"मैं क्वांगचो 2010 पेरा एशियाई खेल समारोह का उद्घाटन घोषित कर रहा हूं।"
क्वांगचो आलम्पिक केंद्र के स्टेडियम में आयोजित उद्घाटन समारोह में चीनी उप प्रधान मंत्री ली को छांग ने बुलंद आवाज में पेरा एशियाई खेल समारोह का उद्घाटन घोषित कर दिया है । आगामी सात दिनों में एशियाई पेरालम्पिक कमेटी के 41 सदस्यों से आये दो हजार पांच सौ विकलांग खिलाड़ी 19 इवंटों के मैचों में भाग ले रहे हैं ।
चीनी पेरालम्पिक कमेटी के अध्यक्ष वांग शिन श्येन, एशिय़ाई पेरालम्पिक कमेटी के अध्यक्ष ज़ानल अबु ज़ारिन, अंतर्राष्ट्रीय पेरालम्पिक कमेटी के अध्यक्ष फिलिप क्रेवन आदि आदरणीय मेहमान उद्घाटन समारोह में उपस्थित हुए। अबु ज़ारिन ने अपने भाषण में मौजूदा खेल समारोह के महत्व की चर्चा करते हुए कहा
"मात्र इस स्टेडियम में ही 80 हजार समर्थक एकट्ठे हो चुके हैं , कहने की कोई जरूरत नहीं है कि और लाखों करोड़ों लोगों की निगाहें मीडिया के माध्यम से मौजूदा खेल समारोह पर टिकी हुई है , इस से पेरालम्पिक की भावना और अधिक प्रदर्शित हो जायेगी।"
उस रात को दो घंटे लम्बा उद्घाटन समारोह प्रवेश रस्म , सांस्कृतिक प्रस्तुति और ज्वलंत इन तीनों भागों में बटा हुआ है । जिन में पेरा खिलाड़ियों की प्रवेश रस्म सब से चर्चित है कि 41 देशों व क्षेत्रों से आये खिलाडियों के प्रवेश करने के साथ साथ पेरा खिलाड़ियों की माताओं से गठित ममी टीम भी निमंत्रण पर उद्घाटन समारोह में प्रविष्ट हो गयी है । वे पेरा खिलाड़ी प्रतियोगिता मैदान पर बहादुर खिलाड़ी ही नहीं , इन माताओं का गर्व भी है ।
सांस्कृतिक प्रस्तुति का मुद्दा खूबसूरत दुनिया ही है । सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में विकलांगों की सुखी जीवन बिताने की अपनी तीव्र तमन्ना और कठिनाइयों का सामना करने की अपनी निडर भावना पूर्ण रुप से दर्शायी गयी है । सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के ज्वार पर प्रसिद्ध चीनी गूंगी संचालक च्यांग शिन थ्येन की सांकेतिक भाषा के अनुसार 60 हजार दर्शकों ने यह बुलंद आवाज उठाई कि "मां मैं आप से प्यार करता हूं","मित्र, मैं आप से प्यार करता हूं", "दुनिया मैं आप से प्यार करता हूं।"
उद्घाटन समारोह के अंत में आलम्पिक आग्नि स्टेडियम में भभकने लगी।
वर्ष दो हज़ार छह में एशियाई पेरालम्पिक कमेटी की स्थापना हुई , यह इस बात का द्योतक है कि एशियाई पेरा खेलकूद कार्य एक नये विकास दौर में प्रविष्ट हो गया है । क्वांगचो पेरा खेल समारोह एशियाई पेरालम्पिक कमेटी की स्थापना के बाद आयोजित प्रथम पेरा एशियाई खेल समारोह ही है और पेरा एशियाई खेल समारोह व एशियाड पहली बार एक ही शहर में आयोजित हैं , जिस का असाधारण महत्व है और है आदर्श मिसाल भी ।
मौजूदा पेरा एशियाई खेल समारोह को सफल बनाने के लिये क्वांगचो शहर ने पिछले दो साल में कड़ी मेहनत की है । 25 हजार स्वयंसेवक विशेष ट्रेनिंग लेकर पेरा खिलाड़ियों की सेवा उपलब्ध कराने को तैयार हैं , साथ ही शहरी इलाकों में बडे पैमाने पर सुधार कर अबाधित पथ स्थापित हुए हैं , साथ ही अनेक चौराहों पर बहराओं के लिये सड़क पार करने के विशेष सिगलन तंत्र भी लगाये गये । इस के अलावा प्रतियोगिता मैदानों व ट्रेनिंग स्टेडियमों में डाक्टर , नर्स और मालिश मास्टर भी भेजे गये हैं, खिलाड़ी गाव में व्हीलचेयरों व कृत्रिम अंगों की मरम्मत आदि सेवाओं का बंदोबस्त भी किया गाया ।
एशिय़ाई पेरालम्पिक कमेटी के अध्य़क्ष अबु जारिन ने 11 दिसम्बर को संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा कि क्वांगचो पेरा एशियाई खेल समारोह का तैयारी काम बेमिसाल है, पेरा एशियाई खेल व एशियाई खेल समारोह एक ही शहर में आयोजित हैं, जिस का पेराएशियाई खेल के विकास के लिये भारी महत्व है ।
बेशक, पेरा खिलाड़ी पेरा एशियाई खेलों का मुख्य पार्ट हैं । उन के लिये यह जरुरी है कि न सिर्फ मैचों में अच्छा प्रदर्शन दिखाने व स्वर्ण पदक बटोरने की कोशिश की जाये , बल्कि दुनिया को अपनी अदम्य भावना , तंदुरुस्ती व बुद्धिमत्ता भी अच्छी तरह प्रदर्शित की जाये ।