सिनच्यांड वेवुर स्वायत प्रदेश की सरकार के निमंत्रण पर, हाल ही में चीन स्थित 26 देशों व क्षेत्रों के राजदूतों से गठित प्रतिनिधि मंडल ने हाल में सिनच्यांड की 5 दिवसीय यात्रा शुरु की। चीन स्थित तुर्की राजदूत श्री एसनली ने भी वर्तमान सिनच्यांड की यात्रा की। वापस लौटने के बाद उन के साथ साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि उन्होंने एक सामन्जस्यपूर्ण व विकसित सिन्यांड देखा है।
श्री एसनली ने संवाददाता से कहा कि सिनच्यांड यात्रा के दौरान, प्रतिनिधि मंडल ने उरुमछी, तुलूफेन एवं शीहज़ का दौरा किया और चतुर्मुखी रुप से सिनच्यांड के सामाजिक व आर्थिक विकास की स्थिति देखी। वे वेवुर जाति के सामान्य किसानों के घर गये, कारोबारों का निरीक्षण दौरा किया और सिनच्यांड के विभिन्न तबकों के सूत्रों से विस्तृत संपर्क किया। तुलूफेन में वेवुर जाति के किसान मेमेथी के घर ने श्री एसनली पर सब से गहरी छाप छोड़ी है। उस समय की स्थिति की याद करते हुए श्री एनसली ने कहा,
मेमेथी ने वेवुर जाति का परम्परागत सितार बजाते हुए हमारा स्वागत किया। उन्होंने अपने आंगन से ताज़ा अंगूर लाकर हमारा सत्कार किया। उन की छोटी बेटी ने भी हमारे लिये वेवुर जाति का परम्परागत नृत्य किया। यह दृश्य देखकर मै बहुत प्रभावित हुआ।
श्री एनसली ने कहा कि मेमेथी के गांव में बिजली व पेय जल उपलब्ध है, इतना ही नहीं, गांव में सड़क का निर्माण भी किया गया है। मेमेथी के घर में आंगन को देखकर मुझे मध्य तुर्की के गांव की याद आयी। वे मेमेथी का सुखी जीवन महसूस कर सकते हैं।मेमेथी की बेटी वेवुर भाषा एवं चीनी भाषा में लोगों के सवालों का जवाब देती है, जिस से वे प्रभावित हुए हैं। श्री एनसली ने कहा,
सिनच्यांड यात्रा के दौरान, मैंने जाना कि यहां के स्कूल द्विभाषी शिक्षा दे रहे हैं । मेरा विचार है कि यह बहुत आवश्यक है। चीन लोक गणराज्य का नागरिक होने के नाते, वेवुर जाति के लोग यदि एक अच्छा काम करना चाहते हैं, और तीव्र प्रतिस्पर्द्धा में श्रेष्ठता पाना चाहते हैं, तो चीनी भाषा सीखना बहुत ज़रूरी है। यह तथ्य है।
श्री एनसली ने कहा कि सिनच्यांड यात्रा के दौरान, वे अनेक अच्छे वेवुर लोगों से परिचित हुए। वे अधिकांश सरकारी विभागों तथा कारोबारों या इकाइयों में प्रमुख कर्मचारी हैं।कारण यह है कि वे लोग अच्छी तरह चीनी भाषा व वेवुर भाषा बोल सकते हैं। उन में से कुछ अंग्रेजी भी बोल सकते हैं।
चीन सरकार ने वेवुर जाति समेत विभिन्न अल्पसंख्यक जातियों के विकास के लिए अनेक विशेष उदार नीतियां अपनायी हैं। इन सब ने भी श्री एनसली पर गहरी छाप छोड़ी है। उन के अनुसार,
मिसाल के लिए, हम सब जानते हैं कि चीन की परिवार योजना के अनुसार, एक दंपत्ति केवल एक बच्चे को जन्म दे सकता है। लेकिन, वेवुर जाति एवं अन्य अल्पसंख्यक जातियों के लोग दो तीन बच्चों को जन्म दे सकते हैं।मेमेथी के घर में तीन बच्चे हैं। इतना ही नहीं, विश्वविद्यालय की दाखिला परीक्षा में अल्पसंख्यक जातियों के विद्यार्थी भी उदार नीति का उपभोग कर सकते हैं। वे बीस अतिरिक्त अंकों को जोड़ सकते हैं।इस तरह, और ज्यादा अल्पसंख्यक जातियों के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा में पढ़ाई का मौका मिल सकता है। मेरा विचार है कि यह जातीय एकता व मेल-मिलाप के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
सिनच्यांड में विदेशी राजदूतों ने मस्जिदों व इस्लामी शास्त्र अकादमी का दौरा भी किया। उन्होंने धार्मिक जगतों के सूत्रों व मुस्लमानों से आमने-लामने बातचीत की। सिनच्यांड में धार्मिक स्थिति को लेकर श्री एनसली ने कहा,
