2009-03-25 19:13:10

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संरक्षण ने चीन को हानि पहुंचायी

चीनी कस्टम जनरल कार्यालय के अनुसार, इस साल फरवरी में, चीन के आयात-निर्यात के कुल मूल्य में गत साल से 24.9 प्रतिशत की गिरावट आई। यह चीनी आयात-निर्यात में निरंतर चौथे महिने में हुई नकारात्मक वृद्धि है। इसलिए चीन की अंतर्राष्ट्रीय व्यापार स्थिति पर बहुत व्यक्तियों का ध्यान गया है।

चीन के च्यांग सू प्रांत के सामाजिक विज्ञान अकादमी के प्रोफैसर सोन लिन फेई का मानना है कि उक्त स्थिति के दो कारण हैं। उन्होंने कहा:

"एक है विदेशी मांग कम हुई है, दो- विदेशों में व्यापार संरक्षणवाद पैदा हुआ है, उन्होंने चीनी उत्पादों के रास्ते में बाधा पैदा की है।"

विशेषज्ञों का मानना है कि अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संकट के तहत, बहुत से देशों में आर्थिक मंदी आई और रोज़गार की स्थिति गंभीर रही, बहुत से देशों ने व्यापार में बाधा डाली है और चीन के निर्यात कारोबारों को वास्तविक हानि पहुंचायी है।

इस के प्रति चीन के च्यांग सू प्रांत यिन्ग यो ग्रुप के अध्यक्ष च्यांग क्वो ल्यांग ने कहा कि वर्तमान में निर्यात व्यापार की स्थिति गंभीर है।

"विदेशों के बहुत से कारोबार बिना किसी कारण के हमारे उत्पादों का स्वीकार नहीं कर रहे हैं, गत साल ऐसी स्थिति बहुत कम थी, मेरा विचार है कि व्यापार संरक्षणवाद मौजूद है"

वास्तव में, चीनी उत्पादों में बड़ी प्रतिस्पर्द्धा शक्ति होने के बावजूद, निर्यात बाजार में चीन के सामने बड़ी कठिनाई है। एंटी डम्पिंग की जांच में निरंतर 11 सालों में चीन के उत्पादों की जांच की संख्या सब से अधिक रही है। हाल में, अमेरिका और यूरोप ने चीन के खिलाफ एंटी डम्पिंग कर लगाया है।

लोन डा खाद्य ग्रुप के अध्यक्ष कोन श्यू बिन ने संवाददाता से कहा कि उन की कंपनी के उत्पादों को प्रमुख रुप से जापान में निर्यात किया जाता है, जापान की कसौटी के अनुसार उन्होंने अपनी कंपनी की जांच का स्तर ऊंचा किया है।

"वर्ष 2005 में हम ने तीन कर्मचारियों को जापानी कसौटी के मापदंड जानने के लिए जापान भेजा, और जापान की मांग के अनुसार जांच उपकरण आयात किए हैं।।"

कोन श्यू बिन ने कहा कि पूरी तरह से जापानी मांग के अनुसार उत्पादन करने के कारण उन की कंपनी की निर्यात रकम में वृद्धि हुई है।

व्यापार संरक्षणवाद का सामना करने में चीन सरकार ने सक्रिय कदम उठाया है। चीन सरकार ने कई बार कहा कि चीन व्यापार संरक्षणवाद का विरोध करता है और व्यापार संरक्षणवाद नहीं करता है।

चीनी राज्य परिषद के विकास अध्ययन केंद्र के वैदेशिक व्यापार विभाग के प्रधान च्यांग श्यांग ची का मानना है कि अगर व्यापार संरक्षणवाद को नहीं रोका जाता है तो विश्व अर्थ व्यापार पर संरक्षणवाद का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

"अगर व्यापार संरक्षणवाद रहता है तो सिर्फ चीन ही को नुकसान नहीं पहुंचेगा बल्कि दूसरे देशों को भी नुकसान झेलने पड़ेंगे, क्योंकि चीन एक बड़ा आयातित देश भी है, इसलिए विश्व को एक साथ व्यापार संरक्षणवाद का विरोध करना चाहिए। "

विशेषज्ञों का मानना है कि ऐतिहासिक दृष्टि से देखा जाये,तो आर्थिक मंदी शुरु होने के एक दो साल बाद व्यापार संरक्षणवाद शुरु होता है, इसलिए वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संरक्षणवाद शुरूआती दौर में है, इस के प्रति चीन को आयात बढ़ाने और कारोबारों को विदेशी देशों में पूंजी लगाने को प्रोत्साहित करते हुए व्यापार संरक्षणवाद का सामना करना चाहिए।

चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने भी स्पष्ट रुप से कहा कि चीन व्यापारिक बदला नहीं लेता है।