"जन्मभूमि की याद" के बाद मान वन चुन ने सोनी डिस्क कंपनी में भाग लिया , उन की आशा है कि इसी कंपनी की सहायता से वे अंतरराष्ट्रीय संगीत मंच में प्रवेश कर सकेंगे । वर्ष 2002 तक मान वन चुन ने क्रमशः "प्यार की सीमा नहीं है" और "तुम्हें चाहता हूँ मैं" दो एलबम जारी किए । लेकिन इन दो एलबमों की कोई उल्लेखनीय उपलब्बधियां नहीं हासिल हुई , जिन में ज्यादातर गीत प्रेम गीत हैं , पर मान वन चुन के दीवानों को उन के ग्रामीण वातावरण वाले गीत ज्यादा पसंद है । लेकिन ये दो एलबम बनाने के लिए उच्च तकनीक का प्रयोग किया गया और जिन में कई गीत सुनने के योग्य हैं, इस से मान वन चुन ने मुख्यभूमि के संगीत मंच में अपना स्थान बरकरार रखा ।
गीत---"प्यार का सीमा नहीं है "
गीत के बोल कुछ इस प्रकार हैः
पहली बार तुम्हें देखा मैं ने
समझ गया , मैं तुम्हें प्यार करता हूँ
जिन्दगी भर तुम्हारा ख्याल करता हूँ
हवा वर्षा को रोकता हूं
मेरा सब कुछ तुम्हारे दामन में पेश है
मेरी भावना तुम्हें समझ में न आ सकती है
लेकिन किसी न किसी दिन
तुम समझ सकती हो
मेरे प्यार की सीमा नहीं है
अपार विशाल
एकांत मैदान में आधी रात
तुम्हारी मुस्कान बहुत चमकदार है
सितारों की तरह
फूल खिली हो या बुझा हो
मेरा प्यार है तुम से
कभी नहीं अटल होता है
खून में घुल गई है मेरी यह भावना
सदा सदैव गाढ़ा रही
अपना चौथा एलबम "तुम्हें चाहता हूँ मैं" प्रकाशित करने के बाद मान वन चुन ने दो सालों तक कोई नए गीत नहीं गाये । वास्तव में इन दो वर्षों के भीतर मान वन चुन ने अपने नए एलबम बनाने की कोशिश करते रहे थे । लेकिन संगीत के सिद्धांत पर एल्बम बनाने वाले साथियों के बीच मतभेद होने के कारण नए एलबम का रिकोर्डिंग काम अस्थाई तौर पर स्थगित किया गया । इसी दौरान चीन के थाई वान द्वीप के मशहूर संगीतकार ल्यू थ्यान चान मान वन चुन के नए एलबम बनाने के काम में शरीक हुए । संबंधित कर्मचारियों की समान कोशिशों से दो वर्षों के बाद मान वन चुन एक बार फिर दर्शकों के सामने आए , नए एलबम "यादों की ऋतु मान वन चुन द्वारा अपने दीवानों के लिए प्रदत्त एक उपहार माना जाता है । गीत में सभी दस गीत मान वन चुन के बहुत पसंदीदा हैं , उन के विचार में इन गीतों में अपनी विशेष आवाज़ व गायन शैली व्यक्त हो गयी है , और सभी गीत सुनने लायक है । तो सुनिए इस नए एलबम में एक गीत , नाम है "फिर मिलेंगे"। गीत में दोस्तों और परिवारजनों के बीच मैत्री व प्यार की भावना अभिव्यक्त हुई है ।
गीत का भावार्थ कुछ इस प्राकर हैः
क्लासरूम में है प्यानो पर
बज रहा है यही गीत
यह है हमारी अंतिम कक्षा
फिर मिलेंगे हम ने
एक दूसरे से कहे थे,
लेकिन बाद में टूट पड़ा है
हमारा संपर्क
फिर मिलेंगे, दोस्तो
मदिरा का जाम पेश कर विदा ले लो
बीते समय बहुत रोशनीदार था
तुम्हारे साथ
कभी कभा याद आयी है
हमारी दोस्ती
गर्म गर्म है हमेशा बनी रही
इधर के वर्षों में मान वन चुन ने चीनी पोप संगीत मंच के रंगबिरंगे वातावरण में अपनी विशेष शैली बरकरार रखे हुए हैं । उन की स्वस्थ और सीधी सादी गायन शैली ने बाराबर दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। मान वन चुन द्वारा गाए गए गीत बहुत प्रभावकारी हैं, जिन में परिवारजनों के बीच प्यार, दोस्तों के बीच मैत्री और प्रेमिकाओं के बीच प्रेम भरपूर अभिव्यक्त होती है , इसलिए दर्शक श्रोता उन के गीतों को बहुत पसंद करते हैं । तो आज का कार्यक्रम समाप्त होने के पूर्व आप सुनेंगे मान वन चुन का एक और गीत, नाम है "द्वार"। यह मान वन चुन, के नए एलबम "यादों की ऋतु" का एक गीत है, जिसे मान वन चुन स्वयं बहुत बसंद करते हैं । गीत में एक द्वार के वर्णन से मानव जाति के प्यार और द्वेष की भावना अभिव्यक्त की गयी है ।
गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार हैः
बहुत गहरा है प्यार
बहुत जोरदार है द्वेष
प्यार और द्वेष के बीच कितने द्वार हैं
इस दुनिया में ।
जीवन इतना सच्चा है
कौन इसे पकड़ सकता
झगड़े के बाद है शांति फिर आयी
हमारी भाईचारी है पहले की तरह
कभी नहीं बदली ।