दोस्तो , मौजूदा विश्व मेले में हिस्सेदारों में से एक होने के नाते थाइलैंड अपने सुंदर राष्ट्रीय प्रदर्शनी भवन को सजधज करने में पूर्ण रुप से संलग्न है । आजकल हमारे संवाददाता विशेष तौर पर थाई राष्ट्रीय भवन के निर्माण की रिपोर्टिंग करने और शांगहाई स्थित थाई जनरल कांसुलर से बातचीत करने के लिये शांगहाई शहर गये ।
जब हमारे संवाददाता थाई जनरल कांसुलर पिरोन लैस्मिट से मिले , तो उन्हों ने सर्वप्रथम शांगहाई विश्व मेले के महत्व की भूरि भूरि प्रशंसा की और इस विश्व मेले में भाग लेने की थाई सरकार व जनता की अभिलाषा जतायी ।
शांगहाई विश्व मेला 2008 में सफल 2008 पेइचिंग आलम्पिक के बाद चीन में आयोजित फिर एक विश्व स्तरीय शानदार समारोह होगा और वह आज की दुनिया में सब से विशाल विश्वव्यापी भव्यदार समारोह भी होगा । थाई जनता बड़ी प्रसन्नता के साथ शांगहाई विश्व मेले के उद्घाटन की प्रतीक्षा में है , थाई सरकार ने इस विश्व मेले में अपरी भागीदारी की तैयारी के लिये शक्तियां जुटा दी हैं।
जनरल कांसुलर पीरोन ने इस का परिचय देते हुए कहा कि 1862 में जब थाइलैंड ने पहली बार अपने प्रतिनिधि मंडल को भेजकर लंदन अंतर्राष्ट्रीय उद्योग व कला मेले में भाग लिया और विश्व मंच पर अपनी छवि दर्शायी , तो इस से इस के बाद के दसियों सालों के थाई विकास पर इतना दूरगामी प्रभाव पड़ गया है कि थाइलैंड के वियापार व पूंजी निवेश को बड़ा बढावा मिला है और अपनी अंतर्राष्ट्रीय छवि भी उन्नत हुई है । तब से लेकर आजतक विश्व मेले में भाग लेने की परम्परा बरकरार रही है ।
पिरोन ने कहा कि थाइलैंड सरकार व जनता शांगहाई विश्व मेले में भाग लेने में उत्साहित ही नहीं , यह विश्व मंच पर अपनी छवि प्रदर्शित करने का एक अच्छा मौका समझती है , साथ ही इस में चीन के साथ थाई गहरा रिशता भी निहित है । उन का कहना है थाइलैंड पहले कई बार विश्व मेले में भाग ले चुका है , पर इस बार यह विश्व मेला पहली बार चीन में आयोजित है । थाइलैंड व चीन दोनों देशों और दोनों देशों की जनता के बीच मैत्री पुरानी है और दोनों देशों का संबंध रिश्तेदार जितना मधुर है , इसलिये थाई सरकार व जनता बड़ी तहदिल से चीन में होने वाले विश्व मेले का समर्थन करती है और इसे भारी महत्व भी देती है ।
पिरोन ने कहा कि मौजूदा विश्व मेले में भागीदारी के लिये थाई सरकार ने सामाजिक विकास व मानव सुरक्षा मंत्रालय को संबंधित कार्य संभालने का पूरा अधिकार सौंप दिया , साथ ही वाणिज्य मंत्रालय , शिक्षा मंत्रालय , पर्यटन व खेल मंत्रालय और थाई संसद के प्रदर्शनी ब्यूरो ने पूरा साथ दिया । इस की चर्चा में उन्हों ने कहा गत नवम्बर को थाइलैंड सरकार के संबंधित विभागों ने शांगहाई विश्व मेले से अवगत कराने के बारे में प्रचार अभियान चलाया , ताकि साधारण थाई लोग विश्व मेले में प्रदर्शित वस्तुओं और डिजाइन धारणाओं की समीक्षा कर सके । पिरोन ने कहा कि थाई राष्ट्रीय प्रदर्शनी भवन की डिजाइन ही व्यापक रुप से विभिन्न पक्षों की राय सुनने से निश्चित हो गयी है । उन्हों ने थाई राष्ट्रीय प्रदर्शनी भवन की विशेषता का उल्लेख करते हुए कहा
