चीनी खेलों के लिए वर्ष 2009 बेहतरीन रहा। शानदार पेइचिंग ऑलंपिक के बाद यह पहला साल है । जिसमें चीनी खिलाड़ियों ने कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सफलता पायी। वहीं दूसरी तरफ चीनी फुटबाल व बास्केटबाल टीम के लिए यह साल खराब रहा।
वर्ष 2009 चीनी तैराक चांग लिन के लिए यादगार रहेगा। उन्होंने रोम विश्व तैराकी चैंपियनशिप में पुरुषों की 800 मीटर फ्री स्टाइल स्पर्द्धा में विश्व रिकार्ड तोडा़ और स्वर्ण पदक भी जीता। इसके साथ ही वे विश्व तैराकी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले चीनी पुरुष खिलाडी़ बने।
अक्टूबर 2009 में हुए 11वें चीनी राष्ट्रीय खेलों भी चांग लिन ने तीन स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक हासिल किया। मीडिया का कहना है कि चांग लिन ने चीनी खेलों को सबसे बडी अप्रत्याशित सफलता दिलाई है।
वर्ष 2009 की चर्चा करते हुए चांग लिन ने कहा कि वे अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हैं । फूलों व तालियों की गड़गडा़हट के बीच काफी अच्छा अनुभव रहा। उन्होंने कहा कि इस साल मैंने जिन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है उन सभी के परिणाम से संतुष्ट हूं ।इस साल की पहली यानी इस फरवरी में हुई जापान ऑपन प्रतियोगिता से अब तक मेरा प्रदर्शन अच्छा रहा है। लगता है कि कई वर्षों की मेहनत रंग लाई और मुझे सफलता मिली। इस साल में मैंने बहुत कुछ सीखा, यह मेरे लिए अच्छा अनुभव है।
चांग लिन ने बताया कि वर्ष 2010 में उनका लक्ष्य हर प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करना है। उन्हें क्वांग चो एशियाड में चीनी टीम को स्वर्ण पदक दिलाने का इंतजार है।
वर्ष 2009 चीन के मशहूर डबल स्केटिंग खिलाडी़ शन श्यु और चो होंग ब के लिए चीनी विंटर खेल में शक्ति एकत्र करने का साल रहा। इकतीस वर्षीय शन श्यु और 36 वर्षीय चो होंग ब चीन में सबसे सफल फिगर स्केटिंग खिलाडी़ माने जाते हैं ।वर्ष 2002 से 2004 तक उन्होंने तीन बार विश्व फिगर स्केटिंग चैंपियनशिप जीती। जो कि चीनी फिगर स्केटिंग में एक इतिहास है। लेकिन खेद की बात है कि ये दोनों शीतकालीन ऑलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक नहीं जीत सके। वर्ष 2007 में दोनों खिलाडि़यों ने रिटायर होने की घोषणा की ।पर 2010 वानकूवर शीतकालीन ऑलंपिक करीब आने के साथ साथ मई 2009 में शन श्यु व चो होंग ब ने स्केटिंग मैदान पर फिर वापस लौटने का ऐलान किया। दिसंबर 2009 अंतरराष्ट्रीय फिगर स्केटिंग इनामी प्रतियोगिता में दोनों ने स्वर्ण पदक जीता ।
चो हो ब ने बताया कि चीनी फिगर स्केटिंग के ऑलंपिक चैंपियन का सपना पूरा करने के लिए वे कितनी भी मेहनत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऑलंपिक हमारे लिए एक सपना है । हमने तीन बार विश्व चैंपियनशिप जीती, मगर हम ऑलंपिक में स्वर्ण पदक हासिल नहीं कर पाए हैं। मुझमें ऑलंपिक स्वर्ण पदक जीतने की क्षमता है ,इसलिए फिर से वापस लौटे हैं । हम अपने सपने के लिए मेहनत कर रहे हैं ।जीवन में एक कठिन लक्ष्य निर्धारित करने के बाद उसका महत्व होता है ।
वर्ष 2009 में मशहूर चीनी बाधा दौड़ खिलाडी़ ल्यू शांग काफी समय तक चोटग्रस्त रहने के बाद वापस लौटे। उन्होंने वर्ष 2004 के एथेंस ऑलंपिक में पुरुषों की 110 मीटर बाधा दौड का स्वर्ण पदक जीता था । वर्ष 2008 के पेइचिंग ऑलंपिक में उन्हें चोट लगने के कारण मैच छोड़ना पडा़ था । वर्ष 2008 में उन्होंने लगातार राष्ट्रीय खेल समारोह,एशियाई ट्रैक एंड फील्ड चैंपियनिशिप और पूर्वी एशियाई खेलों में पुरुषों की 110 मीटर बाधा दौड़ का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। ल्यू यांग ने बताया कि वर्ष 2009 में उनका अच्छा प्रदर्शन रहा है। जिससे उनका आत्म विश्वास फिर वापस लौटा है । उन्होंने कहा आपरेशन के बाद मुझे अपने पर संदेह था और भविष्य की चिंता थी ।पर अब मुझे अपनी क्षमता पर विश्वास कायम हुआ है।
लेकिन वर्ष 2009 चीनी पुरुष बास्केटबाल और चीनी फुटबाल के लिए निराशाजनक रहा। चीनी पुरुष बास्केटबाल टीम को एशियाई बास्केटबाल चैंपियनशिप में हार का सामना करना पड़ा। जबकि अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी उसका प्रदर्शन खराब रहा। चीनी राजकीय खेल ब्यूरो के बास्केटबाल केंद्र के निदेशक शन शन लेन का मानना है कि चीनी बास्केटबाल टीम संकट में गुजर रही है । अब उसे परंपरा के आधार पर सृजन करना है ।
वर्ष 2009 में चीनी फुटबाल काफी मुसीबतों से घिरा रहा। मैच फिक्सिंग के आरोप में कई संदिग्ध व्यक्तियों को पकडा़ गया ।चीनी फुटबाल संघ के उपाध्यक्ष नान युंग ने बताया कि कड़े नियमों से मैच फिक्सिग पर अंकुश लगने की उम्मीद जगी है। उन्होंने कहा कि कई वर्षों तक हमने मैच फिक्सिंग के खिलाफ कड़ी मेहनत की लेकिन खास सफलता नहीं मिल पाई।हम इसमें चीनी कानूनी संस्थाओं की भागीदारी का समर्थन करते हैं । हमें आशा है कि इस अभियान से चीनी फुटबाल का वातावरण साफ होगा ।
दोस्तो ,अभी आपने वर्ष 2009 चीनी खेलों के बारे में एक रिपोर्ट सुनी ।