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विभिन्न जातियों का समान खुश घर
2009-07-07 17:11:19

उत्तर पश्चिमी चीन स्थित शिनच्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश , चीन के सभी प्रदेशों में सब से विशाल है , जो चीन की तमाम प्रादेशिक भूमि का एक छठवां भाग रहता है । शिनच्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश में वेवूर जाति के अलावा हान जाति , मंगोल जाति और हाजाक जाति आदि डर्जनों जातियां रहती हैं । केंद्र सरकार ने शिनच्यांग में विभिन्न जातियों के जीवन सुधार को महत्व दिया है , और वहां बुनियादी को मजबूत करने, प्राकृतिक वातावरण का सुधार करवाने तथा विभिन्न जातियों को मिलनसार जीवन साकार करने के लिए अथक प्रयास किया है ।

शिनच्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश के खूरल शहर में वेवूर जाति , मंगोलियाई जाति तथा हजाकी जाति समेत कुल 23 जातियां रहती हैं । शहर हरे पहाड़ों से घिरे मनोहर वातावरण में स्थित है । क्योंकि यहीं की विशेष उत्पादन वस्तु --- नाशपाती बहुत मशहूर है , इसलिए खूरल शहर को नाशपाती नगर का उपनाम भी मिल पाया है ।

15 वर्षीय लड़का अलर महिपटर खूरल शहर के नम्बर 6 मिडिल स्कूल में पढ़ता है । उन्हें अपनी जन्मभूमि के प्रति बहुत पसंद है , क्योंकि वहां का सिर्फ सुन्दर दृश्य ही नहीं , मौसम भी सालभर बेहतर रहता है । असक महिपटर बता रहा है , वह वेवूर जातीय स्कूल में पढ़ता है , पर उसे फिर भी अनेक हान जातीय दोस्त हैं । वह अक्सर अपने हान जातीय दोस्तों के साथ बाहर खेलने जाते रहता है । भविष्य के प्रति उन की समान अभिलाषा भी है ।

हम अक्सर हान जातीय लड़कों के साथ साथ बाहर जाकर खेलते जाएंगे , हम सैबर काँफी(cyber-cafe) में गेम्स खेलते हैं । और हम ने यह दय भी किया है कि जब हम बड़े हुए होंगे , तब हम साथ साथ हमारे शहर में एक सूपर-मार्केट खोलेंगे।    खूरल शहर में रहने वाले विभिन्न जातियों के बीच एकता और मिलनसार संबंध रहे हुए हैं । उन्हें अपनी जन्मभूमि से प्यार होता है और अपनी भूमि से गौरव भी लगता है । लेकिन तीस साल पहले खूरल शहर के आसपास विशाल निर्जन एवं सुनसान जमीन था । यहां विश्व के दूसरे बड़े रेत थाकारामागान रेत से केवल 70 किलोमिटर की दूरी है , इसलिए खूरल शहर के अधिकांश उपनगर नंगा पहाड़ और रेतीली जमीन होती थी ।

प्राकृतिक वातावरण का जड़ से सुधार करवाने के लिए खूरल सरकार ने वर्ष 1997 से ही वृक्षारोपण और वन-संरक्षण योजना लागू करना शुरू किया । वर्ष 1999 में सरकार ने इजराइल से वृक्षारोपण तथा लघु सिंचाई तकनीक का आयात किया । अभी तक सरकार ने खूरल शहर के उपनगरों के 4000 हेक्टर नंगे पहाड़ों को हरा बनाया है , जिसे कुल 10 करोड़ 80 लाख यवान की पूंजी लग चुकी ।

खूरल शहर के मेयर जी श्री अशमजांग गारिटी के अनुसार इधर के वर्षों में सरकार ने प्राकृतिक वातावरण के सुधार महत्व देने के साथ साथ सांस्कृतिक गतिवियों के विकास में भी जीजान तोड़ कोशिश की हैं । क्योंकि नागरिकों के सांस्कृतिक जीवन का सुधार करना भी सरकार का प्रमुख काम है । अपनी जन्मभूमि को सुन्दर बनाने के कार्यों में विभिन्न जातियों के बीच मैत्री को मजबूत किया गया है , और इसतरह खूरल शहर के आर्थिक व सामाजिक विकास में भी नयी शक्ति डाली गयी है ।

हम ने पहले के नंगे पहाड़ों को बगिचा बनाया है , शहर के खास क्षेत्र में पार्क नज़र आने लगे हैं और हमारे गांव भी नाशपाती गार्दन बने हैं । वृक्षारोपण से प्राकृतिक वातावरण का सुधार पाया है , अब शहर की चारों ओर मनोहर दृश्यों से घिरा हुआ है , सुन्दर छवि से आर्थिक विकास को भी मदद मिल पायी है । और साथ ही हम ने सांस्कृतिक निर्माण को जोरों से करने के जरिये नागरिकता को भी उन्नत किया गया है । इस सब से शहर के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिला है । वर्ष 1979 में खूरल शहर का उत्पादन मूल्य 10 करोड़ यवान रहा था , तब किसानों व चरवाहों की प्रति व्यक्ति के लिए औसत आय 75 यवान रहा था । जबकि वर्ष 2008 में यानी तीस साल बाद हमारे शहर का उत्पादन मूल्य 43 अरब यवान तक जा पहुंचा है , और किसानों व चरवाहों की औसत शूद्ध आय 6660 यवान तक रहा है । शहर में रहने वालों की आय भी 11 हजार पांच सौ तक रहा है ।

