ब्रिक्स देशों की तीसरी शिखर वार्ता में भाग ले रहे पांच देशों के नेताओं ने व्यापक मतैक्य प्राप्त किया है और वार्ता के बाद एक साथ संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित हुए।
चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिनथाओ ने कहा कि वार्ता में व्यापक मतैक्य प्राप्त हुआ है और नए सदस्य के रूप में दक्षिण अफ्रीका का हार्दिक स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आदान प्रदान व सहयोग की मज़बूति, विश्व प्रबंध के सुधार, नवोदित बाज़ार देशों व विकासशील देशों के प्रतिनिधित्व व अभिव्यक्ति के अधिकार को बढ़ाना विश्व में चिरस्थाई शांति व समान समृद्धि के लिए हितकारी सिद्ध होंगे।
हू चिनथाओ ने कहा कि ब्रिक्स देश विश्व अर्थतंत्र की तेज़, अनवरत एवं संतुलित वृद्धि को लगातार आगे बढ़ाएंगे, अंतरराष्ट्रीय अर्थतंत्र, वित्त व विकास आदि क्षेत्रों में वार्तालाप, समन्वय व सहयोग को निरंतर मज़बूत करेंगे।
हू चिनथाओ ने कहा कि मौजूदा वार्ता में पारित फलदायी दस्तावेज़ यानी सायना घोषणा पत्र में अंतरराष्ट्रीय अर्थतंत्र, वित्त व विकास आदि बहुत से मसलों पर विभिन्न देशों के नेताओं के मतैक्य जाहिर हुए है, और उन्हों ने भावी सहयोग की योजना बनाई है। ब्रिक्स देशों के बीच वार्ता व सहयोग मज़बूत किया जाना युग धारा के अनुरूप ही नही, विभिन्न सदस्य देशों तथा अंतरराष्ट्रीय समुदायों के समान हितों से भी मेल खाता है।
भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अनुसार विभिन्न देशों ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा व्यवस्था के सुधार में समन्वय को बढ़ाने की इच्छा जतायी है। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों को संयुक्त राष्ट्र तथा सुरक्षा परिषद में समन्वय मज़बूत कर विश्व प्रबंध ढांचे के सुधार को आगे बढ़ाना चाहिए।
ब्राज़िली राष्ट्रपति दिल्मा रुसेफ़ ने कहा कि ब्रिक्स देश जी-बीस के ढांचे में वार्ता करते हुए पारस्परिक एकता के जरिए विकसित देशों समेत समान वैश्विक समृद्धि को आगे बढ़ाएंगे।
दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति ज़ुमा ने कहा कि ब्रिक्स देशों को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था के रूपांतरण को आगे बढ़ाना चाहिए, ज्यादा न्यायपूर्ण व संतुलित विश्व अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना चाहिए।
रूसी राष्ट्रपति मेदवेदेव ने अन्तरराष्ट्रीय स्थिति की चर्चा में कहा कि ब्रिक्स देशों का यह समान मत है कि राजनीतिक व राजनयिक रास्ते से लीबिया सवाल का समाधान किया जाना चाहिए और उन्हों ने शांति वार्ता के लिए अफ्रीकी संघ के प्रयासों की प्रशंसा की।
(श्याओ थांग)