Web  hindi.cri.cn
चीनी जनगणना में पंजीकृत हांगकांग, मकाओ व थाइवान वासियों और विदेशियों की संख्या सार्वजनिक
2011-04-29 16:35:08

दोस्तो , चीनी राष्ट्रीय सांख्यकि ब्यूरो द्वारा 29 अप्रैल को जारी छठी जनगणना के आंकड़ों से पता चला है कि चीन के भीतरी क्षेत्रों में पंजीकृत हांगकांग , मकाओ व थाइवान वासियों और विदेशियों की संख्या दस लाख 20 हजार से अधिक है । मौजूदा जनगणना में चीन की मुख्य भूमि में उपरोक्त व्यक्तियों के मकसदों , नागरिताओं और क्षेत्रों का उल्लेख भी किया गया है । चीनी जनसंख्या अनुसंधान मामलात विशेषज्ञ ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि यह आइंदे में संबंधित प्रबंधन की नीतियों को संपूर्ण बनाने के लिये लाभदायक है ।

मौजूदा जनगणना का मानक समय पहली नवम्बर 2010 के शुन्य बजा है , यह पहली बार है कि चीन के भीतरी इलाकों में रहने वाले हांगकांग , मकाओ व थाइवान वासियों और विदेशियों को जनगणना में शामिल किया गया है ।

राजधानी आर्थिक व्यापार विश्वविद्यालय के प्रोफेसर , जनसंख्या अनुसंधान विशेषज्ञ ह्वांग रुंग छिंग ने कहा कि बहुत से विकसित देशों में स्थायी रुप से रहने वाले विदेशियों को जनगणना में शामिल किया जाता है , चीन के उत्तरोतर अंतर्राष्ट्रीकरण की स्थिति में इस कदम का भारी महत्व है ।

मेरा ख्याल है कि मौजूदा जनगणना के भारी महत्वों में से एक यह है कि चीन के भीतरी इलाकों में रहने वाले हांगकांग , मकाओ और थाइवान वासियों तथा विदेशियों की संख्या स्पष्ट हो गयी है , यह संबंधित नीतियों के निर्धारण के लिये मददगार सिद्ध होगी ।

चीनी राष्ट्रीय सांख्यकि ब्यूरो ने हांगकांग , मकाओ व थाइवान और विदेशों के उन लोगों को , जो चीन के भीतरी क्षेत्रों में तीन माहों या इस से ज्यादा अवधि में ठहरते हैं , मौजूदा जनगणना की गिनती में शामिल कर दिया है , इन में किसी काम व पर्यटन के लिये अल्पसमय में ठहरने वाले लोग शामिल नहीं हैं । इस रिपोर्ट से जाहिर है कि इस जनगणना में दो लाख तीस हजार से अधिक हांगकोंग वासियों , बीस हजार से ज्यादा मकाओ वासियों , एक लाख 70 हजार से अधिक थाइवान वासियों और करीब 6 लाख विदेशियों ने पंजीकृत कर दिया है । जनसंख्या की दृष्टि से पहले दस देशों का नाम है कोरिया गणराज्य , अमरीका , जापान , म्येन्मार , वियतनाम , कनाडा , फ्रांस , भारत , जर्मनी और आँस्ट्रेलिया । जांच रिपोर्ट से यह भी पता है कि उपरोक्त लोग चीनी की मुख्य भूमि में मुख्यतः वाणिज्य , रोजगार व सीखने के लिये रहते हैं और उन का अधिकांश भाग क्यांगतुंग , शांगहाई , पेइचिंग और च्यांगसू जैसे क्षेत्रों में बिखरता है ।

प्रोफेसर ह्वांग रुंग छिंग ने 2008 में पेइचिंग क्षेत्र में ठहरने वाले विदेशियों की जांच पड़ताल में भाग लिया था , जांच में विदेशियों की संरचना , मकसद , प्रवृति व संतोष आदि विषय शामिल थे । उन की जांच रिपोर्ट से जाहिर है कि पेइचिंग में विदेशियों की संख्या बढ़ने की प्रवृति नजर आयी है , साथ ही देशों की संख्या भी बढ़ रही है , उन का मुख्य मकसद पढ़ना व रोजगार करना है , जो इस जनगणना के परिणामों से मिलता जुलता है । प्रोफेसर ह्वांग रुंग छिंग ने कहा कि चीन में रहने वाले विदेशियों की हातल का तफसील से विश्लेषण करना आवश्यक है , यह आइंदे में चीन में और अधिक अंतर्राष्ट्रीय सुयोग्य व्यक्तियों के आयात और आर्थिक आदान प्रदान के लिये फायदेमंद है ।

उन का कहना है कि भावी विकासक्रम की दृष्टि से देखा जाये , हमारा देश अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से और तेज गति से जा मिलेगा , अब चीन में विदेशियों की संख्या ज्यादा नहीं है , पर चीन के आर्थिक विकास के चलते विदेशियों की संख्या निश्चय ही बढती जाएगी और जनसंख्या का अनुपात भी ज्यादा होगा । विदेशियों का प्रबंधन भी जटिल होगा , इसे ध्यान में रखकर संबंधित नीतियों का निरंतर सुधार करना भी जरूरी है ।

संदर्भ आलेख
आप की राय लिखें
सूचनापट्ट
• वेबसाइट का नया संस्करण आएगा
• ऑनलाइन खेल :रेलगाड़ी से ल्हासा तक यात्रा
• दस सर्वश्रेष्ठ श्रोता क्लबों का चयन
विस्तृत>>
श्रोता क्लब
• विशेष पुरस्कार विजेता की चीन यात्रा (दूसरा भाग)
विस्तृत>>
मत सर्वेक्षण
निम्न लिखित भारतीय नृत्यों में से आप को कौन कौन सा पसंद है?
कत्थक
मणिपुरी
भरत नाट्यम
ओड़िसी
लोक नृत्य
बॉलिवूड डांस


  
Stop Play
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040