दोस्तो , तिब्बती नव वर्ष चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश का सब से महत्वपूर्ण परमपरागत त्यौहार माना जाता है । तिब्बती पंचांग के अनुसार इस साल पांच मार्च को तिब्बत का नव खरगोश वर्ष मनाया जा रहा है । नव वर्ष का आगमन नजदीक आने के साथ साथ समूचे तिब्बत में त्यौहार मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं , तिब्बती जाति के लोग परम्परागत तौर तरीकों के जरिये अपने घरों को सजाने में व्यस्त हैं , सारा ल्हासा शहर त्यौहार की खुशियों में डूब रहा है ।
तिब्बत के नव खरगोश वर्ष की खुशियां मनाने के लिये सारे ल्हासा शहर में खुशियों की हर्षोल्लासपूर्ण लहरें दौड़ रही हैं , पोताला महल रंगारंग रेश्मी फीतों से सुसज्जित हुआ है , चुलाखान मठ के चौक पर भीमकाय छेमर बाल्टी में रंगीन घी से तैयार सुंदर फूल और गेहूं की बालियां लगायी गयी हैं , ल्हासा शहर की सभी छोटी बड़ी सड़कों में रंगीन लालटेनों व ताजे फूसों से सजधज की वजह से नया निखार आया है ।
दिन की सुबह गेछू नामक एक तिब्बती गृहिणी अपने घर की सफाई करने और छेमर सजाने और प्रसादी बनाने में संलग्न हुई है । उस ने कहा कि शुभचिन्ह के लिये नव वर्ष के प्रथम दिन से पहले बहुत ज्यादा आवश्यक चीजें तैयार करना जरूरी है ।
उन्होंने इस का परिचय देते हुए कहा कि अब जीवन में बड़ा सुधार आया है , लोग काफी आधुनिक व आसान जीवन प्रणाली पर ज्यादा जोर देते हैं , पर हालांकि समय बदलने के साथ साथ वसंत त्यौहार के स्वरूप में भी बदलाव आया है, पर इस त्यौहार मनाने के तौर-तरीके अब भी बरकरार हैं और तिब्बती लोगों के मन में इसका विशेष स्थान हासिल है।
तिब्बती पंचांग के अनुसार 12वें महीने में प्रवेश होकर तिब्बती परिवार नव वर्ष मनाने की सिलसिलेवार तैयारियां शुरु कर देते हैं । हरेक परिवार आने वाले वर्ष में शानदार फसलों व सुख चैन के लिये अवश्य ही काष्ठ से भाग्यशाली बाल्टी बनाता है , इस के अलावा मक्खन से विविधापूर्ण पकवान , मेवा , ताजा फल , पत्थर चाय आदि जरुरी चीजें तैयार करता है और ये सारी चीजें नव वर्ष की पूर्ववेला में परम्परागत तरीकों से घर के आले या हाँल में रख देता है ।
नोसांग ल्हासा शहर की तान शुंग कांऊटी का एक साधारण चेरवाहा है , इधर सालों में तिब्बती लोगों की खरीददारी स्पष्टतः बढ़ गयी है , उस ने इसे ध्य़ान में रखकर नव वर्ष के उपलक्ष में ल्हासा शहर की रौनकदार सड़क पर याक मिट बेचने के लिये एक बूथ किराये पर लिया है ।
उस ने कहा कि नव वर्ष के उपलक्ष में बहुत ज्यादा तिब्बती लोग खरीददारी के लिये ल्हासा आते हैं , हम इस का फायदा उठाकर हर वर्ष के इसी वक्त यहां पर मिट बेचने आते हैं । हमारा यह बिजनेज भी साल ब साल फलता फूलता है । ( आवाज 3-----)
तिब्बती नव वर्ष मनाने के लिये टीवी मिलन समारोह की तैयारियां भी जोरों पर हैं , हररोज तिब्बती जन बृहत भवन में पांच सौ से ज्याता तिब्बती लोग सांस्कृतिक प्रस्तुति देखने जाते हैं । शहरवासी टेंजिन ने यह प्रस्तुति देखने के बाद कहा इस वर्ष की सांस्कृतिक प्रस्तुति के विषय बहुत विविधतापूर्ण हैं और स्थानीय जातीय विशेषताओं से युक्त भी हैं , देखने में बड़ा अच्छा लगता है ।
सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन तिब्बती लोगों के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण है , इसे ध्यान में रखकर तिब्बत के विभिन्न सांस्कृतिक विभागों ने व्यापक समुदाय के लिये विविधतापूर्ण सांस्कृतिक महफिले तैयार कर दिये हैं । ल्हासा शहर के जन कला भवन के प्रधान ने हमारे संवाददाता के साथ बातचीत में कहा कि तिब्बत की विभिन्न जातियों का जीवन स्तर उन्नत होने के चलते लोगों की मानसिक मांग भी बढ़ती रही है । लोगों की मांगों को पूरा करने के लिये इस वर्ष में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के विषय , रूप और शौ पहले से अधिक हो गये हैं ।
उन्होंने इस की चर्चा में कहा कि इस वर्ष वसंत त्यौहार के एक महीने के बाद तिब्बती नव वर्ष का आगमन आता है , हम ने सांस्कृतिक गतिविधियां जारी रखने के लिये संबंधित विभागों से सांस्कृतिक गतिविधियों को बखूबी बनाने का अनुरोध किया है । वसंत त्यौहार के दौरान हम ने हान व तिब्बती समेत सभी जातियों के लिये पांच शौ नृत्यगान जैसे प्रोग्रामों का बंदोबस्त किया , अब तिब्बती नव वर्ष के उपलक्ष में हमने विशेष तौर पर तिब्बती लोगों के लिये पांच शौ की लोकप्रिय सांस्कृतिक प्रस्तुतियां तैयार कर दी हैं ।
यदि ये रंगारंग सांस्कृतिक प्रोग्राम तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की सरकार द्वारा स्थानीय लोगों को दिया गया नव वर्ष का उपहार माने जाते हैं , तो इस से और बेहतर उपहार कहलाने लायक जो है , वह सरकार द्वारा स्थानीय वासियों के लिये जारी कई उदार नीतियां ही हैं ।