2008-01-15 09:00:47

चीन की विख्यात फिल्म अभिनेत्री ल्यू श्याओछिंग

सुश्री ल्यू श्याओछिंग चीन में एक काफी चर्चित फिल्म स्टार हैं। पिछली शताब्दी के 80 वाले दशक में वह चीनी फिल्म जगत में सब से बड़ी सुपर स्टार थीं। बाद में उन्हों ने बड़े पर्दे को छोडकर व्यापार करना शुरू कर दिया,लेकिन गलत पूंजी-निवेश के कारण उन्हें बड़ा आर्थिक नुकसान पहुंचा। यहां तक कि कर-चोरी के मामले में उलझकर उन्हें जेल भी जाना पड़ा। इतनी मुसीबतें झेलने के बावजूद उन में अभिनय के प्रति लगाव और आत्मविश्वास खत्म नहीं हुआ। वे मानो अभियन के लिए ही जन्मीं हों,10 साल बाद वे फिर अभियन मंच पर लौट आयी हैं। उन की वापसी ने लोगों का ध्यान खींचा है और उन के प्रति लोगों में दिलचस्पी फिर जग गयी है।
50 साल से अधिक उम्र वाली सुश्री ल्यू श्याओछिंग अपनी उम्र से ज्यादा जवान दिखती हैं। बोलचाल में बिल्कुल युवा लोगों की तरह स्फूर्त और तेजस्वी हैं। उन की आवाज़ और मुस्कुराहट हमेशा से प्रभावशाली रही है। दसेक साल पहले जब वह अपनी उम्र की परवाह न कर एक लड़की की छवि में सार्वजनिक गतिविधियों में उपस्थित थी,तो मनोरंजन-
मीडिया के संवाददाता सदाबहार यौवन के उन के रहस्य पर तरह-तरह की अटकलें लगाया करते थे। इस का ल्यू श्याओछिंग हमेशा एक सा जवाब दिया करती थीं कि आत्मविश्वास उन की शख्सियत की पहचान है। इस से उन का बहुत कुछ हुआ है।
सुश्री ल्यू श्याओछिंग सचमुच आत्मविश्वास से भरी एक फिल्म स्टार हैं। विनम्रता को शिष्टता मानने वाले चीन में उन्होंने हिम्मत से अपनी प्रशंसा करते हुए कहा था कि वह चीन की सब से बढ़िया फिल्म अभिनेत्री हैं। पिछले दसेक सालों की मुसीबतें झेलने के बाद आज भी वे अपने इस विचार पर डटी हुई हैं। उन का कहना है :
"ठीक है मैं अभी अपने पक्ष में वोट डालती हूं। मेरे विचार में एक व्यक्ति यदि अपने पर भरोसा नहीं कर सकता है,तो दूसरे लोग कैसे उस पर विश्वास कर सकते है ? मैंने अनेक व्यवसायों का अनुभव किया है,अब समझ गयी हूं कि अभिनय मेरा सब से पसंदीदा व्यवसाय है,जो मेरे लिए निहायत जरूरी और उचित है। मुझे 6 बार फिल्म जगत के सर्वोच्च पुरस्कार—सौ पुष्प और स्वर्ण मुर्गी पुरस्कार से नवाज़ा गया है । एक जमाने में एक अभिनेत्री को जो पुरस्कार मिल सकते थे,मैंने वे सब के सब प्राप्त किए । "
सुश्री ल्यू श्याओछिंग मध्य चीन के सछ्वान प्रांत के छुंगछिंग शहर की रहने वाली हैं। वे चटपटी चीजें खाना पसन्द करती हैं और सीधे स्वभाव की हैं। घूमा-फिरकर बात करना उन्हें बुरा लगता है। सन् 1975 में उन्हें फिल्म में काम करने का जब मौका मिला,उस समय चीन में बहुत कम फिल्में बनायी जाती थीं। कल्पना कीजिए कि फिल्म में एक ही भूमिका के लिए कितनी अभिनेत्रियों को तीव्र स्पर्द्धाओं में भाग लेना पड़ता था। आखिरकार श्रेष्ठ प्रदर्शन और सीधे स्वभाव की विशेषता के कारण ही ल्यू श्याओछिंग को हीरोइन की भूमिका मिली।
पिछली सदी के 80 वाले दशक के शुरू में उन्होंने दो लोकप्रिय फिल्मों 《 छोटा पुष्प 》और 《देखो,यह परिवार 》में हीरोइन की भूमिकाएं अदा कीं। उन का अभिनय को जब सब ने सराहा ,तब से उन की छवि व्यापक चीनी दर्शकों के मानस-पटल पर अंकित हो गयी ।आज भी जब लोग उन की चर्चा करते हैं,तो 《 छोटा पुष्प 》फिल्म में उन की ताजा और हृदयस्पर्द्धा छटा आंखों के सामने उभर आती है।
1983 में ल्यू श्याओछिंग हांगकांग के मशहूर निदेशक ली हान-श्यांग की दो फिल्मों《अग्नि में शाही उद्यान》और《पर्दे के पीछे शासन》में हीरोइनों की भूमिकाओं में नज़र आयीं । इस से उन के प्रभाव और ख्याति में बड़ा इजाफा हो गया। 1986 में वे एक विशेष काल में चीनी बुद्धिजीवियों की कठिनाइयों को दर्शाने वाली《लोटस कस्बा》 एक फिल्म में हीरोइन बनीं। इस फिल्म से उन्होंने सब से श्रेष्ठ चीनी अभिनेत्री के रूप में लाखों चीनी दर्शकों के दिलों पर एकछत्र राज किया और चीनी फिल्म जगत के《सौ पुष्प 》और《स्वर्ण मुर्गी 》दो सर्वोच्च पुरस्कार अपनी झोली में डाले । इस के बाद वे अन्य दो फिल्मों में अपने श्रेष्ठ अभिनय के लिए लगातार 2 वर्षों तक 《स्वर्ण मुर्गी 》पुरस्कार हासिल करती रहीं । चीनी फिल्म-टिप्पणीकारों का कहना है कि चीन के फिल्मी इतिहास में पिछली शताब्दी का 80 वाला दशक ल्यूश्याओछिंग का युग कहा जा सकता है।