दक्षिण चीन के छोर पर स्थित हाई नान प्रांत का नाम आप को जरुर सुना हुआ ही होगा , क्योंकि हमारे चीन के भ्रमण कॉलम में हम आप के साथ इस प्रांत की राजधानी हाईखो और रमणीय पर्यटन स्थल सान या के दौरे पर गये थे । आज के इसी कार्यक्रम में हम आप को चीन के दक्षिण समुद्र की पूर्वी तट पर स्थित छोटे कस्बा बोऔ देखने ले चलते हैं । अभी हम ने आप को बता दिया है कि छोटा कस्बा बोऔ चीन के दक्षिण समुद्र के पूर्वी छोर पर यानी हाईनान प्रांत के सब से दक्षिण कोने पर अवस्थित है । इस छोटे कस्बे का क्षेत्रफल मात्र दो वर्गकिलोमीटर बड़ा है और जनआबादी दस हजार से कुछ ज्यादा है । 2002 में वार्षिक पोओ एशियाई मंच नियमित रूप से यहां आयोजित किये जाने की वजह से यह छोटा कस्बा दुनिया के मीडियाओं के आकर्षण का केंद्र रहा है । यह कस्बा हाईनान प्रांत की प्रसिद्ध वान छ्वान नदी व दक्षिण समुद्र के संगम पर स्थित है , यहां पर सब से अच्छी तरह संरक्षित प्राकृतिक पारिस्थितिकि क्षेत्र उपलब्ध है , जहां नदी का पानी दक्षिण समुद्र से जा मिलने का मुंह भी है , इसलिये यहां पर पर्वत, नदी , झील , द्वीप , पेडों व बीज, झरने का अद्भुत प्राकृतिक दृश्य भी देखने को मिलता है , साथ ही दस किलोमीटर लम्बा बीज और अनेक दर्लभ द्वीप व नदियां भी बड़ी दर्शनीय हैं । तो यह छोटा समुद्रतटीय कस्बा इतना मशहूर क्यों हैं ,यहां हम आप के साथ इसी छोटे कस्बे के दौरे पर जा रहे हैं ।
बोऔ कस्बा चीन के हाईनान प्रांत के छुंग हाई शहर के अधीन है ,यहां पर एशियाई मंच का सम्मेलन केंद्र सब से ध्यानाकर्षक है , दूर से देखा जाये , तो पूरा सम्मेलन केंद्र एक सफेद भीमकाय सीप मालूम पड़ता है और चारों तरफ आधुनिक समुद्रतटीय शहरी वातावरण व्याप्त रहा है । अव्वल दर्जे वाले सम्मेलन केंद्र को छोड़कर संबंधित संस्थापन, आधुनिक साज सामान से सुसज्जित होटल , बंगला , विश्राम गांव और मनोरंजन संस्थापन भी पाये जाते हैं , जिस से सम्मेलन में भाग लेने आने वाले मेहमानों को सुविधापूर्ण सेवाएं उपलब्ध करायी जाती हैं ।
सम्मेलन केंद्र के अलावा स्वर्ग के नाम से नामी छोटा कस्बा बोऔ अपने अनुपम प्राकृतिक दृश्य , विशेष रीति रिवाज और शांतिमय व सादा जीवन वातावरण से भी विश्वविख्यात है । बोऔ के दक्षिण छोर पर वान छ्वान नदी का मुंह अवस्थित है , जहां से वान छ्वान नदी का पानी समुद्र से जा मिलता है , यहां पर जेट पट्टी नामक एक 8.5 किलोमीटर लम्बा बीच भी बहुत मनमोहित है और देशी विदेशी पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र है । इस जेट पट्टी नामक बीच ने नदी और समुद्र को दोनों भागों के रुप में अलग कर दिया , बीच पट्टी पर खड़े होकर आप को सामने समुद्री लहरें मारते हुए नजर आती है , जबकि पीछे वान छ्वान नदी काफी शांतिमय रूप से आगे बहते हुए दिखाई देती है । स्थानीय गाईड चांग ने कहा कि यह जेट पट्टी बीच एक गिनीय रिकार्ड पर बना हुआ है । उस ने परिचय देते हुए कहा
