2009-02-04 16:56:30

पेइचिंग में सांस्कृतिक अवशेषों के सुधार व रक्षा की मध्य व दीर्घकालीन परियोजना लागू की जाएगी

पेइचिंग सरकार वर्ष 2008 से आठ साल में एक अरब 20 करोड़ रन मिन बी की पूंजी लगा कर सांस्कृतिक अवशेषों के सुधार व रक्षा की मध्य व दीर्घकालीन परियोजना लागू करेगी। सांस्कृतिक अवशेषों के रक्षा कार्य संभालने वाले सरकारी अधिकारियों व विशेषज्ञों के विचार में इस मध्य व दीर्घकालीन परियोजना के कार्यान्वयन के साथ-साथ पेइचिंग, इतिहास व संस्कृति के एक मशहूर शहर के रूप में इस के सांस्कृतिक अवशेषों का रक्षा स्तर इतिहास में सब से ऊंचे स्तर पर पहुंच सकेगा।

पेइचिंग का एक शहर के रुप में 3000 वर्ष पुराना और राजधानी के रुप में 850 वर्ष का इतिहास है। उस के सांस्कृतिक अवशेष बहुत समृद्ध हैं। उदाहरण के लिये लंबी दीवार, कुकूंग अजायबघर, और स्वर्ग मंदिर आदि छह विश्व सांस्कृतिक विरासतों समेत 3500 से ज्यादा अचल सांस्कृतिक अवशेष हैं। पिछले समय में आर्थिक वजह व अन्य कुछ कारणों से पेइचिंग के सांस्कृतिक अवशेषों के रक्षा कार्य में लगाई गयी पूंजी बहुत कम रही है। वर्ष 2000 से वर्ष 2007 तक पेइचिंग में क्रमशः 33 करोड़ मूल्य वाले सांस्कृतिक अवशेषों की रक्षा योजना व आलंपिक के सांस्कृतिक अवशेषों की रक्षा योजना का कार्यान्वयन किया गया। सरकार ने सांस्कृतिक अवशेषों तथा पुरातन इमारतों का सुधार व रक्षा करने के लिये 93 करोड़ य्वान रन मिन बी की पूंजी लगाई है। साथ ही समाज के विभिन्न जगतों ने भी इस के लिये 6 अरब य्वान रन मिन बी की रकम अलग से रखी है। यह पेइचिंग के इतिहास में सांस्कृतिक अवशेषों के सुधार व रक्षा का सब से बड़ा मुद्दा है। दो योजनाओं में कुल मिलाकर 140 पुरातन इमारतों का सुधार किया गया। और आरंभिक तौर पर बहुत सी पुरातन सांस्कृतिक इमारतों को बर्बाद होने के खतरे से बचाया गया। कुछ पुरातन सांस्कृतिक इमारतें फिर एक बार समाज के लिए खोल दी गई हैं। उन में कुछ इमारतें इतिहास में पहली बार समाज के लिए खोली गई हैं।

इस के आधार पर पेइचिंग सरकार ने वर्ष 2008 से सांस्कृतिक अवशेषों के सुधार व रक्षा की मध्य व दीर्घकालीन परियोजना लागू करने का काम शुरू किया। पेइचिंग सांस्कृतिक अवशेष ब्यूरो के प्रधान श्री खुङ फ़ेन शी ने परिचय देते हुए कहा कि, पहले आठ वर्ष में हमने सब से खतरनाक पुरातन सांस्कृतिक इमारतों का सुधार किया। और बाद के आठ वर्ष में हम उन की रोजमर्रा की रक्षा व सुधार करेंगे। सांस्कृतिक अवशेषों का सुधार व रक्षा की मध्य व दीर्घकालीन परियोजना का लक्ष्य है महशूर पेइचिंग शहर की रक्षा, पर्यावरण का सुधार, पेइचिंग की पुरातन शैली की बहाली के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक अवशेषों का सुधार करना। मध्य व दीर्घकालीन परियोजना के कार्यान्वयन से पेइचिंग की पुरातन सांस्कृतिक इमारतें इतिहास में सब से अच्छे स्तर पर पहुंच सकेंगी, और लोगों के सामने अपने मूल रूप में आ सकेंगी।

परियोजना के अनुसार वर्ष 2008 से पेइचिंग की स्थानीय सरकार हर साल 15 करोड़ य्वान रन मिन बी की पूंजी लगा कर पूरे शहर की पुरातन सांस्कृतिक इमारतों के सुरक्षा जोखिम को दूर करने, सांस्कृतिक अवशेष स्थित वातावरण का सुधार करने, और उन की रोजमर्रा रक्षा व सुधार करने आदि के संबंधित कदम उठाएगी। वर्ष 2008 में इस परियोजना को लागू किए जाने का पहला वर्ष है। पेइचिंग सांस्कृतिक अवशेष ब्यूरो ने कुल 31 मुद्दों की शुरूआत की। उन में विश्व सांस्कृतिक विरासत बा ता लिंग लंबी दीवार के नष्ट हुए भाग का सुधार, कुकुंग अजायबघर व थ्येन आन मन के स्वर्ण पानी पुल की रक्षा, और कैथलिक का महत्वपूर्ण स्थान शी शी खु चर्च का सुधार आदि शामिल हैं।(चंद्रिमा)