वाहिद ने हमारे संवाददाता से कहा कि पाकिस्तानी राष्ट्रीय भवन शांगहाई विश्व मेले में सब से पहले निर्मित हो गया है । इस राष्ट्रीय भवन के उद्घाटन होने के बाद बड़ी तादाद में देशी विदेशी राजनीतिज्ञ देखने आते हैं ।
आज के इस कार्यक्रम में हम आप को शांगहाई विश्व मेले में स्थापित पाकिस्तानी राष्ट्रीय भवन के दौरे पर ले चलते हैं । इस दौरा शुरु करने से पहले हम पाकिस्तानी भवन के उप जनरल प्रतिनिधि अबदुल वाहिद का परिचय करा रहे हैं ।
पिचले पांच सालों में अबदुल वाहिद 120 बार चीन का दौरा कर चुके हैं । उन्हों ने पाकिस्तानी राष्ट्रीय भवन के स्थल के चयन , डिजाइन व निर्माण के लिये क्रमशः चीन की 6 कम्पनियों व संस्थाओं के साथ लम्बे अर्से से सहयोग किया है । पाकिस्तानी राष्ट्रीय भवन लाहौर के प्राचीन गढ़ के आधार पर तैयार हो गया है । अबदुल वाहिद इस पाकिस्तानी भवन के हरेक ईंट व खपरैल से एकदम परिचित हैं । अबदुल वाहिद एक चिकित्सक हैं और एक ज्ञानी भी हैं । वे अपनी पूरी शक्ति से पाकिस्तानी भवन का निर्माण पूरा कर बड़े अत्मसंतुष्ट हुए हैं ।
वाहिद ने हमारे संवाददाता से कहा कि पाकिस्तानी राष्ट्रीय भवन शांगहाई विश्व मेले में सब से पहले निर्मित हो गया है । इस राष्ट्रीय भवन के उद्घाटन होने के बाद बड़ी तादाद में देशी विदेशी राजनीतिज्ञ देखने आते हैं ।
वाहिद ने इस की चर्चा में बड़े गर्व के साथ कहा कि हिलारी कलिंगटन के उच्च स्तरीय सलाहकार पाकिस्तानी भवन देखने आये , देखने के बाद उन्हों ने प्रसन्नता के साथ यह लिखा है कि पाकिस्तानी भवन अमरीकी भवन से कहीं बेहतर भी है। इस के अलावा श्रीलंकाई प्रधान मंत्री ने अपने राष्ट्रीय भवन व चीनी भवन को छोड़कर पाकिस्तानी राष्ट्रीय भवन भी देखा है और पाकिस्तानी भवन को विश्व मेले में सब से बेहतर भवनों में से एक मान लिया है ।
पाकिस्तानी वास्तु शैली से युक्त पाकिस्तानी भवन का आकार प्रकार घुमावदार , लहरेदार और अंडेकार निर्माण समूहों में अत्यंत शानदार दिखाई देता है । विश्व मेले के प्रबंधन ब्यूरो के संबंधित व्यक्तियों ने संकेत दिया है कि इस भवन के चीनी डिजाइनर कम्पनियों ने पाकिस्तान के भीतर अनेक बड़े आकार वाले आधारभूत संस्थापनों के निर्माण में भाग लिया है । इस पाक भवन के चीनी डिजाइनरों ने पाकिस्तान द्वारा प्रस्तुत डिजाइन धारणा के अनुसार प्राचीन संभ्यता को आधुनिक ज्ञान विज्ञान के साथ बड़े ढंग से जोड़ दिया है , जिस से शहरी विविधता व सामंजस्य का प्रमुख मुद्दा अभिव्यक्त हुआ है ।
प्रदर्शनी भवन में छूने वाले पर्दे , पानी पर्दे और तीन डी फिल्म जैसे आधुनिक तकनालोजीकल माध्यमों के जरिये पाकिस्तान के इतिहास , संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य दर्शाया जाता है । इन हाई टेक वीडियो ने अंगिनत दर्शकों को आकर्षित कर दिया है । मध्य चीन के आन ह्वी प्रांत के थुंग लिंग शहर के श्री मा पाकिस्तान के प्रदर्शनी भवन में कदम रखते ही हाई टेक के जेलीय पर्दे की फिल्म में दिखाई जाने वाली प्राचीन पाकिस्तानी बुद्ध मूर्तियों पर मोहित हो गया है ।
इस से इतिहास का वर्णन किया जाता है और आधुनिक कतनीकी माध्यमों से चीजें बनायी जाती हैं । मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ है ।