जब लहरें आती है , तो यह बीच पट्टी दस मीटर से कम होती है , इसीलिये वह गिनीस रिकार्ड पर है , विदेशी विशेषज्ञों ने इस मुहाने को सब से अच्छी तरह संरक्षित प्राकृतिक क्षेत्र का संज्ञा दिया है । उस ने आगे कहा कि सामने समुद्र है और पीछे नदी है , यदि आप को विश्वास नहीं है , तो आप खुद टेस्ट कर सकते हैं , समुद्री लहर का स्वाद नमकीन है , जबकि पीछे नदी का पानी मीठा होता है , यह सचमुच इसी बीच पट्टी की विशेष पहचान ही है । इस के अलावा यहां पर बड़ी तादाद में नारियल पेड भी उपलब्ध हुए हैं।
स्थानीय गाईड ने कहा कि बोऔ में गर्म चश्मा भी बहुत मोहित है , यहां के बहुत से होटलों में गर्म चश्मे से नहाने का बंदोबस्त भी है । यहां के गर्म चश्मे की चर्चा में गाईड चांग ने कहा
यहां का गर्म चश्मा स्वास्थ्य के लिये बहुत असरदार है , संबंधित विशेषज्ञों के विचार में हाईनान का गर्म चश्मा दुनिया में कम मिलता है । गर्म चश्मे का तापमान 70 से 90 डिग्री सेलसियल तक होता है , ऐसे चश्मे में नहाने के बाद बदन हल्का और चमड़ा चिकला लगता है ।
गाईड चांग ने परिचय देते हुए कहा कि बोऔ में जेट पट्टी बीच और गर्म चश्मे के अतिरिक्त स्थानीय विशेषाता वाले निवास और जातीय रीति रिवाज भी देखने लायक हैं , विशेषकर बोऔ कस्बे के बगल में खड़ा नान छ्यांग गांव बहुतचर्चित है । छ्या नाम का पुराना निवास स्थान इसी गांव का प्रथम नम्बर माना जाता है , यह पुराना निवास स्थान काले पत्थरों व ईंटों से बनवाया गया है , देखने में बहुत सादा लगता है , पर वहां पर गाढ़ा आधुनिक जीवन वातावरण व्याप्त रहा है । गाईड चांग ने इस की चर्चा करते हुए कहा
इस पुराने निवास स्थान का निर्माण क्षेत्रफल एक हजार दो सौ वर्गमीटर बड़ा है । वह इंडोनेशिया में रहने वाले अमीर प्रवासी चीनी छ्या च्या सन ने बनवाया है , मकान का आकार प्रकार पुराने गढ़ का है , पूरे निवास स्थान में कुल 80 से अधिक गेट , सौ से अधिक खिड़कियां और 50 से अधिक कमरे निर्मित हुए हैं , पूरे निवास स्थान की रिंग रुपी संचरना बहुत सुरक्षित व टिकाऊ होती है । पूरे निवास स्थान की चार दीवारों पर कोई झरोखा नहीं है , जो सब से बड़ी हद तक अपनी सुरक्षा की आत्मरक्षा करने के लिये फायदेमंद है , साथ ही प्रमुख कमरों की ऊंचाई 8 मीटर है , देखने में बहुत भव्यदार लगता है ।
इस पुराने निवास स्थान में अनेक वर्षों की वर्षाओं व हवाओं की थप्पड़ों के मारे फूलदार फर्शीईंट फिर भी चकमदार दिखाई देते हैं । इतना ही नहीं , समूचे मकानों का बाह्य आकार प्रकार जैसे का तैसा भी बना हुआ है , यह निवास स्थान , बोऔ व हाईनान की स्थानीय वास्तु शैलियों से पूर्वी एशियाई वास्तु शैली का आत्मसात करने का एक ठेठ मिसाल है , देखने में सुंदर ही नहीं , बहुत आरामदेह व सुविधापूर्ण भी है ।
बोऔ छोटे कस्बे में सालभर में जिस समय एशियाई मंच आयोजित किया जाता है , उसी समय सब से हर्षोल्लासपूर्ण वातावरण होता है । ऐसे मौके पर साधारण देशी विदेशी पर्यटक ही नहीं , बल्कि विभिन्न देशों व क्षेत्रों के राजनेता भी यहां आते हैं । अब हालांकि बोऔ में अपना हवाई अड्डा नहीं है , पर फिर भी एक साधारण पर्यटक की हैसियत से बोऔ कस्बे आने में बहुत सुविधापूर्ण भी है । गाईड चांग ने कहा
