चीन के दक्षिण-पश्चिम भाग में स्थित युननान प्रांत के खुनमिंग शहर में साल का चारों मौसम एक जैसा ही रहता है। बारहों माह में सदाबहार जलवायु के साथ-साथ फूलों की खुशबू भी बिखरी होती है। इसलिए इस शहर को वसंत का शहर भी कहा जाता है। हरेक साल के दिसंबर माह में खुन मिंग शहर के हेइ लुंग फिआयो पार्क यानी श्याम ड्रैगन तालाब उद्यान में आलूचे के फूलों से लदे पेड़ अपने आप में अनोखे दिखते है। आज के चीन का भ्रमण कार्यक्रम में हम आपको इस बाग के साथ-साथ प्राचीन काल की इमारतों की भी सैर करायेंगे और आलूचे के फूलों की महक और संमोहन से भी परिचय करायेंगे।
हेइ लुंग फिआयो पार्क खुन मिंग शहर के उत्तरी क्षेत्र में शहर से कोई 12 किलोमीटर दूर पहाड़ों में स्थित है। पहाड़ की तलहटी में पहुँचते ही आपको आलूचे के पेड़ों के नीचे लोगों का तांता लगा दिखाई देंगे। साथ ही जो लोग फोटो खींचने के शौकिन होते हैं वे आपको फोटो खींचते हुए भी दिखाई पड़ेंगे। लुंग छुएन चश्मे जाने के रास्ते पर दोनों तरफ युन नान प्रांत की विभिन्न जातियों की ऐतिहासिक कलाकृतियां सजी होती हैं जो लोगों को अतीत के सफर का अनुभव देती हैं। एक पर्यटक ने हमारे संवाददाता से कहा कि हरेक साल वह अपने परिवार के लोगों के साथ इस जगह आलूचे के पेड़ और फूल देखने आती है।
हर साल इस समय हमलोग पूरे परिवार के साथ यहाँ आते हैं। इस समय हमलोग एक बार नहीं बल्कि कई बार आते हैं। यह जगह बहुत सुंदर है। मैं इसकी सुंदरता का वर्णन अपने शब्दों में नहीं कर सकती हूँ।
लुंग छुएन चश्मे के दोनों किनारों पर सफेद फूलों वाले आलूचे की जंगल सी लगती है, आलूचे का सुमन बहार आने के वक्त सफेद फूल खूब खिलते हैं और चारों तरफ हल्की हल्की महक फैल रही है। चीन में आलूचे के पुष्प स्वच्छता और सुशीलता का प्रतीक माना जाता है, जिस का उपमा सुचरित्र लोगों से किया जाता है। लुंग छुएन चश्मे के पास खड़े आलूचे के पेड़ों पर लदे सफेद फूल ऊंची जगह पर देखने से इतना मोहक लगता है मानो सफेद फूलों का बादल हवा में लहरा रहा हो। आलूचे का बहार आया, फूलों का बादल छाया, सफेद फूल देखने में लगता है कि कोई रुपहला जेड के वृक्ष खड़े हो, गुलाबी रंग का फूल यों दिखाई देता है मानो प्रेम में डूबी लड़की शर्मिंदा हुई खड़ी हो, फूल पुष्प विविध अदा और मुद्रा में खिले हैं जो अद्भुत समां बांधते हैं।
दस साल पहले, चीन के श्यानसी प्रांत से खुनमिंग में आकर बसे वांग जी एक बार भी यहाँ आना नहीं भूलते। वे कहते हैं कि वे कुछ दिल पहले भी यहाँ आकर आलूचे के फूल देखने का लुत्फ लिया था, लेकिन विडियो कैमरे का स्टैंड नहीं ले आने के कारण फूलों के फोटो उतने अच्छे नहीं लगते है। सो उनकी आशा है कि इस बार बढ़िया फोटो खींचेंगे। उन्हों ने संवाददाता से कहाः
वसंत का शहर नाम से मशहूर खुनमिंग में बर्फ नहीं गिरता। फिर भी आलूचे के फूल बहुत सुंदर दिखते हैं। जाड़े के मौसम में पेड़ फूलों से लदे होते हैं और उस पर पत्तियाँ नहीं हैं। ये फूल सूर्य की रोशनी में एक अलग ही चमक फैलाते हैं और एक अलग प्रकार का अनुभव देते हैं।
आलूचे के फूलों की घाटी में आगे चलते हुए संवाददाता को युन नान प्रांत के फोटोग्राफी संघ के सदस्य चांग हुंग मिले। वे उस समय आलूचे के फूलों को कैमरे में उतारने में व्यस्त थे। उन्होंने कहाः
हेइ लुंग फियाओ पार्क में आलूचे के फूलों ने यहाँ के निवासियों के दिल में एक दर्शनीय पर्यटन स्थल का रूप ले लिया है। लोग यहाँ पर अवश्य आते हैं। विशेषकर बहुत से लोग परिवार के साथ यहाँ आना पसंद करते हैं। जाड़े के मौसम में यहाँ का वातावरण लोगों को वसंत जैसा सुखद एहसास देता है। मेरे विचार में यहाँ की सुंदरता अत्यन्त मनोरम है।
