हाल में आयोजित हुए स्नूकर चाइना ओपन में मशहूर चीनी युवा खिलाडी तिंग छुन हुइ ने दूसरा स्थान हासिल किया। वे फाइनल मैच में ब्रिटिश खिलाडी मार्क विलियम्स से 6--10 से हार गये ,पर चैंपियनशिप के दौरान उनका प्रदर्शन शानदार रहा।
फाइनल मैच के बाद तिंग छुन हुइ ने पत्रकारों को बताया ,आम तौर पर मेरा प्रदर्शन अच्छा रहा । मैंने इस चैंपियनशिप में बहुत कुछ सीखा है । आगे के मैच कैसे होंगे, इसका मुझे भी पता नहीं है, पर मैं पूरी कोशिश करूंगा ।
स्नूकर चाइना ओपन के पांच मैचों में तिंग छुन हुइ ने 21 बार एक क्यू में पचास से अधिक अंक प्राप्त किये ,जो एक कीर्तिमान है ।इसके अलावा स्नूकर चाइना ओपन में दूसरा स्थान हासिल करने के बाद तिंग छुन हुइ अब तक इस सत्र में सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले स्नूकर खिलाडी बन गये हैं। वर्ष 2009--2010 सत्र में यह तीसरी बार है कि तिंग छुन हुइ रैंकिंग श्रृंखलात्मक प्रतियोगिताओं के फाइनल में प्रवेश करने में सफल रहे ।ध्यान रहे पेशेवर स्नूकरक मंच पर एक सत्र में सिर्फ 6 रैंकिग प्रतियोगिताएं हैं । स्नूकर के इतिहास में सिर्फ विश्वविख्यात खिलाडी जोन हिग्गिंस ने 2005--2006 सत्र में यह परिणाम हासिल किया था। इसी कारण चैंपियनशिप जीतने के बाद मार्क विलियम्स ने अपने युवा प्रतिद्वंदी तिंग छुन हुइ की काफी प्रशंसा की। उन्होंने कहा ,अगर तिंग छुन हुइ इसी गति से आगे बढे ,तो वे विश्व चैंपियनशिप जीत सकते हैं। हिग्गिंस और रोनियर ओसुलिवान को छोडकर तुंग छुन हुइ सबसे अच्छे खिलाड़ी हैं।
इधर के कुछ साल तिंग छुन हुइ के लिए आसान नहीं रहे। वर्ष 2007 विंबले मास्टर्स प्रतियोगिता के फाइनल में तिंग छुन हुइ फाइनल मैच में मशहूर आस्ट्रियन खिलाडी ओसुलिवान से 3--10 से हार गये । मैच के बाद तिंग छुन हुइ की आंखों में आंसू आ गए। इसके बाद तीन साल तक उनकी फार्म खराब रही। निर्णायक मैचों में वे अकसर गलतियां करते रहे। उन्हें काफी दबाव का सामना करना पडा ।पर हार व मुश्कलों ने उन्हें मजबूत बनाया है। वर्ष 2009--2010 सत्र में उनकी फार्म वापस लौट आयी।
इस महीने 1 अप्रैल को तिंग छुन हुइ का 23वां जन्मदिन था। उस दिन स्नूकर चाइना ओपन में भाग ले रहे तिंग छुन हुइ ने जन्म दिन मनाने के लिए पत्रकारों के साथ न्यूज ब्रीफिंग हाल में एक सादी पार्टी दी। पत्रकारों की नजर में वे लड़के से एक पुरुष बन गये हैं । उनके पास अधिक अनुभव हैं ,उनकी तकनीक अधिक कुशल व स्थिर हैं और वे अधिक संभलकर मैच खेल सकते हैं । तिंग छुन हुइ का मानना है कि उनमें बडा बदलाव आया है ।उन्होंने कहा ,सबसे बडा बदलाव है कि मैं मैंच में अधिक संलग्न रहता हूं।। इसके अलावा मैच में मेरा दिमाग अधिक शांत रहता है। मैं अकसर मैच की स्थिति का विश्लेषण करता हूं ।
मेजबान होने के नाते चैंपियनशिप हारने के बाद तिंग छुन हुइ के पिता तिंग वन छुन ज्यादा उदास नहीं हैं। वे अपने बेटे के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं। उन्होंने बताया कि वह युवा है और आगे बढ रहा है और उसे लगातार अपने खेल में सुधार करना है। मुझे लगता है कि दो व तीन साल में वह हिग्गिस व स्टेफन हेंद्री के स्वर्णिम दौर में पहुंच सकता है।