पर्यटक सब से पहले हवाई जहाज से हाई नान प्रांत की राजधानी हाईखो पहुंच सकता है , फिर हाईखो से बस पकड़कर सीधे बोऔ कस्बे पहुच जाता है , या पास की दूसरी कांऊटी शहर से बस पकड़कर छुन हाई शहर पहुचता है , फिर छुन हाई से सीधे पोओ कस्बे पहुंच सकता है ।
दोस्तो , आज का दौरा यहां तक समाप्त हो गया है , इसी दौरे से आप एशिय़ाई मंच के स्थल बोऔ से परिचित हुए है न । आशा है कि बाद में यदी मौका मिलेगा , तो पोओ जरुरी आइयेगा , आप को अच्छा अनुभव होगा ।
छुंगहाई शहर के सरकारी कर्मचारी वांग ई शुरू से ही बोऔ एशियाई मंच की तैयारी में ही संलग्न रहे हैं । उन्हों ने याद करते हुए कहा कि तत्काल में जब मैं पहली बार रौनकदार शहर से यहां आ पहुंचा , तो मुझे चीनी प्रसिद्ध प्राचीन कवि थाओ य्वान मिंग द्वारा लिखी गयी आड़ू फूल उद्यान का विवरण नामक कविता की एकदम याद आयी ।
उन्हों ने कहा कि जब 1985 में मैं छोटे नाव पर सवार होकर तुंग यू द्वीप पहुंचा , तो मुझे यहां बिलकुल एक दुनिया से कटा हुआ आड़ू फुल उद्यान जान पड़ता था , यह द्वीप अनुपम ही नहीं , निवासी भी बहुत सीधे सादे नजर आते थे ।
ठीक यहां ने दर्शनीय प्राकृतिक दृश्य ने उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता श्री च्यांग श्याओ सुंग को मोहित किया है , अतः उन्हों ने यहां के विकास में पूंजी जुटायी और पोओ पूंजी निवेश लिमिडेट कम्पनी की स्थापना की । फिर श्री च्यांग श्याओ सुंग ने अपनी प्रभावशाली शक्तियों के माध्यम से जापान , आस्ट्रेलिया और फिलिपीन इन तीनों देशों के पूर्व शासनाध्यक्षों को गोल्फ खेलने पर आमत्रित किया और उन्हों ने यहां पर पाओ स्थायी एशियाई मंच की स्थापना का प्रस्ताव पेश किया । फरवरी 2001 में यहां पर बोऔ एशियाई मंच विधिवत रूप से स्थापित हो गया। इस के दूसरे साल से हर वर्ष के अप्रैल में यहां शानदार वार्षिक सम्मेलन आयोजित होने की परम्परा शुरू हो गयी है , मौके पर सम्मेलन में विभिन्न देशों के राज्याध्यक्ष या शासनाध्यक्ष प्रशांत एशिया व विश्व के भारी विकास सवालों पर विचार विमर्श कर लेते हैं ।
यह बिलकुल एक संयोग की बात है कि मैं ऐसे यो ही पोओ पहुंच गया , वहां पहुंचने के बाद अद्भुत अनुपम प्राकृतिक दृश्य से मैं इतना प्रभावित हो गया है कि मैं ने इसी स्थान पर कुछ काम करने का निश्चिचय एकदम कर लिया । इसलिये इस का मतलब यह नहीं है कि एशियाई मंच से पोओ नामी हो गया है , इस के विपरित पोओ के सौंदर्य से ऐशियाई मंच ने इसी स्थल का विकल्प किया । बेशक , एशियाई मंच की स्थापना तत्कालीन एशियाई जरूरतों की आवश्यकता ही है ।
छुंगहाई शहर से कार द्वारा पोओ पहुंचने में केवल तीस मिनट लगती है । जाल की तरह फैसे राजमार्गों से बोऔ को बाहरी दुनिया के साथ घनिष्ट रूप से जोड़ दिया गया है । इसी शताब्दी के शुरू से अब तक छोटे कस्बे पौओ की जनसंख्या करीब दस गुनी बढ़ गयी है , पहले कृषि व मत्स्य पालन को प्राथमिकता वाले आर्थिक ढांचे को पर्यटन उद्योग के रूप में बदल दिया गया है और पूरे कस्बे के 60 प्रतिशत स्थानीय वासी पर्यटन उद्योग और इसी उद्योग से जुड़े व्यवसाइयों में जुटे हुए हैं । हर वर्ष में यहां पर सौ से ज्यादा सम्मेलन आयोजित किये जाते हैं । इसी बीच होटल उद्योग का विकास भी तेजी से बढ गया है , अब केवल किसानों द्वारा संचालित होटलों की संख्या भी 35 हो गयी है , हर वर्ष में 20 से 30 लाख ग्राहक इन होटलों में रहने आते हैं ।