साल ब साल गुजरे, चांग हुंग का पुराना रील वाला कैमरा अब डिजिटल कैमरे में बदल चुका है लेकिन चांग हुंग का आलूचा फूलों के प्रति प्यार अभी भी वैसा ही बना रहा है। उनकी आशा है कि वे आलूचे के फूलों के हर लमहे के सौंदर्य को अपने कैमरे में कैद कर रख सकेंगे और फिर एक आलूचा फूलों की फोटोग्राफी एक्जीविशन लगाएं। उन्हों ने कहाः
आलूचे के फूलों के फोटो खींचने के लिए मेरी लगन इस मुहावरे के द्वारा वर्णित किया जा सकता है कि मैं आलूचे के फूलों पर लट्टू हुआ हूँ। वर्तमान में हजारों लोग आलूचे के फूलों की फोटोग्राफी करने लगे हैं। सभी लोगों की अपनी अपनी तकनीकें हैं और अपना अपना रिकार्ड। अगर अवसर मिला तो भविष्य में हमलोग एक प्रदर्शनी का आयोजन कर सकते हैं।
इस साल के आलूचे के फूल उत्सव में हेइ लुंग फियाओ उद्यान में 17000 आलूचे वृक्षों की प्रदर्शनी लगी जिसमें 200 विभिन्न फूलों की प्रजातियाँ हैं। इस प्रदर्शनी का आयोजन लगभग 87 एकड़ जमीन में किया गया है। उद्यान के भीतर आलूचे के फूलों से जुड़ी कलाकृतियों को भी पेश किया गया है। इसमें आलूचे के फूलों और लोगों के सामान्य जीवन से जुड़े आलूचे की वस्तुओं को भी रखा गया है। इस उद्यान के प्रबंधन कमेटी के सदस्य निए जी ने कहाः
खुन मिंग के हेइ लुंग फियाओ उद्यान में आयोजित आलूचा फूलों का उत्सव दूसरे शहरों से अलग विशेषता वाला है। हमलोग यहाँ फूलों के अलावा दूसरे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी देख सकते हैं। इस साल मुख्य तौर पर इस उद्यान की संस्कृति, इतिहास, रीति-रिवाज, लोक कथा और लोकगीत जैसे कार्यक्रमों को भी शामिल किया गया है। दूसरे शहरों में आयोजित होने वाले फूलों का उत्सव इस मायने में यहाँ से अलग है। इसलिए कहा जा सकता है कि यहां के आलूचा फूलों के उत्सव में खुन मिंग के आलूचे के फूलों की विशेषता छाई हुई है।
पिछले साल से अलग इस साल उद्यान में कई और विशेष कार्यक्रम को शामिल किया गया है, जिन में खरगोश वर्ष में वसंत का आगमन, लुंग छुएन चश्मे पर आलूचे का सौंदर्य और रुपहला पुष्प का स्रोत आदि आठ थीम शुमार हैं। उत्सव में प्रदर्शित फूलों की प्रजातियां भी पहले से अधिक है। इस साल आलूचे के फूल भी पिछले साल की तुलना में 20 दिन पहले ही खिलने शुरू हो गये। इस साल फूल जल्दी क्यों खिले, इस सवाल के जबाव में पार्क प्रबंधक ने कहाः
जैसा कि सभी लोगों को पता है कि वर्ष 2010 में चीन में अभूतपूर्व सूखा पड़ा था। इस सूखे और पिछले साल के नवंबर माह के उच्च तापमान और शुष्क मौसम का भी फूलों के जल्दी खिलने पर प्रभाव पड़ा है। इसलिए फूलों का मौसम भी जल्द आ पहुँचा है। पहले नव वर्ष के समय मुश्किल से आलूचे के फूल देखने को मिलते थे, लेकिन इस साल तो नव वर्ष के समय फूल खिलने का मौसम ही शुरू हो चुका था। इसलिए बहुत सारे पर्यटकों को आश्चर्य भी हो रहा था कि पहले नये साल पर आलूचे के फूल नहीं दिखाई पड़ते थे, लेकिन इस साल तो चारों तरफ फूल ही फूल नजर आ रहे हैं। बहुत ही मनोरम है।
खुनमिंग का हेइ लुंग फियाओ उद्यान चीन के दस बड़े आलूचे के फूलों के उद्यानों में से एक है। वह चीन का दूसरा सबसे बड़ा प्राकृतिक आलूचा उद्यान भी है, उद्यान में 13000 आलूचे के पेड़ हैं, इन के अलावा गमलों में भी 4000 वृक्ष उगे हैं और 200 से अधिक फूलों की प्रजातियां हैं। आलूचे के फूलों की अवधि को बढाने के लिए इस उद्यान ने सछवान प्रांत से 400 गमलों के विशेष किस्म के आलूचे के फूल मंगवाये हैं, जिसे वसंत त्यौहार के समय पर्यटकों के लिए दिखाए गये थे। इस वर्ष चीनी नव वर्ष की छुट्टी पर बहुत सारे खुन मिंग शहर के लोग और दूसरे जगहों के पर्यटकों ने भी इस उद्यान में लगे आलूचे के फूलों का आनंद उठाया।