जापानी परमाणु रिसाव से पैदा हुए रेडियोधर्मी प्रदूषण,जिस पर बहुत सारे लोगों का ध्यान केंद्रित है,के बारे में चीनी मौसम व परमाणु सुरक्षा के विशेषज्ञों ने कहा की उसे हाल में चीन पर प्रभाव नहीं पड़ेगा।
विश्व मौसम संगठन व अंतर्राष्ट्रीय आणुविक ऊर्जा एजेंसी के अधीन पेइचिंग के पर्यावरण संबंधी RSMC केंद्र के इंजीनियर चो बिन ने कहा कि फिलहाल जापान के आसमान पर पश्चिमी हवा चल रही है और आगामी दिनों में भी ऐसी स्थिति जारी रहेगी। निचले वायुमंडल में परमाणु रिसाव से पैदा हुए रेडियोधर्मी प्रदूषण का मुख्य रूप से जापान की उत्तर-पूर्वी क्षेत्र पर असर पड़ेगा। जब कि चीन जापान के पश्चिम में स्थित है, साथ ही उस के बीच जापान सागर, कोरियाई प्रायद्वीप, पीला सागर व पूर्वी चीन सागर मौजूद हैं। नई समुद्र धाराओं व लहरों के पूर्वानुमान के अनुसार, परमाणु रिसाव से पैदा हुए रेडियोधर्मी प्रदूषण समुद्र धाराओं व लहरों के साथ जापान की उत्तर पूर्वी तट यानी प्रशांत महासागरीय के उत्तरी क्षेत्र पर असर पड़ेगा। इसलिये इसका चीन पर प्रभाव नहीं पड़ेगा।
इस के अलावा पर्यावरण संरक्षण ब्यूरो के परमाणु व रेडियोधर्मी सुरक्षा विभाग के शोधकर्ता छन शाओछीयु ने भी यह बताया कि नवीनतम परीक्षण के परिणाम के मुताबीक चीन में रेडियोधर्मी का कोई लक्षण नहीं देखा गया है। इसलिये लोगों को इस पर चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है।
(रमेश)