हाईनान की वसंत नामक पर्यटन एजेंसी के गाईड श्री वांग ने कहा कि वे औसतन हर माह में चार पर्यटक मंडलों को यहां ले आते हैं , यहां का प्राकृतिक सौंदर्य सब से दर्शनीय है ।
बोऔ छोटे कस्बे का प्राकृतिक दृश्य अपनी विशेष पहचान बना लेता है । यहां से गुजरने वाली तीन नदियों के संगम से पैदा संकीर्ण जेट पट्टी बीच विश्व में बेमिसाल माना जाता है । यहां के विशेष दुर्लभ प्राकृतिक दृश्य की वजह से बोऔ एशियाई मंच नियमित रूप से आयोजित किया जा सकता है ।
कोई आठ साल से पहले स्थानीय वासी फू ची फू बोऔ से निकलने वाली वान छ्वान हो नदी के ऊपरी घाटी में मत्स्य पालन करता था , अब वह पर्यटन उद्योग में लग गये । वे हर रोज जहाज चलाकर पर्यटकों को घाट से तुंगयू द्वीप व जेट पट्टी बीच पहुंचा देते हैं । उन्हों ने कहा कि अब पोओ में पर्यटन उद्योग की विकासप्रवृति बहुत बेहतर है , देशी विदेशी पर्यटक दिन ब दिन बढते गये हैं ।
सिर्फ हमारे घाट में 50 से ज्यादा छोटे बड़े जहाज हैं । सब से बड़े जहाज में सौ से ज्यादा सीटें हैं । और कई जहाज विशेष तौर पर सम्मेलन में हिस्सेदारों के लिये सुरक्षित हैं ।
बोओ वासी सीधे सादे हैं और मेहमाननवाज भी हैं । 63 वर्षिय ह्वांग तुन ची के पास एक बीसेक वर्ष पुराना रेस्तोरां है , इस रेस्तोरां में तैयार भोजन विशेष स्थानीय भोजनों में से एक है । पहले यह रेस्तोरां काफी छोटा था और स्थानीय वासियों का चाय पीने व गपशप मारने का स्थल रहा था । यह इधर सालों में हाईनान के पर्यटन कार्य का विकास जोरों पर है , देशी विदेशी पर्यटक दिन ब दिन बढ़ते जा रहे हैं और वे अकसर इस रेस्तोरां में स्थानीय स्वादिष्ट भोजन चखने आते हैं । अब उस ने अपने छोटे रेस्तोरां को तीन सौ वर्गमीटर से ज्यादा दुमंजिली इमारत का रुप दिया है ।
उस ने कहा कि हमारे रेस्तोरां में बहुत स्वादिष्ट भोजन पकाये जाते हैं , इसलिये अधिक देशी विदेशी पर्यटक हमारे यहां आना पसंद करते हैं । और तो और दादी मां का पाक कला बहुत बढ़िया है , वे ग्रामीण भोजन बनाने में अत्यंत माहिर हैं । इसीलिये देशी विदेशी पर्यटक संतुष्ट रूप से भोजन करने आते हैं , फिर प्रसन्नता के साथ यहां चले जाते हैं ।
अधिकतर देशी विदेशी पर्यटक सुबह बोओ के दौरे पर जाते हैं । पर्यटन क्षेत्र में व्यापार करने वाले स्थानीय वासी आम तौर पर दोपहर के बाद दो तीन बजे दुकान बंद कर घर वापस जाते हैं । शाम को छोटा बोओ कस्बा बहुत शांत है , लम्बी चौड़ी सड़क पर कम लोग नजर आते हैं , कुछ दुकानों में बड़े आराम से ताश खेलते या गपशप मारते दिखाई देते हैं ।
बोऔ कस्बे की पार्टी कमेटी के सचिव ऊ एन चेह ने भावी योजना का परिचय देते हुए कहा
हम एक अलग ढंग के पोओ का निर्माण करने के लिये प्रयासशील हैं । क्योंकि हमारे यहां बहुत से विशेष पर्यटन व मानवीय सनसाधन उपलब्ध हैं , इसलिये हम बोऔ को चीनी विशेष वाले शांत , आरामदेह और रोमांटिक छोटे कस्बे का रूपधारण कर लेंगे , ताकि देशी विदेशी पर्यटक यहां सुखचैन से छुट्टियां मना सके ।