2008-07-18 20:30:10

पेइचिंग ऑलंपिक के प्रति चीन स्थित नेपाल व स्पैनिश राजदूत के विचार

यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। श्रोताओं को श्याओ यांग का नमस्कार। आज के इस कार्यक्रम में आप चीन स्थित नेपाल और स्पैनिश के राजदूतों से मिलेंगे और पेइचिंग ऑलंपिक के प्रति उन के विचार सुनेंगे।

दुनिया की छत जूमूलामा चोटी के दक्षिणी व उत्तरी भाग में स्थित नेपाल व चीन मैत्रीपूर्ण अच्छे पड़ोसी देश हैं। दोनों देशों के संबंधों का लम्बा इतिहास है। पेइचिंग द्वारा सफलतापूर्वक 29वें ऑलंपियाड के मेजबान देश बनने के बाद नेपाल के विभिन्न तबकों ने ऑलंपियाड के सुभीतापूर्ण रूप से आयोजन करने में समर्थन व मदद दी है। कुछ समय पहले पेइचिंग में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में चीन स्थित नेपाली राजदूत श्री कार्ची ने फिर एक बार नेपाल सरकार द्वारा किसी भी बहाने ऑलंपिक के राजनीतिकरण करने की मनाही के अपने रुख को दोहराया। उन्होंने कहा कि केवल इस तरह ही ऑलंपिक का सम्मान व की गारंटी की जा सकती है। श्री कार्ची ने कहा,

नेपाली जनता व चीनी जनता की समान विचारधारा है, यानी ऑलंपिक कार्य के विकास के लिए काम करना। चाहे ऑलंपिक कहीं भी आयोजित हो, हम ऑलंपिक के राजनीतिकरण करने की कतई अनुमति नहीं देंगे । हम हमेशा से यह रुख अपनाते आए हैं। मैं फिर एक बार यह दोहराना चाहता हूं कि कुछ लोग तथाकथित तिब्बती समस्या को लेकर हमारे देश में पृथकतावादी कार्यवाई करने और ऑलंपिक को बर्बाद करने की कुचेष्टा कर रहे हैं । ऑलंपिक के राजनीतिकरण करने की कार्यवाई के प्रति हम दृढ़ता से अपने वचनों का पालन करेंगे। इस के अलावा, ऑलंपिक मशाल के जुमूलांमा चोटी पर सुभीतापूर्ण रुप से जाने देने की गारंटी करने के लिए नेपाल के विभिन्न तबकों के लोगों ने विभिन्न कारगर कदम उठाये हैं। सुरक्षा कर्मचारियों तथा नेपाली जनता के भरसक समर्थन से हम ने मशाल के जुमूलांमा चोटी पर जाने के अपने वचन का पालन किया है। यहां मैं आप लोगों को यह भी बताना चाहता हूं कि पेइचिंग ऑलंपिक के आयोजन में 100 दिन बाकी रहने पर नेपाल ने संबंधित विषय की प्रदर्शनी भी लगायी है।

चीन की राजधानी पेइचिंग में आयोजित होने वाले 29वें ऑलंपियाड ने सारी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है, जबकि 8 मई को ऑलंपिक मशाल के जुमूलांमा चोटी पर जाने का पवित्र वक्त भी अविस्मरणीय है। श्री कार्ची ने ऑलंपिक मशाल के सफलतापू्र्वक जुमूलामा चोटी पर पहुंचने पर बधाई दी।

संवाददाता सम्मेलन में श्री कार्ची ने नेपाल सरकार की प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की। उन के अनुसार,

ऑलंपिक मशाल का सफलतापूर्वक जुमूलामा चोटी पर जाना चीन सरकार , चीनी जनता व पेइचिंग ऑलंपिक आयोजन कमेटी के लिए अविस्मरणीय उपलब्धि है। मुझे बड़ी खुशी है कि मैंने भी चीनी जनता तथा दुनिया में सभी खेल प्रेमियों के साथ इस अविस्मरणीय वक्त का आन्नद उठाया है।

श्री कार्ची ने ऑलंपिक मशाल के जुमूलामा चोटी पर जाने के वैज्ञानिक व तकनीक गारंटी कदम का उच्च मूल्यांकन किया।

