चीन के नव गांवों के निर्माण काम के जिम्मेदार अफसर श्री छन सीवुन ने 4 तारीख को पेइचिंग में कहा कि पिछले 4 सालों में चीन के नव समाजवादी गांवों के निर्माण कार्य में उल्लेखनीय कामयाबियां हासिल हुई हैं और ग्रामीण जीवन बहुत सुधर गया ।
श्री मा ल्यानलिन उत्तर पश्चिम चीन के कानसू प्रांत में रहने वाला एक किसान है। उन का गांव पहले पानी के अभाव के कारण बहुत मशहूर है। लेकिन 2006 से उन के गांव में किसान परिवारों ने अपने अपने आंगन में वर्षा का पानी जमा करने वाले कुंड बनाना शुरू किए, जिस से गांववासियों और पालतू पशुओं के पीने के पानी की समस्या हल की गयी है। श्री मा ल्यानलिन ने खुशी के साथ कहाः
जल कुंड के निर्माण से हमारे पहाड़ी गांवों में पीने के पानी की समस्या हल करने में काफी मदद मिली है। अतीत में हमें पहाड़ी घाटी में पानी लेने जाना पड़ता था और वहां भूमिगत तालाब खोदकर पानी ले लिया जाता था। धीरे धीरे भूमिगत पानी भी घटता गया और पीने के पानी की समस्या बनकर सामने आयी। अब हमारे गांव में हरेक परिवार ने अपना जल कुंड बनाया है और पेयजल की सुविधा उपलब्ध हो गयी।
जलकुंड के निर्माण से किसानों को जीवन में सुविधा मिलने की जैसी घटनाएं इन सालों में चीन के गांवों में बहुत ज्यादा हुई देखने को मिली है। मसलन् ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण भी जोरों पर रहा। गांव का निर्माण वैज्ञानिक रूप से किया गया। गरीब परिवारों के बच्चों में स्कूल जाने की चिंता खत्म हुई और शहरों की भांति गांवों में भी बुनियादी चिकित्सा गारंटी व्यवस्था कायम हुई। जिस के तहत रोग इलाज के खर्च का आधा भाग सरकार उठाती है। 4 तारीख को चीनी राज्य परिषद के प्रेस कार्यालय ने एक न्यूज ब्रिफींग बुलाया, जिस में ग्रामीण निर्माण कार्य देखने वाले अधिकारी छन सीवुन ने इन शब्दों में गांवों के परिवर्तन की चर्चा कीः
इधर के सालों में चीन के कृषि उत्पादों की गुणवत्ता लगातार उन्नत होती गयी है , इस का अर्थ है कि कृषि उत्पादन को बखूबी अंजाम किया गया , जीवन समृद्ध और सुविधापूर्ण हुआ है। इन सालों में गांवों के बुनियादी संस्थापनों के निर्माण में असाधारण परिवर्तन आया, सरकार ने गांवों के सामाजिक कार्य को ज्यादा समर्थन दिया और किसानों की आय में वृद्धि होने के कारण उन के रहनसहन में भारी तब्दीली हुई।
ये सिलसिलेवार परिवर्तन केन्द्रीय सरकार और स्थानीय सरकारों की उदार कृषि समर्थन नीति तथा नव समाजवादी गांव के निर्माण की नीति के चलते आए हैं। 2005 में चीन ने सक्रिय रूप से नव समाजवादी गांवों के निर्माण का अभियान चलाया ,जिस के अन्तर्गत चौतरफा तौर पर ग्रामीण आर्थिक निर्माण, राजनीतिक निर्माण, सांस्कृतिक निर्माण और सामाजिक निर्माण तथा ग्रामीण बुनियादी सत्ता संस्थाओं के निर्माण पर बल लगाया गया।
नव गांव निर्माण का कार्य शुरू होने के बाद चीन सरकार ने उसके समर्थन में सिलसिलेवार कदम उठाए हैं। श्री छन सीवुन ने कहा कि 2006 में चीन सरकार ने देश में 2000 सालों से चले आई कृषि कर की वसूली को समाप्त कर दिया । इस से अब तक किसानों पर एक खरब 60 अरब य्वान का कर बोझ हटाया गया । इसके अलावा सरकार ने किसानों को अनाज की खेती, फसलों के बीज व कृषि मशीन खरीदने में सीधे तौर प भत्ता बढायी। इस तरह किसानों को नव गांव निर्माण से प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त हुआ है।
श्री छन ने कहा कि हालांकि नव गांव निर्माण में भारी सफलता मिली है ,फिर भी 95 करोड़ चीनी ग्रामीण जनसंख्या होने के कारण नव ग्रामीण गांव के निर्माण के लिए बहुत सी कठिनाइयां मौजूद हैं। नव समाजवादी गांव का निर्माण एक लम्बा रास्ता है ,इसे पूरा करने के लिए काम में और जोर पकड़ा जाना चाहिए।
4 तारीख को आयोजिक न्यूज ब्रिफींग में श्री छन सीवुन ने कहा कि इधर के सालों में चीन में भूमि अधिग्रहण व्यवस्था भी सुव्यवस्थित की जा रही है। लेकिन कुछ स्थानों में इस सवाल पर अनियमित और अनुचित अधिग्रहण की समस्या मौजूद है ,जिस से किसानों के हितों को नुकसान पहुंचा है। इस समस्या पर चीन सरकार उच्च ध्यान देती है और आगे इसे ठीक करने के लिए कदम उठाएगी। श्री छन ने कहाः
वर्तमान में भूमि अधिग्रहण व्यवस्था सुधारने के लिए दो पहलुओं में काम किया जा रहा है। एक, सरकारी प्राधीकरण विभाग व्यवस्था पर निगरानी बढ़ाएंगे और किसानों के खेतों का अधिग्रहण किये जाने पर उन्हें पर्याप्त क्षतिपूर्ति पाने देंगे और भूमि अधिग्रहण में कानून विरोधी कार्यवाहियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। दो, भूमि अधिग्रहण व्यवस्था के सुधार में तेजी लायी जाएगी और अधिग्रहण के दायरे को कम किया जाएगा और क्षतिपूर्ति का मापदंड उन्नत किया जाएगा।