उत्तर पूर्वी चीन में एक मान ज्यू ली नामक छोटा सा शहर स्थित है। यहां चीन, रूस और मंगोलिया की सीमाएं लगती हैं। सीमा रेखा की लंबाई 54 किलोमीटर है। हालांकि मान ज्यू ली एक छोटा सा शहर है, वह चीन और रूस व यूरोप जाने वाला महत्वपूर्ण रास्ता भी है। यहां इस शहर में सीमा जांच पड़ताल चौकी भी है। यहां के सैनिक सीमांत भूमि की रक्षा करने के साथ-साथ चीनी व विदेशी पर्यटकों का सामान की जांच भी करते हैं। आज हम इस रिपोर्ट में आप लागों को मान ज्यू ली में स्थित सीमा चौकी की कहानी सुनाएंगे।
मान ज्यू ली सीमा चौकी पर निरीक्षक छांग पंग मुस्कराते हुए हर पर्यटक के पासपोर्ट की जांच करते हैं। हर पर्यटक का पासपोर्ट देखते समय वे मुस्करा कर उन से कहते हैं कि आप अपना पासपोर्ट दिखाइए। हर दिन वे लगभग सौ बार यह बात कहते हैं।
मेरे पास पानी पीने का समय भी नहीं है। हर दिन सुबह से पासपोर्ट देखने का काम शुरु करता हूं। पानी पीते समय भी यह काम नहीं रोका जा सकता। मैं हर दिन 8 घंटे काम करता हूं,इस दौरान लगभग 560 से अधिक पर्यटकों की जांच करनी पड़ती है। हर व्यक्ति के लिए मेरे पास सिर्फ 30 सैकंड का समय होता है। एक घंटे में कम से कम 60 पर्यटकों की जांच करनी पड़ती है।
मान ज्यू ली सीमा जांच चौकी चीन में सब से महत्वपूर्ण जांच चौकियों में से एक है। चीन रूस के बीच 60 प्रतिशत थल यातायात यहां से होता है। यह चीन में सब से बड़ा अंतर्राष्ट्रीय थल द्वार है। मार्ग, रेल लाइन और हवाई लाइन तीन लाइनों की जांच चौकियां यहीं पर हैं।
24 वर्षीय छांग फेंग मान ज्यू ली जांच चौकी में सिर्फ एक साल से काम कर रहा है। जांच चौकी का काम बहुत नीरस है। इसलिए जब छांग फेंग यहां काम करने के लिए आया, तो उसे यह काम पसंद नहीं आया। लेकिन सन् 2008 में एक घटना हुई,जिस से छांग फेंग का विचार बदलने लगा।
सन् 2008 की 8 अगस्त की रात को पेइचिंग में ऑलंपिक का उद्घाटन समारोह आयोजित हो रहा था। कोरिया गणराज्य की एक अध्यापिका ह्वांग हो नान ने मान ज्यू ली की जांच चौकी पर रूस से चीन में प्रवेश किया। लेकिन पासपोर्ट में समस्या होने के कारण उसे रात को मान ज्यू ली में ही ठहरना पड़ा। उस समय छांग फेंग काम कर रहा था। उस ने उस समय की याद करते हुए कहा वह रूस में जाकर चीन में वापस आयी थी। लेकिन उस के पासपोर्ट पर चीनी वीज़ा की समयावधि समाप्त हो गई थी इसलिए उसे मान ज्यू ली में ठहरना पड़ा।
छांग फेंग ने इस बारे में और जानकारी प्राप्त करने के बाद तुरंत नेता को रिपोर्ट दी। उस समय ह्वांग हो नान ने कुछ नहीं खाया। वह अपने परिजनों के साथ संपर्क भी नहीं कर पाई। उस समय मान ज्यू ली में बहुत सर्दी पड़ रही थी । छांग फेंग ने ह्वांग हो नान को अपनी रजाई दी और भोजन भी करवाया।
मैं ने पर्यटक के लिए नूडल्स और पानी खरीदा । उस के मोबाइल फोन में बैटरी नहीं थी। मैं ने उसे उस के परिजनों के साथ संपर्क करने में सहायता की। उस समय मैं ने देखा है कि उसे ठंड लग रही है। इसलिए मैं ने अपनी रजाई भी उसे दे दी।
विभिन्न पक्षों की मदद से ह्वांग हो नान दूसरे दिन मान ज्यू ली से वापस गयीं। इस के बाद उन्होंने अनेक बार फोन व पत्र भेज कर मान ज्यू ली की जांच चौकी पर उसे दी गई सहायता के लिए धन्यवाद प्रकट किया। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि मान ज्यू ली में प्राप्त सहायता के प्रति वह दिल से आभारी है। छांग फेंग द्वारा दी गई कैंडी उस का सब से कीमती उपहार है।
इस घटना से छांग फेंग को भी अपने काम में इज्जत महसूस होने लगी।
हम पर्यटकों का आदर करते हैं। वे भी हमारा आदर करते हैं। हम उन के साथ दोस्तों जैसा व्यवहार करते हैं। उन की मदद करने से हमें भी प्रसन्नता होती है। हमारा कार्य तो पर्यटकों को सेवा देना ही है।
ऐसी घटनाएं हर दिन मान ज्यू ली जांच चौकी पर घटती रहती हैं। पर्यटकों की मदद करने के लिए मान ज्यू ली में रूसी सेवा भी है। मान ज्यू ली जांच पड़ताल चौकी के प्रमुख जाओ डोंग फांग ने कहा
सेवा की गुणवता सुधारना हमारा लक्ष्य है। हम अपने ठोस कार्यों में हर निरीक्षक, हर सौनिक के व्यवहार पर जोर देते हैं। हमारा कार्य हर पर्यटक को बढ़िया सेवा देना ही है।
रूसी पर्यटक भी मान ज्यू ली जांच चौकी की सेवा को पसंद करते हैं। चीन और रूस में आते-जाते रूसी पर्यटक सुश्री अलेक्जैंडर जांच चौकी की सेवा से पूरी तरह संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा
जांच चौकी की सेवा से मैं पूरी तरह संतुष्ट हूं। मान ज्यू ली में कर्मचारी मैत्रीपूर्ण हैं। गत वर्ष मैं अपने परिजनों के साथ मान ज्यू ली में आया। बहुत अच्छा लगा। आज तो पिछले साल से भी ज्यादा अच्छा है।
चीन और रूस की सीमा पर काम करने वाले रक्षक की ओर से मान ज्यू ली जांच पड़ताल चौकी के प्रमुख जाओ डोंग फांग ने कहा
हम देश के लिए जांच पड़ताल करने के साथ-साथ राजनयिक कार्य भी करते हैं। यह एक बहुत प्रत्यक्ष काम है। हम चीन रूस के मैत्रीपूर्ण पडो़सी और रणनीतिक सहयोग साझेदारी संबंध के अनुसार रूस के विभिन्न विभागों के साथ संपर्क करते हैं। हम काम करने के साथ-साथ दोनों पक्षों की भावनाओं को भी समझते हैं और दोनों देशों की दोस्ती भी मजबूत कर रहे हैं।