दक्षिणी चीन के क्वांगचो शहर में 16वें एशियाड के आयोजन में बस एक महीना बाकी है।एशियाई खेलों की भावना का द्योतक माने जाने वाला एशियाई खेलों का मशाल बुधवार 12 तारीख को चीन की राजधानी पेइचिंग के थ्यैनथान पार्क में प्रज्वलित किया गया।इस से क्वांगचो एशियाड का मशाल-रिले भी शुरू हुआ।30 दिनों के इस रिले ने चीनी जनता में एशियाई खेलों के प्रति नया उत्साह उजागर किया है।
बुधवार की सुबह क्वांगचो एशियाड के ध्वज और शुभंकर वस्तुओं से सुसजित थ्यैनथान पार्क हर्षोल्लास के सागर में डूब गया।4000 से ज्यादा पेइचिंगवासियों ने यहां इकट्ठा होकर एशियाड के मशाल को प्रज्वलित करने की रस्म देखी।
क्वांगचो एशियाड पेइचिंग आँलिम्पिक खेलों के सफल आयोजन के बाद चीन में होने वाला और एक अंतर्राष्ट्रीय खेल समारोह है।चीनी राष्ट्रीय खेलकूद जनरल ब्यूरो के प्रधान ल्यू फंग ने रस्म में कहाः
"आज 16वें एशियाई खेलों का मशाल चीनी राष्ट्र की महान बुद्धि का प्रतीक माने जाने वाले थ्यैनथान पार्क में प्रज्वलित किया गया है।इस के बाद मशाल-रिले पेइचिंग,हार्पिंग,छांगछुन, शानतुंग और क्वांगतुंग प्रांत के विभिन्न शहरों में किया जाएगा।हम इस रिले से `उत्साहपूर्ण खेल समारोह और सामंजस्यपूर्ण एशिया` की अवधारणा का व्यापक प्रचार-प्रसार करेंगे और एशियाई खेलों के आयोजन का फायदा उठाकर चीनी खेल-कार्य के विकास को नया बढावा देंगे।"
एशियाई आँलिम्पिक परिषद के अध्यक्ष अहमेद फ़हत ने क्वांगचो एशियाई खेलों के मशाल-प्रज्वलन की रस्म में कहा कि खेलों की ताकत प्रबल है,जो विभिन्न देशों के लोगों में संपर्क,समझ व मैत्री को बढा सकती है।हजारों लोग फूलों जैसे सुन्दर क्वांगचो शहर में आकर 16वें एशियाई खेलों का आन्नद उठाएंगे।यह खेल-समारोह क्वांगचो को ऐसा मौका भी प्रदान करेंगे,जिस का लाभ लेते हुए पूरी दुनिया के लोग आपस में सपनों की खुशियां बांध सकते हैं।
कुछ ही देर बाद मशाल-रिले के लिए आयोजित उद्घाटन-रस्म में चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिंगथाओ ने सब से पहले मशाल को मशहूर चीनी खिलाड़ी चांग लिंग के हवाले कर दिया।फिर उन्होंने एलान कियाः
"16वें एशियाई खेलों का मशाल-रिले शुरू हो रहा है।"
इस के बाद मशाल-रिले थ्यैनथान पार्क में शुरू हुआ।तैराक में विश्वचेंपियन रहे चांग लिंग की मशाल को पकड़कर खुशी का ठिकाना न रहा।उन्होंने कहाः
"मैं बहुत व्याकुल हूं।क्योंकि मैं पहली बार मशाल-रिले में भाग ले रहा हूं,बल्कि मशाल पकड़ने की पहली बारी भी मेरी है यानी मशाल सब से पहले मेरे हाथ से गुजरेगा।मुझे सचमुच बड़ा गौरव महसूस हो रहा है। "
चांग लिंग के अलावा समाज के विभिन्न तबकों के अन्य 15 व्यक्तियों ने भी थ्यैन-थान पार्क में हुए मशाल-रिले में हिस्सा लिया।मौके पर उपस्थित पेइचिंगवासी सुंग श्यांग ने हमारे संवाददाता से साक्षात्कार में कहा,
"क्वांगचो एशियाड का मशाल-रिले पेइचिंग से शुरू हुआ है।इस से मुझे बड़ी प्रसन्नता हुई है।सन् 1990 में पेइचिंग एशियाड के दौरान मैं पेइचिंग में ही था और स्वयंसेवक के रूप में काम किया।कहा जा सकता है कि आज शुरू हुए क्वांगचो एशियाड के मशाल-रिले ने फिर एक बार एशियाई खेलों के प्रति लोगों में उत्साह को बढाया है।अगर मौका मिले,तो मैं क्वांगचो जाकर एशियाई खेल देखूंगा।मैं इस से जुड़ी सभी बातों पर ध्यान दूंगा।"
थ्यैनथान पार्क में मशाल-रिले का अंत होने के बाद क्वांगचो एशियाड की पवित्र अग्नि को दो भागों में बांटकर अलग-अलग तौर पर क्वांगचो शहर और पूर्वोत्तर चीन के हार्पिंग शहर तक पहुंचाया जाएगा।कल उस की यात्रा इन दो शहरों से अपनी-अपनी दिशा में शुरू होगी।
ध्यान रहे 16वें एशियाई खेलों का आजोयन आगामी 12 नवम्बर से 27 दिसम्बर तक दक्षिणी चीन के क्वांगचो शहर में चलेगा।क्वांगचो एशियाड के आयोजन का अधिकार प्राप्त चीन का दूसरा शहर है।इस से पूर्व पेइचिंग ने सन् 1990 में 11वें एशियाड की मेजबानी की थी।