थाई प्रदर्शनी भवन की डिजाइन आधुनिकता के बजाये अपने देश की वास्तु कला पर आधारित है , वह थाई वास्तु शैली युक्त भवनों की ठेठ मिसाल है । प्रदर्शनी भवन की भीतरी डिजाइन भी परम्परागत व आधुनिक विशेषताओं पर की गयी है , शहर जीवन को और सुंदर बनाओ वाले शांगहाई विश्व मेले के प्रमुख मुद्दे का साथ देने के लिये थाई भवन का प्रमुख विषय थाई विशेषता अनवरत जीनी तौर तरीक निश्चित किया गया , जिस से चीन व सारी दुनिया के दर्शक दसेक मिनट के दौरे में थाइलैंड के ऐतिहासिक व सांस्कृतिक निचोड़ और आधुनिक समृद्धि महसूस कर पायेंगे । साथ ही थाइलैंड व चीन के बीच आर्थिक व सांस्कृतिक आदान प्रदान व आवाजाही पर भी जोर दिया गया है ।
संवाददाता ने निर्माणधीन थाई राष्ट्रीय भवन के दौरे पर गाढ़ी थाई वास्तु शैली देख ली है , चाहे थाइलैंड के परम्परागत वास्तु शैली युक्त भवन , सजावट डिजाइन , लाल व सुनहरा रंग हो या थाई राष्ट्रीय प्रदर्शनी भवन का मुस्कान लिये शुभांकर थाई क्यों न हो , सब के सब एक बेमिसाल थाइलैंड को दर्शाने को तैयार हैं ।
पिरोन ने कहा कि आधे साल लम्बे शांगहाई विश्व मेले के दौरान कोई 60 दर्शकों के थाई राष्ट्रीय प्रदर्शनी भवन देखने का अनुमान है । वर्तमान आर्थिक मंदी और डावांडोल राजनीतिक स्थिति से पर्यटन उद्योग पर पड़ने वाले कुप्रभाव के मद्देनजर थाइलैंड सरकार मौजूदा विश्व मेले पर बड़ा आशा बांधे हुए है ।
हमें उम्मीद है कि मौजूदा विश्व मेले में प्रदर्शित सच्ची थाई विशेषता , पुराना इतिहास , शानदार संस्कृति , अलग ढंग वाले निर्माण और दर्शनीय प्राकृतिक दृश्य लोगों को थाइलैंड के दौरे पर जाने के लिये प्रोत्साहन देगा और थाई पर्यटन उद्योग को बढावा देगा । व्यापार व पूंजी निवेश के क्षेत्र में हम विश्व मेले के जरिये थाइलैंड के बारे में चीनी उपक्रमों की जानकारी बढाने, थाई कारोबारों के साथ सहयोग करने तथा और अधिक थाई उपक्रमों को चीन में पूंजी लगाने की प्रतीक्षा करते हैं ।
रिपोर्ट के अनुसार थाई प्रदर्शनी भवन में पर्यटक परम्परागत थाई व्यंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी देख पाएंगे । इस के अलावा शांगहाई स्थित थाई जनरल कांसुलेट संबंधित विभागों व कारोबारों के साथ शांगहाई के प्रसिद्ध फैशनेबल स्थल पर विशेषता वाले थाई जलीय बाजार लगाने को तैयार है , जिस से शांगहाई वासी अपने घर पर ही स्वादिष्ट थाई पकवान चखने और थाई वस्तुएं खरीदने में समर्थ होंगे । 13 अप्रैल को थाई नव वर्ष यानी होली और पहली जुलाई को चीन व थाइलैंड के बीच राजनयिक संबंध की स्थापना की 35 वीं वर्षगांठ तथा थाई भवन दिवस जैसी महत्वपूर्ण तिथियों के उपलक्ष में थाइलैंड अहम आयोजन भी कर देगा ।
शांगहाई स्थित थाई जनरल कांसुलेट संबंधित संयुक्त राष्ट्र विभागों व उपक्रमों के साथ शांगहाई के रौनकदार क्षेत्र थाइ फिंग छाओ मानवकृति झील पर थाई विशेषता वाला जलीय बाजार खोलेगा , ताकि शांगहाई वासियों को स्वादिष्ट थाई व्यंजन चखने , थाई माल खरीदने और थाई रूपी मालिश महसूस करने को मिल सके । थाई नव वर्ष यानी होली के दिन यह जलीय बाजार विशेष गतिविधियां भी चलायेगा , मौके पर थाई मित्र शांगहाई वासियों व देशी विदेशी पर्यटकों के साथ धुमधाम के साथ त्यौहार मनायेंगे और सुंदर व सामंजस्यपूर्ण जीवन की प्रार्थना कर देंगे , इसी बीच लोग सच्चे मायने में होली उत्सव के उल्लासपूर्ण वातावरण व थाई परम्परागत नव वर्ष संस्कृति का नया अनुभव करेंगे ।