2009-03-20 18:02:04

आर्थिक वृद्धि का आश्वासन देने के लिए चीन ने दस-उद्योग गठित करने की योजना जारी की

इस साल 14 तारीख जनवरी से 25 तारीख फ़रवरी तक सिर्फ 40 दिनों में चीन सरकार ने कार,स्टील, वस्त्र, उपकरण विनिर्माण, इलेक्ट्रॉनिक्स, पेट्रो, फुहार व्यवसाय, अलौह धातु और रसद कुल दस-उद्योग गठित करने की योजना जारी की। विशेषज्ञों का मानना है कि दस-उद्योग गठित करने की योजना कारोबारों की वास्तविक मुश्किल का हल करने के लिए लाभकारी है और प्रौद्योगिकी उन्नयन व औद्योगिक पुनर्गठन के लिए भी लाभदायक है। सुनिए विस्तार सेः

दस-उद्योग गठित करने की योजना से संबंधित क्षेत्रों का उत्पादन मूल्य चीन का कुल आर्थिक मूल्य 30 प्रतिशत से अधिक है, कर की संख्या चीन की कुल कर का करीब 40 प्रतिशत है, दस-उद्योगों में प्रत्यक्ष रुप से काम करने वालों की संख्या चीन के शहरों में काम करने वालों की कुल संख्या का 30 प्रतिशत है। इन के अलावा, कृषि, गांव व किसानों की समस्याओं का समाधान करने के दृष्टिकोण से सिर्फ वस्त्र और फुहार व्यवसाय के खाद्य पदार्थ, फर्नीचर,और बाल क्षेत्रों में काम करने किसान मज़दूरों की संख्या करीब छह करोड़ है। चीन का विकास व रूपांतरण समिति के उप प्रधान ल्यू थ्य नान ने कहा कि ये उद्योग राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं।

"दस-उद्योगों में काम करने वालों की संख्या दस करोड़ से अधिक है, जब तक दसों-उद्योग स्थिर रहते हैं तब तक कर, रोजृगार और कृषि, गांव व किसानों की समस्या नहीं बढेगी।"

अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संकट के तहत, चीनी माल की विदेशों में मांग कम होने के कारण चीन का निर्यात कम हुआ है। दसों-उद्योगों के गठन करने की योजना में कहा गया है कि चीन सक्रिय कदम उठाकर मशीनरी उपकरण, वस्त्र,स्टील और फुहार व्यवसाय का विकास बढ़ाएगा, इन सक्रिय कदमों में शामिल है कि कठिनाई झेलने वाले कारोबारों को ऋण देना और कुछ उत्पादों के लिए निर्यात कर की छूट दर बढ़ाना।

उदाहरण के लिए, गत जनवरी से गत नवम्बर तक चीन में वस्त्र कारोबारों के कुल मुनाफे में इधर के दस सालों में पहली बार नकारात्मक वृद्धि हुई। चीन वस्त्र निगम के प्रवक्ता सून ह्वै बिन ने कहा कि वस्त्र उद्योग गठित करने की योजना का जारी होना, कठिनाई झेल रहे कारोबारों के लिए अच्छी खबर है।

" कारोबारों के पूंजी इकट्ठा करने में यह सक्रिय भूमिका अदा करेगा। कर नीति का बैंकों द्वारा कार्यान्वयन किए जाने से कारोबारों की पूंजी के प्रति मांग को पूरा किया जाएगा।"

कारोबारों का बोझ कम होगा और व्यापार का पैमाना बड़ा होगा, विशेषज्ञों का मानना है कि यह रोज़गार का दबाव कम करेगा। आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2009 की शुरूआत में चीन में करीब दो करोड़ किसान मज़दूरों को बेरोजगार हो कर अपने-अपने घरों को वापस जाना पड़ा है, जब कि वस्त्र और फुहार व्यवसाय किसान मजदूरों को रोज़गार के अवसर देने के प्रमुख उद्योग हैं। इसलिए उन का पुनःविकास चीन की रोज़गार स्थिति का सुधार करने के लिए लाभदायक है।

वित्तीय संकट के तहत चीन में कुछ उद्योगों में सकंट पैदा होने से जाहिर है कि उन का औद्योगिक ढाँचा उचित नहीं है।

उदाहरण के लिए, चीन में वर्तमान में स्टील कारोबारों की संख्या 1200 है जिस में बड़े व मझौले स्टील कारोबारों की संख्या करीब 70 है। छोटे स्टील कारोबारों ने बड़ी संख्या में स्टील उद्योग का मुनाफा कम किया और यह स्टील उद्योग के दीर्घकालीन विकास के लिए लाभदायक नहीं है। औद्योगिक ढाँचे का सुधार करने के लिए फौरी कार्य है औद्योगिक एकता की हद बढ़ाना। चीन स्टील निगम के उप प्रधान ल्वो बिन ने कहा कि वर्ष 2008 में चीन में कुछ स्टील कारोबारों का पुनर्गठन किया गया।

"वर्ष 2008 में दस कारोबारों के स्टील के उत्पादन की पैदावार थी 21 करोड़ टन , जोकि चीन में कुल स्टील की पैदावार का 42.5 प्रतिशत है, वर्ष 2007 की पैदावार से 5.71प्रतिशत की इस में वृद्धि हुई है।"

विशेषज्ञों ने कहा कि पुनर्गठन से ऊर्ज़ा का वितरण अच्छी तरह किया जा रहा है और राष्ट्रीय आर्थिक प्रतिस्पर्द्धा शक्ति को बढ़ाया जा सकेगा। चीन उद्योग व जानकारी मंत्रालय के अधिकारी ज़ू होन रेन ने कहा कि कारोबारों के बीच के पुनर्गठन से चीन की आशा है कि बड़ी प्रतिस्पर्द्धा शक्ति का स्वामी वाला उद्योग ज़ोन स्थापित होगा।

"दस-उद्योगों को गठित करने की योजना कारोबारों का पुनर्गठन प्रोत्साहित करेगी।"

विश्लेषकों का मानना है कि दस-उद्योगों के गठन की योजना चीन के निर्यात-प्रकार के आर्थिक वृद्धि के ढंग को अंदरूनी मांग में बदलेगी, जब कि कुछ उत्पादों में कर छूट की दर को बढ़ाने का कदम अंतर्राष्ट्रीय प्रचलित नियम के अनुसार है,यह व्यापार संरक्षणवाद नहीं है, चीन की विकास व रूपांतरण समिति के उप प्रधान ल्यू थ्य नान ने स्पष्ट रुप से कहा कि चीन व्यापार संरक्षणवाद का विरोध करता है।