया विभाग ने कड़ी मेहनत से बिन लादेन के बारे में सुराग प्राप्त किया। पिछले हफ्ते हमें पर्याप्त गुप्तचर सूचनाएं हासिल हुईं और मेरे आदेशानुसार बिन लादेन को पकड़ने की कार्रवाई शुरू की गयी। आज अमेरिका की एक सैनिक टुकड़ी ने पाकिस्तान में एक किले पर हमला बोला, उन्हों ने बिन लादेन को मार डाला, अब उन का शव हमारे कब्जे में ले लिया गया है।
सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान के इस्लामाबाद के निकट हुई इस फौजी कार्रवाई में बिन लादेन का एक पुत्र भी मारा गया और बिन लादेन की दो पत्नियां और छह संतानें पकड़ी गयी हैं।
राष्ट्रपति ओबामा ने अपने भाषण में कहा कि बिन लादेन को जान से मारने का यह माइना हुआ है कि न्याय का समर्थन किया गया है और 11 सितम्बर घटने में मारे गए लोगों के परिवारजनों को तसल्ली दी जा सकती है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने कहाः
हम अपने देश की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने कतई नहीं देंगे और हम दृढता के साथ अपनी जनता व मित्रों की रक्षा करेंगे । आज रात हम अल कायदा के आतंकी हमले में मरे लोगों के परिवारों को आश्वासन दे सकते हैं कि अब न्याय प्राप्त हुआ है।
लेकिन ओबामा ने बलपूर्वक कहा कि बिन लादेन की मौत के बाद भी आतंक विरोधी संघर्ष का अंत नहीं हुआ, अमेरिका देश विदेश में आतंकवाद को रोकने का अपना प्रयास करेगा। उन्हों ने कहाः
बीते 20 सालों में बिन लादेन अल कायदा के सरगना व प्रतीक थे, उन्हों ने हम, हमारे मित्रों व मित्र देशों के खिलाफ आतंकी हमलों के षड़यंत्र रचे थे । बिन लादेन की मृत्यु अब तक हमें प्राप्त सब से महत्वपूर्ण सफलता है, लेकिन इस का यह मतलब नहीं है कि हमारे प्रयासों का अंत हुआ, समझा जा सकता है कि अल कायदा फिर आतंकी हमले जारी रखेगा, हमें देश विदेश में अपनी सतर्कता उच्च बनाए रखेंगे।
अपने भाषण में अमेरिकी राष्ट्रपति ने आतंक विरोघी संघर्ष में पाकिस्तान के सहयोग का उच्च मूल्यांकन करते हुए कहा कि बिनलादेन पाकिस्तान में मारे गए हैं, पाकिस्तान और अमेरिका के बीच आतंक विरोधी सहयोग इस सफलता की सब से अहम गारंटी है।
अल कायदा के सरगना बिन लादेन की मृत्यु की घोषणा की जाने के बाद विभिन्न देशों व क्षेत्रों में व्यापक प्रतिक्रियाएं हुईं। अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में देर रात जश्न का माहौल छाया रहा, बहुसंख्यक लोगों ने ह्वाइट हाउस के सामने इकट्ठे हो कर ढोल बजाए और राष्ट्रध्वज फहराते हुए जश्न सा मनाया।
जश्न की भीड़ में अमेरिकी छात्र माउस ने अपनी खुशी बताते हुए कहाः
यह खबर सुनने पर मुझे इतनी खुशी हुई है कि मानो पागल हो गया हूं, यह कितना अविश्वसनीय बात है, यह बिलकुल खुशखबरी है और अमेरिका को इस की जरूरत है और वह बड़ी प्रतीकात्म विजय है।
कैलिफॉर्निया से आयी छात्रा मीरा ने भावविभोर होकर कहा कि दस साल की लम्बी अवधि में अमेरिका को आतंक विरोधी संघर्ष में यह बड़ी उपलब्धि प्राप्त हुई है, यह अमेरिकी लोगों की एकता का सुफल है।
बिन लादेन को मारे जाने की खबर पर विभिन्न देशों की भी प्रतिक्रियाएं हुईं। ओस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री जिराद ने लादेन की मौत की घोषणा सुनने के बाद 2 मई को एक न्यूज ब्रिफींग बुलाकर कहा कि मुझे बिन लादेन की मौत की खबर पर अत्यन्त खुशी हुई है। इस मौके पर मैं अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा और इस सफल कार्यवाही में भाग लेने वाली अमेरिकी सेना को बधाई देती हूं, साथ ही मैं पाक सरकार को भी धन्यवाद देती हूं कि उस के आतंक विरोधी सहयोग से बिन लादेन को मौत की सजा देने की गारंटी हो गयी है।
बिन लादेन की मौत पर जर्मन पुलिस यूनियन के अध्यक्ष विथहोन्ट ने 2 मई को बर्लिन में ऐलान किया कि बिन लादेन की मौत से भी जर्मनी के लिए आतंकी खतरा हल्का नहीं हो सकेगा, जर्मनी अपना आतंक विरोधी कार्य जारी रखेगा।