Web  hindi.cri.cn
फूल क्यों इतना लाल हैः "फूल गीत" दुनिया की विरासत
2010-11-08 16:32:14
हरेक पहाड़ी गीत में एक प्रेम कहानी होती है और इन गीतों के बोल में एक इतिहास का वर्णन होता है, गीतों के हरेक गायक-गायिका की अपनी एक दास्तान होती है। उत्तर पश्चिम चीन के इलाकों में ऐसे पहाड़ी गीतों को गुनगुनाने का इतिहास कोई 600 साल पुराना है, वे सचमुच दुनिया को मनमोहक करने वाला विभिन्न जातीयों की सुन्दरता से सुसज्जित एक मनोरम दृश्य है।

फूल गीत उत्तर पश्चिम इलाकों में ऊंची आवाज में गाया जाने वाला पहाड़ी गीत है। पिछले कई सौ सालों से खेतों में खेती कर रहे जवान युवा व युवती, यहां तक कि शिकारी, चरवाह और कारीगर सभी ने फूल गीत की रचना व गीत के धुन को दूर दूर तक फैलाने में अपना योगदान किया है। श्रम के अवकाश समय में वे अपनी जगह में दिल खोल कर "फूल गीत" गाते हैं, हो सकता है कि उनकी आवाज थोड़ी मोटी हो , पर इस से उनकी सच्ची भावना व सौन्दर्य जीवन की ख्वाईश को रोका नहीं जा सकता है। आज खेतों में गुनगुनाया जाने वाला "फूल गीत" खेतों से निकलकर दुनिया की ओर कदम बढ़ा रहा है।

शांगहाए एक्सपो के छिंगहाए प्रांत के हाल में जातीय पोषाक पहने एक पुरूष लोगों के दिल को लुभाने वाली आवाज से फूल गीत गा रहा है। गीत के बोल और उसकी धुन व राग ने देश विदेश के यात्रियों और पर्यटकों के दिल को छू लिया है। लोगों ने अपनी खुशी जताते हुए गड़गड़ाहट तालियों से उसकी सुरीले स्वर की भूरि भूरि प्रशंसा की। गीत के गायक यांग हाए छुन अपने मन की प्रसन्नता को छिपा न सके, उन्होंने कहा कि आज शांगहाए एक्सपो में फूल गीत को प्रवेश कर देश विदेश के मेहमानों के आगे उसे सुनाने का जो गौरव मिला है , यह हमारी एक लम्बी अभिलाषा रही है, आज यह कामना पूरी हो गयी है। उन्होंने कहा इस से पहले "फूल गीत" को केवल खेतों में गाया जाता था, कभी भी नहीं सोचा था कि हम अपने इस पहाड़ी गीत को एक्सपों में लाकर दुनिया के दोस्तों को सुनाएंगे , आज इतने दोस्त इस गीत को सुनने के लिए आए हैं, इस पर हमे बेहद खुशी हुई है।

उत्तेजना और प्रसन्नता के हकदार केवल गायक यांग हाए छुन ही नहीं हैं , स्टेज के नीचे बैठे देश विदेश के दर्शक भी इस के हकदार है। गीत गाने के बाद , चीन में करीब एक साल तक रह चुके मिस्र के एक दर्शक मोहम्मद अपनी सुन्दर पत्नी के हाथों में हाथ डाले तेजी से गायक यांग हाए छुन के पास पहुंचे और उन्हें बताया कि वे "फूल गीत" को बहुत पसंद करते हैं। श्री मोहम्मद ने कहा मैंने इस से पहले "फूल गीत" को नहीं सुना था, अभी अभी मेरी पत्नी ने मुझे बताया कि यह एक चीनी प्रेम लोक गीत है, जो जवान युवा युवती के दिल में बसे प्यार को दर्शाता है, गीत सचमुच बहुत ही लाजवाब है, उसके राग व उसकी धुन भी सुरीले हैं, आशा है कि आप मुझे फूल गीत के बारे अधिक जानकारी देंगे, मैं भी इस गीत को सीखना चाहता हूं, ताकि एक दिन मैं भी अपनी आवाज में इसे अपनी पत्नी के आगे गा सकूं।

फूल गीत को सुनकर उसे पसंद करने वालों में केवल मिस्र के मोहम्मद अकेले सज्जन नहीं हैं। चायना रेडियो इन्टरनेशनल द्वारा आयोजित उत्तर पश्चिम चीन की यात्रा के दौरान इन्टरव्यू गतिविधि में बहुत से विदेशी पत्रकारों ने "फूल गीत" पर गहरी रूचि दिखाई हैं। नाइजीरीया के पत्रकार अदा ने यों तो पहली इस गीत को सुना था, पर उन्होंने अपना अनुभव बताते हुए कहा मुझे पता चला है कि "फूल गीत" चीनी अल्पसंख्यक जातियों का एक प्रेम गीत है , मैंने पाया कि इस गीत के राग और ताल अफ्रीकी संगीत से बहुत मिलते जुलते हैं। इस गीत को सुनने के बाद मुझे अपने घर आने का एहसास हुआ है।