प्रिय दोस्तो , अब हम अपनी नजरें खूरल शहर से मोड़कर शिनच्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश के दूसरे मशहूर शहर खाशी तक डाल दें । खाशी शहर पुराने समय में ही चीन की मुख्य भूमि से यूरोप तक जाने वाले सिल्क वेई यानी रेश्म मार्ग पर एक महत्वपूर्ण नगर था । वह विश्व के पूर्व और पश्चिम के आर्थिक व सांस्कृतिक आदान प्रदान का एक अतुल्य पड़ाव कहलाता था । लेकिन आधुनिक युग में प्रवेश होने के बाद खाशी शहर पिछड़ा हुआ था । खाशी शहर में लकड़ियों से निर्मित मकान बहुत रहे , जो कभी भी भूकंप के शिकार बने रहे ।

वर्ष 2008 में खाशी शहर की सरकार ने नागरिकों की सुरक्षा तथा सांस्कृतिक अवशेषों के संरक्षण के विचार में पुराने मकानों का नवोदित निर्माण शुरू किया । अभी तक सैकड़ों परिवारों ने अपना घर पुराने मकानों में से नव-निर्मित भूकंप-विरोधी इमारतों में चला दिया है ।

9 वर्षीय लड़के मरिमूरटी जाम का घर भी नयी इमारत में बदला है । उस का परिवार सरकार की नव मकान निर्माण योजना का लाभ उठाने वालों में से एक है । लड़के को याद है कि उस का पुराना घर शहर के केंद्र में रहा था , पर मकान में शोचालय नहीं था , इसलिए जन-सुविधा जाने के लिए लम्बा लम्बा रास्ता नापता रहना था । और पुराने मकान संकरा था , और इस की सीढ़ी भी बहुत संकीर्ण रही , मरिमूरटी भी अनेक बार इस संकीर्ण सीढ़ी पर गिर पड़ा था । अब सब कुछ अच्छे हैं क्योंकि उस परिवार का नया मकान मिला है ।

उस ने कहा , हमारे पुराना मकान छोटा था , और मकान में शोचालय नहीं था । हमारा नया मकान बड़ा है , इस में सब कुछ उपलब्ध है । हमारा जीवन बहुत अच्छा है ।

शिनच्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश की विभिन्न स्तरीय सरकारों ने भूकंप का मुकाबला करने वाले मकानों के निर्माण को बहुत महत्व दिया है । स्वायत्त प्रदेश की पार्टी कमेटी के महासचिव श्री वांग ल छ्वान ने कहा ,

हम ने वर्ष 2004 में से ही भूकंप-विरोधी मकान योजना लागू करना शुरू किया । अभी तक के पांच सालों में शिनच्यांग में कुल 18 लाख 90 हजार परिवारों , 83 लाख नागरिकों को नये मकान उपलब्ध कराये गये हैं । इस वर्ष में कई बार गंभीर भूकंप घटित हुई , जिन की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर पांच दर्जित की गयी थी । लेकिन हमारे नव निर्मित मकान सब सहीसलामत हुए । योजनानुसार आगामी तीन सालों के अन्दर और 8 लाख 30 हजार नये मकानों का निर्माण पूरा किया जाएगा ।

जन जीवन के सुधार के कारण शिनच्यांग समाज प्रसन्नता और सुखमय माहौल से भरा हुआ है । 80 वर्षीय बुजुर्ग दावटी मथिरसूटी शिनच्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश के आकसू ईलाके की खूछ काऊटी में रहते हैं । उन के पूर्वज दो साल पहले के छींग राजवंश में वेवूर राजा था , जिन्हों ने महाराजा के नेतृत्व मे विद्रोह को दबाने में योगदान पेश किया था । वंशवृक्ष के मुताबिक दावटी मथिरसूटी अपने परिवार का 12वां राजा होना चाहिये । बुजुर्ग ने अपनी आंखों से इतिहास का विकास देखा है , अपने अनुभव बताते हुए उन्हों ने कहा ,

आज सब कुछ का जीवन अच्छा रहा है , नया मकान प्राप्त है , मार्केट सुसमृद्ध है , समाज भी सुस्थिर है , विभिन्न जातियों के बीच संबंध परिवारजनों जैसे स्नेहतापूर्ण हैं । इससब का श्रय चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सही नेतृत्व तक जाना चाहिये , और वह भी विभिन्न जातियों की एकता व समान कोशिशों का परिणाम है । (श्याओयांग)

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