2008-10-14 09:40:34

दिन और अन्य गीत

लिन ई ल्यान चीन के हांगकांग में सबसे मशहूर गायिकाओं में से एक है। वर्ष 1984 में जारी पहले एल्बम "प्यार, मुझे मालूम नहीं" और इस के बाद जारी एल्बम "लिन ई ल्यान"की बिक्री पूरे एशिया में चालीस लाख तक हुई है। इस एल्बम के बिकते ही वह तुरंत ही हांगकांग में सबसे प्रसिद्ध गायिका बन गई। इस के बाद उसने "एक घर न लौटने वाले से प्यार"" ध्यान न दे ,मुझे कौन है "और "कम से कम आप यहां है"आदि अनेक एल्बम जारी कीं। लिन ई ल्यान को प्रेम गीतों में महारत हासिल है। उस का गायन तरीका लोगों को बहुत पसंद है। करीब 20 साल का समय तेजी से बीत गया है, लिन ई ल्यान और उस के प्रेम गीत अभी तक लोगों की यादों में बसे हुए हैं। उस की नए एल्बम "सांस "में प्रमुख गीत प्रेम के गीत है, उस की मधुर आवाज ने लोगों को एक बार फिर मदहोश कर दिया है।

सांस नामक इस एल्बम की तैयारी का काम लगभग तीन साल जारी रहा , लिन ई ल्यान ने गीतों के चयन व रिकार्डिंग और पूरी एल्बम को तैयार करने में खुद भाग लिया है। कुछ गीत उसके अपने पहले के गीतों जैसी शैली में ही हैं और कुछ गीतों को रॉक एंड बीट, पॉप, न्यू ऐज़ आदि की अत्याधुनिक शैली में ढाला गया है। लेकिन इन सभी गीतों में लिन ई ल्यान का उदार व्यक्तित्व देखा जा सकता है। अब प्रस्तुत इस एल्बम से एक रॉक एंड बीट शैली का गीत । गीत का शीर्षक है—आमने-सामने

गीत 1 आमने-सामने

गीत के बोल हैं:

पूर्वजन्म जैसा कल,

पूर्व प्रेमी का अस्पष्ट चेहरा,

मैं अपने मन का भाव प्रकट नहीं कर सकती,

शायद प्रेम का ज्वार मन में भरा है।

यह प्रेम जल्दी ही काफूर हो गया।

अब मैं स्वयं का सामना कर सकती हूं।

मैं ने गलत रास्ते पर कदम रखा था,

लेकिन अब मैं पुन:वापिस लौट आई हूं।

उस के साथ शायद अब मेरा कोई संबंध नहीं है।

दो लोगों का जीवन सिक्के के दो पहलुओं की तरह है।

अब मैं किसी के आलिंगन में बंधना नहीं चाहती ,

क्योंकि अब मैं जिस की तलाश में हूं ,वह मेरे ही भीतर है।

सांस नामक यह एल्बम सुनने के बाद लोगों को बहुत पसंद आई है। इस की धुन बहुत कर्णप्रिय और लहरेदार है । एल्बम में तरह-तरह के गीतों की शैली और विविध धुनें हैं। लोग लिन ई ल्यान की यह एल्बम सुनने से उस के मन की भावना महसूस कर सकते हैं।

गीत 2 दिन

अब प्रस्तुत हैं इस एल्बम का एक और गीत –दिन। यह गीत न्यू ऐज़ शैली में है जो श्रोताओं को एक प्रकार के विराग का एहसास देता है ।

गीत के बोल है-

जल्दी जल्दी दिन गुजरा ,

उस का जन्म दिन मैं भूल गई,

काफी में मिठास नहीं है।

मैं ने जो समय अकेले बिताया ,उस की मुझे दुख नहीं थी ।

एक व्यक्ति को प्यार करते समय मुझे अकेलेपन की भावना महसूस हुई। मेज़ पर पड़ी अधजली सिगरेट में हमारे पहले प्रेम की कहानी छिपी हुई है, सिर्फ यही है रात बीतने के साथ ही प्रेम सिगरेट के धुएं की तरह हवा में गायब हो जाता है।

अब हम सुन रहे हैं इस कार्यक्रम का अंतिम गीत, जिस का शीर्षक है- टूटा सिगनल । यह गीत रॉक एंड बीट शैली में है। इस गीत की धुन बहुत सुरीली है और यह गीत एक दुख भरा गीत है।

गीत 3  टूटा सिगनल

गीत के बोल हैं,

आप का सिगनल टूटा हुआ,

मैं ने कई दिन तुम्हें फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला,

सिर्फ शहर मेरे साथ दुखी है,

मेरे प्यार का कोई जवाब नहीं है,

दिन ब दिन तुम्हारे बिना सोने की मुझे आदत पड़ गई है,

मैं सो सकती है, क्योंकि अब मैं सिर्फ मैं हूं,

एक अकेली आशा है आगे रास्ता शांत होगा।