रूस की राजधानी मास्को के डोमोडेडोवॉ इंटरनेशनल एयर पोर्ट में 24 जनवरी को आत्मघाती आतंकी हमला हुआ। रूसी आपात स्थिति विभाग के सूत्रों के अनुसार हमले से 35 लोगों की जानें चलीं और 180 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। रूसी राष्ट्रपति डमिट्री मेडवेडेव ने उसी दिन बयान देते हुए इस घटना को आतंकी हमला करार दिया। यों अब तक किसी ने इस की जिम्मेदारी नहीं ले ली, किन्तु अधिकांश विश्लेषणों का मानना है कि यह घटना रूस के उत्तरी कोकेसेक क्षेत्र के आतंकवादी संगठन ने रची होगी।
यह जबरदस्त विस्फोट डोमॉडेडोवो हवाई अड्डे के अन्तरराष्ट्रीय फ्लाइट हॉल के मुख्य द्वार पर हुआ था। रूसी टोही व जांच कमेटी की आरंभिक जांच से जाहिर है कि विस्फोटक 5 से 10 किलोग्राम टी एन टी के बराबर बारूद था, जिस में सशक्त मारक धातु की चीजें भरी थीं। इसलिए विस्फोटक बहुत शक्तिशाली था जिस से 200 से अधिक लोग हताहत हो गए। मृतकों में दो ब्रिटिश नागरिक भी शामिल हैं।
रूसी टोही व जांच कमेटी के प्रवक्ता ने कहा कि ईलेक्ट्रोनिक आई वीडियो टेप से यह पता चला है कि विस्फोट के पूर्व तीन संदिग्ध पुरूष मेटल डिटेक्टर से बचकर हॉल के अन्दर घुस आए थे। जांचकर्ताओं का मानना है कि यह घटना एक आत्मघाती विस्फोट हमला होगा, इसलिए रूस ने आतंकी हमले से संबंधित कानून के मुताबिक उसे अपराधिक मामला घोषित किया है। संबंधित विभागों ने तीनों संदिग्ध लोगों की तलाश करने की कार्यवाही शुरू की है। रूसी समाचार एजेंसी के अनुसार अब विस्फोट घटना स्थल पर संदिग्ध आतंकियों के शव के टुकड़े बरामद किए गए है। हालांकि अभी तक किसी ने इस की जिम्मेदारी लेने की घोषणा नहीं की है, फिर भी अपराध रचने के तरीके तथा उस के उद्देश्य के विश्लेषण से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि रूस के उत्तरी कोकेसक इलाके के उग्रवादी इस्लामी सशस्त्र शक्ति, खासकर चेचन्या विद्रोही आतंकी इस के जिम्मे होंगे।
इस भयानक विस्फोट घटना पर रूस सरकार ने बड़ा ध्यान दिया है। रूसी राष्ट्रपति मेडवेडेव ने घटना के तुरंत बाद हवाई अड्डे पर पहुंच कर आपात मीटिंग बुलायी और घटना की जांच व बचाव कार्य के बारे में निर्देश दिए और उन्हों ने इस विस्फोट घटना को आतंकी हमला करार दिया। श्री मेडवेडेव ने रूस के विभिन्न हवाई अड्डों तथा बड़े व प्रमुख यातायात केन्द्रों को विशेष सुरक्षा कदम उठाने का आदेश दिया और सुरक्षा बल तैनात करवाये। इसके अलावा उन्हों ने 25 तारीख को स्वी़टरजर्लैंड में डावॉस सम्मेलन में भाग लेने जाने का समय भी टाल दिया। रूसी प्रधान मंत्री पुतिन ने आपात तौर पर स्वास्थ्य मंत्री को बुलाकर घटना स्थिति के विकासक्रम की जानकारी ली और मास्को के मेयर और मास्को स्टेट के गवर्नर ने भी उसी दिन हवाई अड्डे पर पहुंच कर बचाव कार्य का संचालन किया।
मास्को हवाई अड्डे पर हुई यह विस्फोट घटना से अन्तरराष्ट्रीय समाज भी सतब्ध हुआ। संय़ुक्त राष्ट्र संघ, यूरोपीय संघ, नाटो और अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी आदि के नेताओं ने हमला घटना की कड़ी निन्दा की और मृतकों पर शोक प्रकट किया। संयुक्त राष्ट्र सुररक्षा परिषद ने 24 तारीख को बयान जारी कर इस विस्फोट घटना की कड़ी निन्दा की और सभी रूपों के आतंकवाद पर प्रहार करने का पक्का संकल्प दोहराया. अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने कहा कि यह एक पापी आतंकी हरकत है, वे इस की कड़ी निन्दा करते हैं। श्री ओबामा ने यह भी कहा कि अमेरिका हर समय रूस सरकार को उस की जरूरी मदद देने को तैयार है। यूरोपीय संघ ने उसी दिन कहा कि वह रूस को तकनीकी समर्थन और सहायता देने को तैयार है।
इस विस्फोट के बारे में विश्लेषकों का कहना है कि डोमोडेडोवो अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पूर्वी यूरोप के सब से श्रेष्ठ तीन एयर पोर्टों में से एक है। वह रूस के आधुनिकीकरण में प्राप्त उपलब्धियों का एक प्रमाण माना जाता है। साथ ही वह रूसी राष्ट्रपति मेडवेडेव के जल्द ही डावॉस विश्व आर्थिक मंच में विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रस्तुत एक प्रतीकात्मक मुद्दा है। इसलिए इस विस्फोट घटना के पीछे स्पष्टतः विशेष अर्थ छिपा है। इस के अलावा डोमोडेडोवॉ हवाई अड्डा रूस के सब से व्यस्त हवाई अड्डों में से एक है, विस्फोट से यह व्यक्त हुआ है कि हवाई अड्डे में सुरक्षा प्रबंध काम में समस्य़ाएं मौजूद हैं। पहले यानी 2004 में यह घटना भी घटित हुई थी कि इस हवाई अड्डे के कर्मचारियों के अवैध संचालन के कारण दो महिला आत्मघाती हमलावर अलग अलग तौर पर दो विमानों पर चढ़ने में कामयाब भी हुई थी, जिस से जो हमला घटना हुई थी उस में 90 लोग मारे गए थे।