परिचय के अनुसार, सिनच्यांड में कुल 23700 से ज्यादा मस्जिदें हैं, और सभी मस्जिदें मुसलमानों के लिए खुली हैं। इस के अलावा, सिनच्यांड में 29000 से ज्यादा मुस्लिम धार्मिक कर्मचारी हैं। वे लोग अच्छी धार्मिक शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं। सिनच्यांड में मुस्लमानों को धार्मिक गतिविधियों में पूरी स्वतंत्रता प्राप्त है।
श्री एनसली ने संवाददाता से कहा कि उन्होंने उरुमछी की ईमींगहोजा मस्जिद में नमाज पढ़ने वाले मुसलमानों के चेहरे पर संजीदगी एवं शांति देखी है। इस सब से जाहिर होता है कि कुछ विदेशी मीडिया द्वारा फैलाए गए ये कथन तथ्यों से मेल नहीं खाते हैं कि सिनच्यांड के मुसलमानों का उत्पीड़न किया जाता है।
सिनच्यांड एक बहुजातीय बहुल क्षेत्र है। यहां वेवुर जाति के अलावा, हजाक, ह्वेई, खरकची आदि अन्य 40 से ज्यादा जातियां रहती हैं। सिनच्यांड यात्रा के दौरान, श्री एनसली ने इन जातियों की जीवन स्थिति भी देखी। उन का मानना है कि इन जातियों की परम्परा का पूरा संरक्षण किया जा रहा है। विभिन्न जातियों के बीच मेल-मिलाप भी है। उन के अनुसार,
सिनच्यांड की विभिन्न जातियां अपनी परम्परा को बरकरार रखती हैं। सिनच्यांड की स्थानीय सरकार ने सभी अल्पसंख्यक जातियों की जातीय विशेषता एवं परम्परागत संस्कृति के संरक्षण में भारी प्रयास किया है। इस के साथ-साथ, यहां विभिन्न जातियों के बीच सामन्जस्यपूर्ण माहौल है।
ऐतिहासिक व प्राकृतिक स्थितियों के कारण, पूर्वी चीन के समुद्रतटीय क्षेत्र की तुलना में सिनच्यांड के आर्थिक व सामाजिक विकास का स्तर अपेक्षाकृत पिछड़ा है। लेकिन, श्री एनसली ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों से देखा कि चीन सरकार तथा स्थानीय सरकार के भारी प्रयास में सिनच्यांड के कृषि, उद्योग, विज्ञान व तकनीक आदि अनेक क्षेत्रों में भारी उपलब्धियां मिली हैं। उन के अनुसार,
निस्संदेह, चीन के पूर्वी व दक्षिण पूर्वी क्षेत्रों में आर्थिक स्तर उन्नत है, लेकिन, हमें यह भी देखना है कि सिनच्यांड समेत चीन के पश्चिमी क्षेत्रों में अर्थतंत्र का भी तेज़ विकास हो रहा है। आंकड़े बताते हैं कि पश्चिमी चीन के विभिन्न प्रांतों में अर्थतंत्र हर वर्ष 11 प्रतिशत से ज्यादा की गति से विकास हो रहा है। यह दर देश के औसत स्तर से ऊंची है। यहां मैं यह भी कहना चाहता हूं कि सिनच्यांड में रेगिस्तान भी धीरे-धीरे हरा बनने लगता है। यह बहुत गौरव की बात है।
श्री एनसली के विचार में सिनच्यांड के आर्थिक विकास में भारी निहित शक्ति है। यह निहित शक्ति न केवल वहां के प्रचुर खनिज संसाधनों में है, बल्कि सिनच्यांड की जनता के संघर्ष करने की भावना में भी है।
पहले सिनच्यांड की चर्चा करते समय लोग आम तौर पर वहां के तेल, प्राकृतिक गैस एवं कोयला संसाधन के बारे में बात करते हैं। बहुत कम लोग सिनच्यांड में कृषि निहित शक्ति एवं अनवरत संसाधन की निहित शक्ति की चर्चा करते हैं। मैंने सिनच्यांड में बड़े पैमाने वाले पवन ऊर्जा वाले बिजलीघरों को देखा है। मुझे विश्वास है कि दस वर्षों में चीन में पवन ऊर्जा से बिजली के उत्पादन में सिनच्यांड का उल्लेखनीय स्थान होगा। इस के अलावा, सिनच्यांड की सड़कों ने भी मुझ पर गहरी छाप छोड़ी है। सिनच्यांड आठ देशों से जुड़ता है, जहां 15 सीमांत पोर्ट हैं। मेरा विचार है कि भविष्य में सिनच्यांड चीन व मध्य एशिया यहां तक पश्चिमी एशिया के देशों के बीच थलीय व्यापार में और महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। आशा है कि सिनच्यांड का भविष्य और उज्ज्वल होगा।
संवाददाता के साथ साक्षात्कार के अंत में सिनच्यांड समस्या पर तुर्की सरकार के सिद्धांत को भी दोहराया।
तुर्की आशा करता है कि सिनच्यांग में रहने वाली वेवुर जाति के लोग चीन व तुर्की दोनों देशों की जनता के बीच मैत्री के लिए पुल की भूमिका अदा कर सकेंगे। तुर्की यह रुख कभी नहीं बदलेगा।