25 तारीख को 13वीं विश्व तैराकी चैंपियनशिप की गौताखोरी स्पर्द्धा समाप्त हुई।हालांकि चीनी टीम ने 10 स्वर्ण पदकों में से सात प्राप्त कर अपना दबदबा बनाए रखा ,पर उसे विश्व की अन्य देशों की टीमों से गंभीर चुनौती मिली है।
रूसी खिलाडिन युलिया पखलिना ने महिला 1 मीटर स्परिंग बोर्ड के फाईनल में चीनी खिलाडिन व ऑलंपिक चैंपियन वू मिन शा को हराया । मैक्सिकन खिलाडिन पोला एस्पिनोसा ने महिला दस मीटर फ्लेटफार्म के फाईनल में चीनी खिलाडिन व ऑलंपिक चैंपियन चन रो लिन को पराजित कर खिताब जीता ।ब्रिटिश खिलाडी थोमस दले ने पुरुषों के 10 मीटर फ्लेटफार्म की स्पर्द्धा में चैंपिनयनशिप हासिल की ।
चीनी गोताखोरी टीम डाइविंग जगत की ड्रीम टीम कही जाती है ।दो साल पहले आयोजित विश्व तैराकी चैंपियनशिप में चीनी टीम ने 10 स्वर्ण पदकों में से 9 हासिल किए थे। वर्ष 2008 पेइचिंग ऑलंपिक में चीनी टीम ने 8 स्वर्ण पदकों में से सात हासिल किये ।इस बार चीनी टीम ने तीन स्वर्ण पदक खो दिये ।विदेशी खिला़डियों के स्तर की उन्नति के अनेक कारण हैं ।उन में से एक मुख्य कारण है कि विदेशों में कोचिंग करने वाले चीनी कोच महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।उदाहरण के लिए मैक्सिको खिलाडिन पोला एस्पिनोसा की कोच पेइचिंग की सुश्री मा चिन है । पूर्व ब्रिटिश गोताखोरी टीम के प्रमुख कोच चेन वेन चीनी मूल के हैं ।उन्होंने सब से पहले थोमस दले की प्रतिभा पायी ।रोम में चैंपियनिशिप प्राप्त करने के बाद 22 वर्षीय मैक्सिकन खिलाडिन पोला ने अपने चीनी कोच के प्रति आभार प्रकट किया ।उन्होंने कहा ,मेरा कोच मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।हमारे संबंध बहुत घनिष्ठ हैं ।वे मुझे अच्छी तरह समझती हैं और मेरे लिए उन्होंने बहुत काम किया है ।उन की सहायता से मैं विश्व की चोटी पर पहुंची हूं।
इस के अलावा इधर कुछ सालों में अनेक देशों व क्षेत्रों ने गोताखोरी में पूंजी निवेश बढाया है और सिलसिलेवार बडी प्रतियोगिताओं में भाग ले कर अनुभव भी हासिल किए हैं ।चीनी गोताखोरी टीम की मैनेजर सुश्री चो छी होंग के विचार में भविष्य में विश्व की विभिन्न टीमें चीनी गोताखोरी टीम के सामने अधिक बडी चुनौती खड़ी करेंगी ।उन्होंने कहा ,भविष्य में विदेशी खिलाडी न सिर्फ एकल इवेंट बल्कि डबल इवेंट में भी चीनी टीम पर दबाव डालेंगे ।
13वीं विश्व तैराकी चैंपियनशिप में चीनी खिलाडियों को बडा दबाव महसूस हुआ ,पर उन का दबदबा बना रहा है ।चीनी डाइविंग क्विन क्वो चिंग चिंग ने महिला तीन मीटर स्परिंग बोर्ड की एकल व डबल इवेंटों में लगातार पांचवीं बार खिताब जीते ,जो एक ऐतिहासिक रिकार्ड है ।वर्ष 2011 शांगहाई तैराकी चैंपियनशिप और 2012 लंदन ऑलंपिक की चर्चा करते हुए क्वो चिंग चिंग ने बताया ,मैं इस में भाग लेना चाहती हूं ।मैं कोशिश जारी रखूंगी ।मेरा स्तर व प्रदर्शन और अच्छा होगा ।
चीनी टीम की मैनेजर चो छी होंग ने कहा कि चीनी टीम वरिष्ठ खिलाडियों के कैरियर काल को आगे बढाने की कोशिश करेंगी ताकि वे चीनी डाइविंग प्रेमियों के लिए अधिक खुशियां ला सकें ।उन्होंने कहा ,अवश्य मैं वरिष्ठ खिलाडियों के कैरियर काल को बढाने की आशा करती हूं ,क्योंकि एक खिलाडी तैयार करना आसान नहीं है ।बहुत लोगों को उन के विकास के लिए कोशिश करने की आवश्यकता है ।लेकिन उन के लिए अच्छा फार्म बनाए रखना एक बडा सवाल है ।
बातचीत में क्वो चिंग चिंग ने चीनी टीम के पांच युवा खिलाडिय़ों की प्रशंसा की ।उन के विचार में 13वीं विश्व चैपियनशिप में भाग लेना उन युवा खिलाडियों के लिए मूल्यवान अनुभव होगा ।उन्होंने कहा ,इस बार हमारी टीम के पांच युवा खिलाडी आये ।आम तौर पर उन का प्रदर्शन अच्छा रहा है। उन के लिए इतनी बडी प्रतियोगिता में भाग लेना उन के लिए मूल्यवान संपत्ति है ।स्वदेश लौटने के बाद हम उन के प्रदर्शन का ठोस विश्लेषण करेंगे ताकि भावी अभ्यास व प्रतियोगिता में उन का विकास हो सके ।
चीनी खिलाडिन वू मिन शा के विचार में रोम विश्व चैंपियनशिप में पूरी विजय न पाना शायद खराब बात नहीं है ।इस प्रतियोगिता से चीनी टीम ने विश्व गोताखोरी की वर्तमान स्थिति को साफ-साफ देखा है ।उन्होंने कहा ,विश्व गोताखोरी का समग्र स्तर निरंतर उन्नत हो रहा है ।चीनी टीम की ज्यादा बढत नहीं है ।इस प्रतियोगिता में उभरी समस्याएं हमारे लिए अच्छी बात है ।भावी प्रतियोगिताओं में हम इन समस्याओं से बचने की कोशिश करेंगे ।
रूसी खिलाडिन पाकलिना के विचार में निकट भविष्य में चीनी गोताखोरी टीम का स्थान नहीं बदलेगा ।उन्होंने कहा ,मुझे लगता है कि विश्व गोताखोरी के ढांचे में चालू साल व 2012 लंदन ऑलंपिक तक बडा बदलाव नहीं आएगा ।क्योंकि खिलाडी तैयार करने के लिए चीन के पास एक संपूर्ण व कार्यकुशल व्यवस्था है ,जो चीनी टीम को निरंतर श्रेष्ठ खिलाडियों की सप्लाई कर सकती है ।इस के अलावा चीनी खिलाडी बहुत मेहनती हैं ।कठोर काम करने वाले को उपलब्धि प्राप्त होती है ।