वैसे देखा जाय तो वर्ष 2010 में चीनी फुटबाल टीम ने कई मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया । उदाहरण के लिए वर्ष 2010 पूर्वी एशियाई चैंपियनशिप में चीन ने दक्षिण कोरिया को हराकर चैंपियनशिप जीती। गौरतलब है कि इससे पहले चीनी टीम 32 साल तक दक्षिण कोरियाई टीम को नहीं हरा सकी थी। कुछ मैत्री मैचों में भी चीनी टीम का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा, जैसे उसने पूर्व विश्व चैंपियन फ्रांस और जर्मनी फुटबाल बनदेसलिग की शक्तिशाली टीम स्टगर्ट को हराया ,जो सचमुच चीनी फुटबाल प्रेमियों के अनुमान के बाहर था । इस साल के अंत में मैसेडोनिया को हराने के बाद युवा कोच को होंग प के नेतृत्व में चीनी फुटबाल टीम ने विभिन्न यूरीपीय टीमों के मुकाबले में पांच मैच जीते। लेकिन खेद की बात है कि ये सभी दोस्ताना मैच थे और इस साल के सब से महत्वपूर्ण मुकाबले यानी एशियाड में चीनी टीम का प्रदर्शन खराब रहा ।
मैसेडोनिया के साथ हुई प्रतियोगिता के बाद चीनी टीम के खिलाडी हुआंग प वन ने हमारे संवाददाता को बताया कि चीनी टीम अच्छे फार्म से काफी दूर है ।उन्होंने कहा ,इस वक्त हमने अपने सबसे अच्छी फार्म नहीं दिखायी ।इसकी जरूरत नहीं है ।हम चाहते हैं कि एशिया कप में हम सबसे अच्छा प्रदर्शन कर सकें।
हुआंग प वन के विचार में यह सिर्फ एक दोस्ताना मैच है । वहीं मैसेडोनिया टीम के सभी सदस्य नामी नहीं है और वह असली फुटबाल स्तर नहीं दिखा सकती ।उन्हें लगता है कि ऐसे मैचों में कुछ शक्ति रिजर्व करना बेहतर है ।
अंतरराष्ट्रीय फुटबाल संघ द्वारा हाल में जारी ताजा वरीयता क्रम में चीनी टीम 87वें स्थान पर है ।इस साल उनकी प्रतिद्विदियों में सिर्फ 6 टीमें पहले 50 स्थान में हैं ।चीनी टीम ने जो 9 टीमों को हराया था ,उनमें से सिर्फ दो विश्व के पहले पचास स्थानों में शामिल हैं ।चीनी टीम के बैकवर्ड तु वेइ ने बताया कि वार्म अप मैच फार्म सुधारने का तरीका है ,जिसका ज्यादा महत्व नहीं है ।खिलाडियों के लिए अहम बात यह है कि वे अगले साल होने वाले औपचारिक मैचों में मैच की सही लय के साथ खेलेंगे ।उन्होंने बताया , बडी प्रतियोगिता से पहले सर्वश्रेष्ठ फार्म दिखाना वास्तव में अच्छी बात नहीं है ।मुझे लगता है कि लगातार अच्छी फार्म दिखाना बेहतर है।
क्योंकि चीनी फुटबाल संघ के आला अधिकारी वर्ष 2010 में अस्थिर रहे ।इसलिए चीनी राष्ट्रीय पुरुष फुटबाल टीम के लिए निश्चित लक्ष्य तय नहीं किया गया ।पूर्वी एशियाई फुटबाल चैंपियनशिप से क्यांगचो एशियाड तक चीनी टीम के कोचों ने टीम के खिलाडियों को आजमाने की रणनीति अपनायी । आने वाले एशिया कप फुटबाल की चर्चा करते हुए चीनी टीम के मुख्य कोच को होंग पो ने बताया कि एशिया कप में हम पहले की रणनीति नहीं बदलेंगे यानी युवा खिलाडियों की भूमिका को प्राथमिकता दी जाएगी ,क्योंकि चीनी फुटबाल का सबसे बडा लक्ष्य विश्व कप के मैदान पर उतरना है ।उन्होंने कहा , हमें आशा है कि प्रतिभावान युवा खिलाडियों को अभ्यास के अधिक मौके प्रदान किये जाएंगे ।हमारे लिए अगली जून के बाद वाले मैच असली परीक्षा होंगे ।