इस कार्यवाई को नेपाल सरकार व जनता का भी भरसक समर्थन मिला है। नेपाली जनता, नेपाल व चीन के बीच खड़े जुमूलामा पहाड़ को पवित्र पहाड़ मानती है। श्री कार्ची ने कहा कि जुमूलामा चोटी विश्व की छत है। नेपाल व चीन की जनता एक ही छत के नीचे रहते हैं, इसलिए, दोनों देशों की जनता मानों एक ही परिवार में रहती है, एक दूसरे को समर्थन , विश्वास व मदद देती है। उन्होंने कहा कि ऑलंपिक मशाल के जुमूलामा चोटी पर जाने से अवश्य ही नेपाल व चीन के बीच मैत्रीपूर्ण सहयोगी संबंधों का विकास होगा।

श्री कार्ची ने यह जानकारी भी दी कि हाल में सात नेपाली खिलाड़ी पेइचिंग ऑलंपिक में ट्रैक एन्ड फील्ड आदि इवेंटों की प्रतियोगिता में भाग लेंगे। अब वे सक्रिय रुप से तैयारी कर रहे हैं। श्री कार्ची ने कहा कि चाहे प्रादेशिक भूमि की नज़र से देखें या आर्थिक शक्ति की नज़र से , नेपाल दुनिया में अपेक्षाकृत पिछड़ा हुआ देश है, लेकिन, ऑलंपिक इस खेल समारोह में नेपाल को अपने को प्रदर्शित करने का मंच प्रदान करता है। यह है ऑलंपिक भावना की पवित्रता।

ऑलंपिक खुद में भागीदारी व आदान-प्रदान है। चाहे आप किसी भी देश या किसी भी जाति के हों, आप का कोई भी धर्म हो , आप ऑलंपिक में प्रतियोगिता व आदान-प्रदान कर सकते हैं। इस का नारा है एक दुनिया एक सपना। यह चार्टर किसी देश या किसी राजनीतिक पार्टी का नहीं है, बल्कि वह सारे मनुष्य की समान उपलब्धि है।

नेपाली राजदूत श्री कार्ची आधा साल पहले चीन आए। जब से वे रोज सूचना पा रहे हैं कि ऑलंपिक का तैयारी कार्य किस गति से हो रहा है। उन्होंने चीन सरकार द्वारा ऑलंपिक का आयोजन करने के लिए किये गये प्रयास का उच्च मूल्यांकन किया। श्री कार्ची ने न केवल पेइचिंग में बर्डज नेस्ट और वॉटर क्यूब आदि ऑलंपिक व्यायामशालाओं का दौरा किया है, बल्कि ऑलंपिक के सहयोगी शहर थ्येनचिन में भी स्थानीय तैयारी कार्य को देखा है।

ऑलंपिक सहयोगी शहरों में से मैं थ्येनचिन गया हूं। वहां मैंने अपनी आंखों से ऑलंपिक के तैयारी कार्य को देखा है। इस के अलावा, मैं ने पेइचिंग ऑलंपिक के तैयारी कार्य संबंधित विभिन्न रिपोर्टों पर भी ध्यान दिया है।

कुछ लोगों ने चीन की आलोचना की है कि चीन ने पर्यावरण की कीमत पर आर्थिक विकास किया है और चीन ऑलंपिक का आयोजन के लिए दिये गये पर्यावरण संरक्षण के वचन का संजीदगी से पालन नहीं कर रहा है। इस के प्रति श्री कार्ची ने कहा कि ये आलोचना सही नहीं है। उन का मानना है कि चीन एक जिम्मेदार देश है। चीन सरकार व चीनी जनता वचन को बड़ा महत्व देती है। चीन हरित ऑलंपिक की विचारधारा को प्रस्तुत करने के बाद इस के लिए अथक प्रयास कर रहा है। श्री कार्ची ने बताया,

यथार्थ स्थिति यह है कि चीन सरकार ने न केवल पर्यावरण संरक्षण में सिलसिलेवार वचन दिए हैं, बल्कि विभिन्न कारगर कदम उठा कर उन्हें पूरा भी किया है और ऊर्जा किफायत व प्रदूषण निकासी की कटौती को मजबूत किया है।

