2008-05-26 15:35:09

बड़ी बात और छोटी बात

एक आदमी ने अपने मित्र को अपने मधुर वैवाहित जीवन का गूढ़ बतायाः "मेरी पत्नी तमाम छोटी बातों का फैसला करती है । जब कि मैं बड़ी बड़ी बातों के लिए निर्णय लेता हूं । हम एक दूसरे में कभी दखल नहीं करते , हमें एक दूसरे से कभी शिकायत नहीं होती और कभी तुतु मैंमैं नहीं होती ।" "बहुत तर्कसंगत है ," उस के मित्र ने हामी भरी ," तो आप की पत्नी किस किस काम के लिए फैसला करती है ?" "वह तय करती है कि मैं कौन सी नौकरी के लिए आवेदन करूं , हम कौन सा मकान चुनें , कौन से फर्नीचर खरीदें और कहां सैर के लिए जाएं , वैसी ही छोटी मोटी बात ।" मित्र ने आश्चार्यचकित होकर पूछाः "तो फिर आप कौन सी अहम बात तय करते है ?" आदमी ने कहाः "हां , मैं निश्चित करता हूं कि कौन प्रधान मंत्री बनना चाहिए , हमारे देश को किस गरीब देश को सहायता देना चाहिए और हमें न्यूक्लियर बम के प्रति कौन सा रूख अख्तियार करना चाहिए , इत्यादि । "