19 अगस्त की सुबह 5 चीनी चिकित्सकों समेत 10 सदस्यीय चिकित्सक प्रतिनिधि मंडल ने नॉरमन बैथयून मैमोरियल अस्पताल जिसे पिपुल्स हॉस्पिटल ऑफ थांगशियन काऊंटी के नाम से भी जाना जाता है, का दौरा किया। वहाँ के अधिकारियों ने भारतीय चिकित्सकों को अस्पताल के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस अस्पताल में 400 बिस्तर और 511 मेडिकल स्टाफ हैं, जिनमें 78 प्रतिश्त चिकित्सक तथा नर्सें हैं। 29 प्राध्यापक हैं, 127 मुख्य चिकित्सक हैं, सी.टी, एम.आर.आई, पोलार्ड के अलावा 11 वार्ड हैं। यह चीन के मानक स्तर के अनुसार ग्रेड2 लेवल ए अस्पताल है।हांलाकि, चीन में चिकित्सा खर्च भारत से काफी मँहगा है, जिसे आम जनता के लिए अस्पताल व दवाइयों का खर्च उठाना बेहद मुश्किल है इसे मद्दे नज़र रखते हुए चीन सरकार गाँव में रहने वाले सभी लोगों के लिए ग्रामीण चिकित्सा बीमा(रूर्अल मेडिकल इंश्योरंस) जैसी सुविधा मुहिया कराने का निर्णय ले रही है जिसके तहत मरीज अस्पताल से ठीक होकर जाने के बाद 30 से 40 प्रतिश्त अस्पताल का खर्च देगा तथा अन्य 60 प्रतिश्त का खर्च ग्रामीण चिकित्सा बीमा देगी।
जानकारियों के आदान-प्रदान के बाद अस्पताल के सभा भवन में दान समारोह का आयोजन किया गया। जहाँ थांगशियन काऊंटी के जन सरकार के प्रमुख श्री यांग शियाओनिंग, थांगशियन जन सरकार के उपमहासचिव श्री डिंग यांग, उपाध्यक्ष श्री श्वे हाओयिन तथा नॉरमन बैथयून मैमोरियल अस्पताल के मुख्य अध्यक्ष के अलावा कई गणमान्य अतिथि तथा मीडिया के लोग उपस्थित थे। दान समारोह में भारतीय चिकित्सकों के नेता डॉ. मोहन रेड्डी ने अस्पताल के मरीजों को दवाएं तथा चिकित्सा उपकरण दान में दिए।
दान समारोह के पश्चात भारतीय चिकित्सकों ने चीनी चिकित्सकों के साथ और उनकी मदद से इस अस्पताल के मरीजों का मुफ्त इलाज किया। साथ-साथ ई.एन.टी इलाज के लिए जिन उपकरणों की आवश्यकता होती है, चिकित्सकों ने उसका भी मुआयना किया।
जब डॉक्टर इलाज कर रहे थे तब हम ने भी अस्पताल के मरीजों और नर्सों से कुछ सवाल पूछे। डॉक्टरों द्वारा चिकित्सा उपकरणों की जाँच की गई।
काफी लंबे समय तक अस्पताल के मरीजों का इलाज करने के बाद सब ने मिलकर दोपहर का भोजन किया और प्रस्थान किया हपे प्रांत की राजधानी- शिजियाजुआंग की ओर। थांगशियन काऊंटी से लगभग 3 घंटे का सफर तय करना था। रास्ते में मैंने भारतीय चिकित्सकों के नेता डॉ. मोहन रेड्डी और चीनी चिकित्सकों के नेता डॉ.शन चुंगगुआंग के साथ बातचीत की। आप सुनिए उसके कुछ अंश।और आप अब जो सुनेंगे उससे आप को भी हैरानी होगी।
3 घंटे बाद जब हम शिजियाजुआंग पहुँचे तो सबने एक बार फिर कहा, अरे, हम इतना जल्दी कैसे पहुँच गए। हपे सरकार के विदेश मंत्रालय के डायरेक्टर जनर्ल ने रात के भोजन का आयोजन किया था। भोजन के उपरांत हम ने उनसे बात की।
इस प्रकार संयुक्त चिकित्सा मिशन-भाग 2(Joint Medical Mission Part2) का एक दिन और सफलतापूर्वक समाप्त हुआ। हम अपने अगले कार्यक्रम में आपको बाकि 2 दिनों की विस्तृत जानकारी देंगे, तब तक के लिए इज्जाजत दें, नमस्कार।
हेमा कृपलानी