हाई टेक माध्यमों के जरिये पारम्परिक संस्कृति को दर्शाने के अतिरिक्त पाकिस्तानी प्रदर्शनी भवन की एक दूसरी बड़ी विशेषता यह है कि चीन पाक दोस्ती पूर्ण रूप से प्रदर्शित हो गयी है । श्री वाहिद ने कहा कि पाकिस्तानी प्रदर्शनी भवन एक ऐसा मात्र राष्ट्रीय भवन है , जिस के प्रमुख निर्माण पर अपने राष्ट्रीय ध्वज को छोड़कर चीनी राष्ट्रीय ध्वज भी फहराया जाता है । पर्यटकों को प्रदर्शनी भवन में प्रवेश कर सर्वप्रथम दीवार पर चीनी व अंग्रेजी लिपियों में लिखित पाक चीन दोस्ती जिंदाबाद नजर आता है । प्रदर्शनी भवन की दूसरी मंजिल पर विशेष तौर पर पाक चीन दोस्ती का इतिहास क्षेत्र स्थापित हुआ है , पर्यटक इसी प्रदर्शित क्षेत्र में चीन पाक दोनों देशों के पुरानी पीढ़ी के नेताओं और विभिन्न सामाजिक तबकों के दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण संबंधों को सुदृढ़ बनाने के ऐतिहासिक चित्र देख पाते हैं । 1968 में पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री इर्शाद हुसैन ने चीन यात्रा पर स्वर्गीय माओ त्से तुंग को आम भेंट किये । बाद में अध्यक्ष माओ त्से तुंग ने ये आम विभिन्न चीनी मोर्चो पर कार्यरत लोगों को बांट दिये हैं , इस प्रदर्शित क्षेत्र में उक्त घटना से जुड़ी तस्वीरें भी दर्शायी जाती हैं ।
वाहिद ने कहा कि पाकिस्तानी भवन उन भवनों में से एक है , जहां सब से अधिक पर्यटक आ गये हैं , औसतन प्रतिदिन 50 हजार से पर्यटक आते हैं , प्रदर्शनी भवन को उद्घाटित हुए तीन महीनों में कुल चार करोड़ से ज्यादा पर्यटक आये हुए हैं । माहिद ने इस की चर्चा में कहा कि पाकिस्तानी प्रदर्शनी भवन को चीनी प्रदर्शनी भवन को इसीलिये स्वागत मिल गया है , क्योंकि पाकिस्तान के प्रति चीनी जनता गहनी भावना लिये हुई है , न कि वह चीनी राष्ट्रीय प्रदर्शनी भवन के बगल में खड़ा हुआ है ।
कुछ लोगों का मानना है कि पाकिस्तानी प्रदर्शनी भवन में इसीलिये ज्यादा पर्यटक आये हैं , क्योंकि वह चीनी भवन से काफी नजदीक है । पर यह एक गलतफहमी है । लोग इसीलिये हमारे भवन में आते हैं , क्योंकि वे पाकिस्तान को पसंद करते हैं , दूसरा कारण है कि हमारा प्रदर्शनी भवन बहुत खूब सूरत है , तीसरा कारण है कि इस प्रदर्शनी भवन में पाक चीन पारम्परिक दोस्ती दर्शायी जाती है । इसलिये लोग पाकिस्तान से परिचित होने की वजह से पाकिस्तानी भवन देखने आते हैं ।
यह बिलकुल सही है , आन ह्वी प्रांत के थूंग लिंग शहर से आये पर्यटक मा ने हमारे संवाददाता से कहा कि चीनी भवन के पास स्थापित कई विदेशी भवनों में उन्हों ने सब से पहले पाक भवन देखने का विकल्प कर लिया है ।
दूसरे देशों की तुलना में मैं पाकिस्तान के बारे में कुछ जानता हूं । क्योंकि पाकिस्तान के साथ हमारे देश का संबंध काफी बेहतर है , दोनों देशों का सहयोग भी बहुत फलदायक है ।
यदि दोनों देशों की पारम्परिक दोस्ती ने चीनी पर्यटकों को मोह लिया है , तो पाक भवन में तैयार पाक व्यंजन के खशबू ने सीधे तौर पर पर्यटकों को अपनी ओर खिंच लिया है । पाक भवन की पहली मंजिल पर खड़े किचन में पाकिस्तान के प्रसिद्ध रयोइया वाहिद खाना पकाने में व्यस्त हैं । वाहिद ने जवान होने पर भी पाक कला पर महारत हालिस कर लिया है । उन्हों ने किचन में चीनी रसोइयों के साथ पर्यटकों के लिये दुग्ध चाय , भुने हुए मिट , पुलाव , पराठा और दही आदि जैसे दक्षिण एशियाई स्वादिष्ट खाने पकाये हैं , चीनी पर्यटकों को खूब पसंद आये है ।
हमारे यहां पाक चावल , पाक दुग्ध चाय और नाना प्रकार वाले पाक खाना पकाये जाते हैं । चीनी पर्यटक चिकन पुलाव , भुना हुआ मिट और पाक दुग्ध चाय बहुत पसंद करते हैं । यहां की सभी सामग्री मुसलमान की है , क्वालिटी भी बहुत बढ़िया है ।
पाक भवन की पहली मंजिल पर पाक शैली युक्त एक बड़ा बाजार भी है। कराची से आये20 वर्षीय अकील रहमान को शांगहाई शहर में आये हुए तीन महीने हो गये हैं । उस का यह बड़ा बाजार फलता फूलता दिखाई देता है ।
काष्ठ कृतियां , जेट सजावटें आदि पाक परम्परागत दस्तकारी वस्तुएं खूब बिकती हैं । चीनी पर्यटकों को बहुत पसंद है , बड़ा मजा आता है । वे यहां पर फोटो खिंचते हैं और माल खरीदने में होड़ सी लगा देते हैं ।