2008-03-21 15:24:13

सामुदायिक संस्कृति का नया विकास

चीन में इंटरनेट का प्रयोग व्यापक होने के चलते विभिन्न बड़े शहरों में काल्पनिक नेट सामुदायिक क्षेत्र सामने आए हैं। इस तरह का क्षेत्र इंटरनेट के जरिए एक या इस से अधिक बस्तियों के लोगों को एक सूत्र में बांधता है। लोग इंटरनेट पर खरीददारी,मनोरंजन और स्वयं सेवा आदि के बारे में तरह-तरह की सूचनाओं का आदान-प्रदान करते हैं। नए ढंग की यह सामुदायिक संस्कृति चीन के शहरवासियों में काफी लोकप्रिय और सक्रिय है।

इंटरनेट के जरिए स्थापित सामुदायिक क्षेत्र परंपरागत सामुदायिक क्षेत्र और इंटरनेट पर कायम काल्पनिक दुनिया से भिन्न है। सामुदायिक क्षेत्र की सेवा के लिए इंटरनेट पर स्थापित वेबसाइट का कायदे से व्यापक प्रयोग किया जाता है। इस से सामुदायिक क्षेत्र के सभी लोग एक दूसरे के संपर्क में रहते हैं। जब कोई किसी क्षेत्र में कठिनाई का सामना करता है और मदद चाहता है,तो तुरंत दूसरों से मदद मिल सकती है। इंटरनेट का इस तरह का प्रयोग लोगों को ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक महसूस होता है।

पेइचिंग की एक बड़ी बस्ती "थुंग थ्यैन-य्वान" में रहने वाली एक महिला ने अपने सामुदायिक क्षेत्र की वेबसाइट पर अपने नाम को "ब्लू सिल्क"के रूप में दर्ज कराया।

वह पाक कला में निपुण हैं। इसलिए वह इस वेबसाइट के जरिए सामुदायिक क्षेत्र के लोगों को तरह-तरह के व्यंजन पकाने की जानकारी देती हैं और कभी-कभार अपने हाथों से बना खाना खिलाने के लिए लोगों को घर पर आमंत्रित भी करती हैं। वह हंसमुख औऱ मिलनसार हैं। सामुदायिक क्षेत्र के लोग उन्हें न0.1 चहेता मानकर बड़े सम्मान से "ब्लू दीदी"कहकर पुकारते हैं। वास्तव में "ब्लू दीदी" एक बड़ी सरकारी संस्था की प्रशासनिक कार्यकर्त्ता हैं। अवकाश के समय वह टीवी चैनल के निमंत्रण पर पाक कला-कार्यक्रम बनाती हैं। इस तरह के कार्यक्रमों की लोकप्रियता बढने के साथ-साथ उन की ख्याति भी बहुत बढ़ गई है।अब वह इंटरनेट पर अपना निजी ब्लॉग स्थापित करने की सोच रही हैं। उन्हों ने कहाः

"मैं अपने ब्लॉग पर पाककला सिखाने की विशेष जगह चाहती हूं, यह मेरे लिए महत्वपूर्ण है,क्योंकि यहां मैं अपना हुनर प्रदर्शित कर सकती हूं और लोग इस के जरिए मुझे मान्यता दे सकते हैं। मैं इस से बड़ी आत्मसंतुष्टि प्राप्त कर सकती हूं।"

इंटरनेट पर स्थापित सामुदायिक क्षेत्रों की वेबसाइटों के सहारे लोग आसानी से एकजुट हो सकते हैं और समान अभिलाषा पूरी कर सकते हैं। मिसाल के लिए ह्वई लुंग-क्वान नामक एक सामुदायिक क्षेत्र की वेबसाइट पर एक महिला ने अपना नाम "नीले पक्षी" के रूप में दर्ज कराया। उन्हों ने इस वेबसाइट की मदद से एक सामुदायिक बाल-पुस्तकालय कायम किया, जो इस सामुदायिक क्षेत्र के बच्चों और उन की माताओं की ज़रूरतों को पूरा करने में लगा हुआ है।

ह्वई लुंग-क्वान सामुदायिक क्षेत्र पेइचिंग के उत्तरी भाग में स्थित है, जो 80 लाख वर्गमीटर से भी विशाल भूमि पर पसरा है। इस में रहने वाले लोगों में से कोई 1 लाख 70 हजार व्यक्ति इसी सामुदायिक क्षेत्र की वेबसाइट के मुख्य प्रयोगकर्ता हैं। इस वेबसाइट पर करीब 100 मुद्दे स्थापित हैं और उन के तहत विविध विषयवस्तुएं वर्गबद्ध रूप से जारी की जाती हैं। इस वेबसाइट से स्थानीय लोगों को अपने सामुदायिक क्षेत्र का खुद निर्माण करने के लिए उत्साह मिला है। उक्त उल्लिखित "नीला पक्षी"नाम की महिला ने कहाः

"हमारा सामुदायिक क्षेत्र बहुत बड़ा है,लेकिन नया होने के कारण इस में मनोरंजन की सुविधाएं, खास कर बच्चों के लिए पढने व खेलने की पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं। पुराने सामुदायिक क्षेत्रों में मिलने वाले बाल-भवन या बाल-केंद्र हमारे यहां अब तक नहीं बनाए गए हैं। बनाने की योजना है और महीनों के बाद उसे अमली जामा पहनाने का काम भी शुरू होगा।लेकिन बच्चे उस का इंतजार नहीं कर सकते। इसलिए मैं ने सामुदायिक क्षेत्र की वेबसाइट पर इस क्षेत्र के निवासियों से सलाह-मशविरा कर के बच्चों के लिए एक ऐसा पुस्तकालय स्थापित करने का फैसला किया,जिस में सभी पुस्तकें खुद निवासियों द्वारा चंदे के रूप में प्रदान की जाएंगी। व्यापक समर्थन मिलने पर सामुदायिक क्षेत्र के एक कार्यालय में यह पुस्तकालय खोला गया। जल्द ही वह लोकप्रिय भी हो गया। हर रोज बहुत से बच्चे अपनी मांओं के साथ वहां आते-जाते दिखाई देते हैं, हां मां बनने वाली युवतियां भी वहां की मेहमान हैं।"

इस सामुदायिक क्षेत्र के एक निवासी ने बताया कि इंटरनेट पर इस सामुदायिक क्षेत्र की वेबसाइट के जरिए क्षेत्र के निवासी अक्सर शिक्षा,स्वास्थ्य,संस्कृति व कला पर खुद सेमिनार आयोजित करते हैं औऱ कमजोर वर्गों की मदद के लिए चंदा इक्टठा करते हैं।

कहा जा सकता है कि इस समय इंटरनेट का प्रयोग चीनी शहरवासियों की जिन्दगी का एक ज़रुरी भाग बन गया है। इंटरनेट पर वेबसाइट बनाना हरेक सामुदायिक क्षेत्र की अनिवार्य़ता हो गया है और इस वेबसाइट के जरिए सामुदायिक क्षेत्र के लोग अपनी विशेष संस्कृति का मजा ले सकते हैं।