यों तो "फूल गीत" उत्तर पश्चिम चीन के इलाकों में लोगों का एक पसंदीदा गीत है, पर एक लम्बे समय से यह गीत आम तौर पर जवान युवा युवती के बीच प्रेम जताने का एक लोक गीत के रूप में गावों के खेतों व चरगाहों में लोकप्रिय रहा है। आज स्थिति पूरी तरह बदल गयी है। उत्तर पश्चिम चीन के छिंग हाए प्रांत के हूचू काउंटी में गहरी जातीय विशेषता वाली थू जाति शैली से भरपूर एक उद्यान है, थू जाति ने फूल गीत को अपनी जातीय तौर तरीकों से उसे अपनी थू जाति की शैली में उतारकर इस गीत की एक नयी पहचान बनायी है, थू जाति के मनमोहक संगीत और "फूल गीत" के बोल ने ईरान के मेहरान को बहुत ही प्रभावित किया, उन्होंने हमें बताया(आवाज6) हालांकि मैं इस गीत के बोल तो समझ न सका , तो भी गायक की चमकती आवाज और उसके दिल को लुभाने वाले गीत गाने के तरीके व उनकी सच्ची व सादी भावना ने मुझे बहुत प्रभावित किया है।

फूल गीत की सुरीली ताल व राग ने तांजानीया की युवती कैरोलीन को घर की याद में डुबो दिया। उन्होंने भाव विभोर होकर कहा मैं फूल गीत के गायक व गायिका से मिली हूं। इस गीत ने मेरे मन में बहुत हर्षोल्लास भरा है, विशेषकर बिना किसी वाद्ययंत्र के गाने का तरीका हमारे अफ्रीकी संगीत से बहुत ही मिलता जुलता है, गीत को बिना संगीत के साथ गाया है और माइक्रोफोन का भी इस्तेमाल नहीं किया गया है। यूनेस्को ने "फूल गीत" को मानव सांस्कृतिक विरासत की सूची में रखा है, यह एक बड़ा ही नेक काम है, क्योंकि इस तरह केवल चीनी लोग इस गीत का आन्नद ही नहीं ले सकते हैं, बल्कि दुनिया के सभी लोग "फूल गीत" को भी पहचान सकते हैं।

भाषा की विभिन्नता लोगों को "फूल गीत" का आन्नद लेने से नहीं रोक सकती है। "फूल गीत" उत्तर पश्चिम चीन के पठार में खिल रहा एक जातीय सौन्दर्य फूल की कली है, इस गीत ने अनेक देश विदेश के विशेषज्ञों का ध्यान आकर्षित किया है। कानसू प्रांत के "फूल गीत" अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष, लान चओ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर खे यांग ने कहा कि चीन के निरंतर खुलेपन ने विश्व की नजर को अधिकाधिक चीन की जातीय संस्कृति की ओर खींचा है। "फूल गीत" अपनी अनोखी लोक संस्कृति शैली व तौर तरीकों से दुनिया के अधिकाधिक विशेषज्ञों व विद्वानों के ध्यान को इस गीत की ओर आकर्षित कर रहा हैं। श्री खे यांग ने हमें बताया दुनिया के बहुत से देशों के लोगों ने अपनी नजर पश्चिम चीन की ओर डालना शुरू कर दिया है , उन्होंने पाया है कि विभिन्न जातियां समान रूप से लोक गीत को बेहद पसंद करती हैं। मेरी जानकारी के अनुसार, फिलहाल दुनिया में "फूल गीत" पर ध्यान देने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कुछ समय पहले दो जापानी स्कोलरों ने मुझ से भेंट की, उन्होंने "फूल गीत" पर किए अध्ययन की अपनी एक किताब मुझे प्रस्तुत की है। 

उत्तर पश्चिम चीन की स्थानीय संस्कृति के रूप में फूल गीत के वारिस और उसके विकास पर स्थानीय सरकार और संस्कृति मंत्रालय ने भारी महत्व और समर्थन दिया है। 2009 में "फूल गीत" के उदगम स्थान लिंगशिया, कानसू, छिंगहाए और सिनच्यांग आदि प्रांतो व प्रदेशों ने संयुक्त रूप से उत्तर पश्चिम चीन के "फूल गीत" को चीन की सांस्कृतिक विरासत के रूप से संयुक्त राष्ट्र के मानव सांस्कृतिक विरासत प्रतिनिधि ग्रंथ की सूची में शामिल करने के आवेदन में सफलता हासिल की। आज अधिकाधिक लोग चीन के "फूल गीत" को पहचानने लगे हैं और इस निराले व सुरीले गीत को धीरे-धीरे पसंद करने लगे हैं।

संदर्भ आलेख
आप की राय लिखें
सूचनापट्ट
• वेबसाइट का नया संस्करण आएगा
• ऑनलाइन खेल :रेलगाड़ी से ल्हासा तक यात्रा
• दस सर्वश्रेष्ठ श्रोता क्लबों का चयन
विस्तृत>>
श्रोता क्लब
• विशेष पुरस्कार विजेता की चीन यात्रा (दूसरा भाग)
विस्तृत>>
मत सर्वेक्षण
निम्न लिखित भारतीय नृत्यों में से आप को कौन कौन सा पसंद है?
कत्थक
मणिपुरी
भरत नाट्यम
ओड़िसी
लोक नृत्य
बॉलिवूड डांस


  
Stop Play
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040