दोस्तो , चीन हान जाति समेत अन्य 55 अल्पसंख्यक जातियों से गठित एक बहुजातीय देश है । चीनी राष्ट्रीय जातीय मामलात आयोग के प्रधान यांग चिंग ने हाल ही में संबवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा कि 11 वीं पंचवर्षीय योजना यानी 2006 से 2010 तक के दौरान चीनी अल्पसंख्यक जातियों और जातीय क्षेत्रों के आर्थिक व सामाजिक विकास में सब से तेजी आयी है , शहरों व गांबों की सूरत में सब से बड़ा परिवर्तन हुआ है , साथ ही विभिन्न जातियों को सब से ज्यादा लाभ हुआ है , जिस से जातीय क्षेत्रों के सर्वांगीर्ण खुशहाल समाज के निर्मार्ण में काफी मजबूत आधार तैयार हो गया है ।
चीन की एक अरब 30 करोड़ जनसंख्या में हान जाति को छोड़कर अन्य 55 अल्पसंख्यक जातियों की कुल आबादी दस करोड़ से अधिक है । चीन ने अल्पसंख्यक जातिबहुल क्षेत्रों में जातीय स्वशासन लागू हो गया है । समूचे चीन में कुल पांच स्वायत्त प्रदेश , 30 स्वशासन प्रिफेक्चर और 120 स्वशासन कांऊटियां उपलब्ध हैं , जबकि जातीय स्वशासन क्षेत्र समूची चीनी भूमि का 60 प्रतिशत से अधिक बनते हैं ।
2006 से लेकर आज तक चीनी जातीय क्षेत्रों की वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद और वित्तीय आय में औसत दो अंकों की रफ्तार से वृद्धि बनी रही है , जो समूचे देश की औसतन वृद्धि दर से अधिक है । समग्र आर्थिक शक्ति बड़ी हद तक बढ़ गयी है । राष्ट्रीय जातीय मामलात आयोग के प्रधान यांग चिंग ने इस परिचय देते हुए कहा जातीय क्षेत्रों का आर्थिक व सामाजित विकास समूचे देश की विकास रफ्तार से तेज है , अपनी तुलना में यह परिवर्तन और कहीं अधिक बड़ा है । गत वर्ष तक कुल राष्ट्रीय आर्थिक मूल्य में जातीय क्षेत्रों का अनुपात 5.1 प्रतिशत बढ़ गया है ।
11 वीं पंचवर्षिय योजना के दौरान चीन सरकार ने जातीय क्षेत्रों के राजमार्गों व जल मार्गों जैसे आधारभूत संस्थापनों के निर्माण में कुल एक खरब 67 अरब से अधिक चीनी य्वान जुटाये हैं ।जातीय क्षेत्रों के आर्थिक ढांचे के समायोजन और विशेषता वाले श्रेष्ठ उद्योगों के विकास को गति दी गयी है । स्थानीय सामाजिक गारंटी व जनजीवन के सुधार को बढावा मिला है । 2009 में जातीय क्षेत्रीय गांवों की अति गरीब आबादी एक करोड़ 45 लाख पहुंच गयी है , जो 2001 से आधे भाग से आधिक कम हो गयी है ।
अल्पसंख्यक जातियों व अल्पसंख्यक क्षेत्रीय अर्थतंत्र व समाज के तेज विकास के चलते चीन सरकार ने कम जनसंख्या वाली अल्पसंख्यक जातियों को सहायता बढा दी है । वर्तमान चीन में 22 जातियों की जनसंख्या एक लाख से कम है और वे क्रमशः640 गांवों में बिखरी हुई हैं । प्रधान यांग चिंग ने ठोस कदमों की चर्चा में कहा सर्वप्रथम पूंजी सहायता पर जोर दिया जाता है , आम तौर पर औसतन एक गांव के विकास में तीस लाख य्वान अनूदित किया जाता है । दूसरी तरफ शिक्षा , संस्कृति व स्वास्थ्य कार्यों को बढावा देने के लिये उदार नीति कार्यांवित की जाती है । तीसरी तरफ सुयोग्य व्यक्तियों के प्रशिक्षण में भी विशेष नीतियां भी लागू की जाती हैं ।
यांग चिंग ने कहा कि कम आवादियों वाली जातियों को ज्यादा धन राशि समर्थन देने का उद्देश्य है कि किसी भी अल्पसंख्यक जाति की विकास गति धीमी आने नहीं दिया जाये ।
आर्थिक विकास को छोड़कर 11वीं पंचवर्षिय योजना के दौरान चीन की विभिन्न अल्पसंख्यक जातियों के पारम्परिक सांस्कृतिक संरक्षण व विरासत में उल्लेखनीय उपलब्धियां भी प्राप्त हो गयी हैं । नये चीन की स्थापना के बाद प्रथम राष्ट्रीय अल्पसंख्याक जातीय सांस्कृतिक कार्य सम्मेलन 2009 में बुलाया गया है , सम्मेलन में अल्पसंख्यक जातीय सांस्कृतिक विकास का निर्देशक कार्यक्रम सुनिश्चित किया गया ।
यांग चिंग ने कहा कि इसी संदर्भ में बचाव व संरक्षण का मामला मौजूद ही नहीं , पारम्परिक विरासत , आविष्कार और विकास भी बेहद महत्वपूर्ण है । एक जातीय संस्कृति के लिये आविष्कार के विना जीवनी शक्ति लुप्त हो जाती है । विभिन्न अल्पसंख्यक जातियों की संस्कृतियों ने चीनी राष्ट्रीय संस्कृति को बड़ी हद तक विविधतापूर्ण बनायी है ।
भावी विकास की चर्चा करते हुए यांग चिंग ने कहा कि चीनी राष्ट्रीय जातीय मामलाय आयोग कम आवादियों वाली अल्पसंख्यक जातियों के विकास को समर्थन देने के जरिये अल्पसंख्यक जातियों व जातीय क्षेत्रों के विकास को बढावा देगा । आगामी 12वीं पंचवर्षिय योजना के दौरान असंतुलित विकास के समाधान पर जोर दिया जायेगा और चीन की विभिन्न जातियों की समान खुशहाली व समान विकास का लक्ष्य साकार किया जायेगा ।