विश्व आर्थिक मंच का तीसरा वार्षिक सम्मेलन यानी ग्रीष्मकालीन दावोस मंच 10 तारीखको 17 बजे उत्तर चीन के ताल्येन शहर में उद्घाटित हुआ, जिस में चीनी प्रधान मंत्री ने महत्वपूर्ण भाषण दिया
श्री वन च्यापाओ ने कहा कि चीन ने अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट के मुकाबले के लिए मैक्रो आर्थिक नीति व श्रृंखलाबद्ध योजनाएं बनाईं, जिस से प्रारंभिक परिणाम निकला। लेकिन वर्तमान में चीन की आर्थिक स्थिति अस्थिर और असंतुलित है, इस तरह चीन अनुपयुक्त स्थिति पर अपनी मैक्रो आर्थिक नीति की दिशा नहीं बदलेगा ।
अपने भाषण में श्री वन च्यापाओ ने विश्व सामंजस्य और समृद्धि को आगे बढ़ाने के चार सूत्रीय सुझाव प्रकाश डाला कि विभिन्न देश जलवायु परिवर्तन का समान मुकाबले करें, व्यापार व पूंजी निवेश के संरक्षण वाद का समान रूप से विरोध करें, विश्व आर्थिक अनवरत उत्थान को समान रूप से मज़बूत करें और बौद्धिक संपदा अधिकार का समान संरक्षण करें ।
मौजूदा मंच का मुख्य विषय"उत्थान व वृद्धि"है, विश्व के 80 से ज्यादा देशों व क्षेत्रों के राजनीतिक व वाणिज्यिक जगतों के 1400 से अधिक प्रतिभाओं ने इस में भाग लिया । वे तीन दिवसीय मंच के दौरान सृजन औरविज्ञान व तकनीक, उत्पादन व अनवरत उपभोग, बैंकिंग व पूंजी निवेश आदि विषयों पर गहन रूप से विचारों का आदान प्रदान करेंगे ।(श्याओ थांग)