चीन व भारत के बीच कूटनीतिक संबंध स्थापना की 60वीं वर्षगांठ की खुशियां मनाने के लिए भारत स्थित चीनी दूतावास ने पहली अप्रैल की रात को नई दिल्ली में सत्कार समारोह आयोजित किया। भारतीय विदेश सचिव निरूपमा राव और विभिन्न जगतों के कई सौ से अधिक अतिथियों ने इस में भाग लिया।
भारत स्थित चीनी राजदूत चांग यान ने भाषण देते हुए कहा कि चीन और भारत की मैत्री का इतिहास कोई हज़ार वर्ष पूराना है। दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध स्थापना की पिछले साठ वर्षों में द्विपक्षीय मैत्रीपूर्ण सहयोग विभिन्न चुनौतियों को पार कर सफल रहे। दोनों देशों के नेताओं द्वारा गत शताब्दी के 50 वाले दशक में प्रस्तुत पंचशील सिद्धांत आज तक अंतरराष्ट्रीय संबंध का निपटारा करने वाला महत्वपूर्ण मापदंड बना रहा है। दोनों देशों का समान विचार है कि चीन भारत मैत्री का विकास करना दोनों देशों व दोनों देशों की जनता के हित में ही नहीं, एशिया व सारी दुनिया की शांति व स्थिरता के लिए भी मददगार सिद्ध होगा। नयी शताब्दी में प्रवेश कर चीन और भारत ने जलवायु परिवर्तन, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट तथा विश्व व्यापार वार्ता आदि क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय समुदाय विशेष कर विकासशील देशों के अधिकारों व हितों की रक्षा करने में फायदेमंद सहयोग किया।
राव ने सत्कार समारोह में भाषण देते हुए कहा कि भारत चीन के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध को महत्व देता है और चीन के साथ सहयोग व पारस्परिक विश्वास को बढ़ाने को तैयार है, ताकि विभिन्न क्षेत्रों में आदान प्रदान व सहयोग को मज़बूत कर सके और विश्व की शांति को आगे बढ़ा सके ।
(श्याओ थांग)