श्री कार्ची खुद एक खेल प्रेमी हैं और फुटबॉल खेलना पसंद करते हैं। वे आशा करते हैं कि ऑलंपिक के दौरान वे भी समय निकालकर घटनास्थल पर फुटबॉल मैच देख पाएंगे। इस के अलावा, श्री कार्ची टेबल टेनिस खेलना भी पसंद करते हैं।

श्री कार्ची ने संवाददाता को बताया कि चीन में उन का जीवन व्यस्त है और वे खुश हैं। फुरसत के समय वे चीनी भाषा भी सीख रहे हैं। इंटरव्यू के अंत में उन्होंने चीनी में यह कहा,

एक ही दुनिया, एक ही सपना । पेइचिंग जिन्दाबाद।

अब हम चीन स्थित स्पैनिश राजदूत श्री कार्लोस ब्रास्को विला से मिलें। श्री कार्लोस रोज मीडिया के जरिये पेइचिंग ऑलंपिक से संबंधित सूचनाएं पढ़ रहे हैं। कुछ समय पहले उन्होंने चीन की यात्रा पर आये मैड्रिड के मेयर के साथ पेइचिंग ऑलंपिक के तैयारी कार्य का निरीक्षण दौरा किया।

पेइचिंग व चीन सरकार ने भारी व अथक प्रयास किया है । वर्तमान ऑलंपिक के लिए चीन ने अनेक व्यायामशालाओं का निर्माण किया है, जो बहुत आकर्षक हैं। इन में से अनेक ऑलंपिक वास्तु कला की अदभुत मिसाल हैं। पेइचिंग ऑलंपिक से हमें भारी उम्मीद है।

श्री कार्लोस का मानना है कि ऑलंपिक न केवल एक खेल समारोह है, जिस ने चीन को दुनिया के सामने अपने को प्रदर्शित करने का मौका दिया है, बल्कि चीन के विकास को भी आगे बढ़ाया है।

चीन एक विकासमान देश से एक नये विकसित देश की ओर बढ़ रहा है। निस्संदेह, वर्ष 2008 पेइचिंग ऑलंपिक चीन द्वारा सारी दुनिया को अनेक वर्षों में प्राप्त भारी उपलब्धियों का प्रदर्शन करने का एक एतिहासिक मौका है। ऑलंपिक का आयोजन चीन के भविष्य के विकास के लिए एक प्रेरणा शक्ति है।

ऑलंपिक की भावना खेल की सीमा को पार करके मनुष्य की समान अभिलाषा का प्रतिनिधित्व करती है। श्री कार्लोस ने कहा,

मेरे लिये, ऑलंपिक से सारी दुनिया शांति की अपनी खोज को प्रतिबिंबित करती है। ऑलंपिक के झंडा के नीचे, सारी दुनिया के लोग अपनी सारी विभिन्नताओं के साथ एक ही खेल भावना के साथ एकत्र होते हैं। मेरे विचार में ऑलंपिक का सब से बड़ा लक्ष्य है आपसी समझदारी , एकता व शांतिपूर्ण सहअस्तित्व।

श्री कार्लोस ने विश्वास प्रकट किया कि ऑलंपिक सारे मनुष्य का ऑलंपियाड है। ऑलंपिक मशाल न केवल चीन की है, वह सारी दुनिया की है। उन्होंने विदेशों में कुछ लोगों द्वारा ऑलंपिक मशाल रिले में बाधा डालने वाली कार्यवाई की कड़ी निंदा की और फिर एक बार इस बात पर जोर दिया कि स्पैनिश सरकार ऑलंपिक के राजनीतिकरण करने के रुख का विरोध करती है।

स्पैनिश ऑलंपिक खिलाड़ियों के तैयारी कार्य की चर्चा में श्री कार्लोस ने कहा कि सभी स्पैनिश खिलाड़ियों के लिए ऑलंपिक में भाग लेना उन के जीवन का सपना है और उन्होंने इस के लिए भारी प्रयास भी किया है। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि वर्तमान ऑलंपिक में स्पैनिश प्रतिनिधि मंडल का लक्ष्य 16 ऑलंपिक स्वर्ण पदक होगा।