2009-01-21 17:03:53

चीन के वनजो शहर में स्थित निजी उद्यम

31 साल पहले चीन ने सुधार व खुलेद्वार की नीति लागू की थी, उस के बाद चीन में निजी उद्यम का तेज़ी से विकास हो रहा है और समाजवादी चीन की यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक शक्ति बन गया है। इस कार्यक्रम में हम आप को दक्षिण चीन के समुद्र तटीय शहर वनजो का परिचय देंगे।

वर्ष 1979 में, वनजो की निवासी 19 वर्षीय ज़ांग ह्वा मेइ के पास चीन में पहले निजी उद्यम का व्यापार लाइसेंस था।

"उस समय मुझे बहुत खुशी हुई, क्योंकि व्यापार लाइसेंस का स्वामी होकर व्यापार करना अधिक सुविधाजनक है।"

वर्ष 1979 से पहले वनजो में कुछ व्यक्तियों ने छोटा व्यवसाय करना शुरू किया था, लेकिन उस समय इस प्रकार का व्यवसाय करना मना था। सुधार व खुलेद्वार की नीति लागू की जाने की शुरूआत में हालांकि निजी उद्यम वैध हो गया, व्यापार करना अच्छा काम नहीं माना जाता था।

"उस समय अधिकांश व्यक्तियों का मानना था कि क्योंकि मैं सिर्फ़ एक निजी उद्यमी हूँ, बहुत व्यक्तियों को मुझ से घृणा थी।"

व्यापार लाइसेंस का स्वामी होकर, ज़ांग ह्वा मेइ ने 150 चीनी य्वान का प्रयोग करके अपना व्यापार करना शुरू किया। गत साल जांच ह्वा मेइ की एक बटन कंपनी की रजिस्टर्ड पूँजी पांच लाख चीनी च्यान थी।

वर्त मान में वनजो में निजी उद्यमों की संख्या एक लाख 40 हज़ार से ज्यादा है, वनजो में 99.5 प्रतिशत उद्यम निजी क्षेत्र के हैं।

वनजो शहर में निजी उद्यम मामलात को देखने वाले श्री ज़ू श्यान ल्यांग का मानना है कि वनजो शहर में निजी उद्यमों का तेज़ विकास वनजो शहर के विकास की शर्त से जुड़ा हुआ है।

"सुधार व खुलेद्वार की नीति से पहले वनजो शहर के विकास की शर्तें अच्छी नहीं थी और रोज़गार का दबाव बड़ा था। हमारा मानना है कि साझा समृद्धि साकार करने के लिए निज़ी अर्थ का विकास करना सब से कारगर कदम है। "

वनजो विश्वविद्यालय के प्रोफ़ैसर श्री मा चिन लोन का मानना है कि पायोनियर के स्वभाव के तहत वन ज़ो में रहने वालों ने एक जीवंत विकास का नमूना पेश किया है।

"सुधार व खुलेद्वार की नीति लागू की जाने की शुरूआत में वन ज़ो शहर ने पहले-पहल निजीकरण व बाजार व्यवस्था का कार्यान्वयन किया।"

उस समय श्रम प्रधान उद्यमों का तेज़ी से विकास हुआ, इन में जूता बनाना बड़ा उद्यम था। जब कि श्रम लागत में वृद्धि होने के चलते वन ज़ो में परम्परागत श्रेष्ठता मौजूद नहीं है। वन ज़ो में स्थित उद्यमों ने औद्योगिक संरचना का समायोजन करना शुरू कर दिया है।

वर्ष 1980 में स्थापित खांग नैइ ग्रुप चीन में सब से बड़ा जूता बनाने का उद्यम बन गया, इस ग्रुप के उप मुख्य मैनेजर श्री ज़ो चिन म्याओ का मानना है कि ब्रॉण्ड की स्थापना व तकनीकी नवाचार सब से महत्वपूर्ण है।

"खांग नैइ ग्रुप ने पहले अंतर्राष्ट्रीय समुन्नत सामग्री व तकनीक आयात की। इस साल हम ने इटली व स्पेन के डिजाइनर किराये पर लिए हैं, विश्व में प्रसिद्ध ब्रॉण्ड बनना हमारा लक्ष्य है।"

वर्ष 2008 में विश्व वित्तीय संकट के तहत फ़्रांस में स्थित खांगनैइ की बिक्री रकम में 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

ज़ेन थाई ग्रुप भी एक निजी उद्यम है। वह वर्ष 1984 में स्थापित हुआ, उसी समय ज़ेन थाई की राशि सिर्फ़ 50 हज़ार चीनी च्यान थी, वर्तमान में हर साल उस की बिक्री रकम 20 अरब चीनी य्वान से अधिक है। ज़ेन थाई ग्रुप के उप महानिदेशक श्री लीन के फ़ू ने परिचय देते हुए कहा

"सौर उत्पाद ज़ेन थाई ग्रुप का नया वृद्धि अंक बन गया है, गत साल सौर उत्पाद का बाजार में प्रवेश हुआ और उस की बिक्री स्थिति अच्छी है। सौर उत्पाद का भविष्य ज़रूर अच्छा होगा। "

खांग नैइ और ज़ेन थाई ग्रुप के अच्छे विकास को देखकर ज़ांच ह्वा मेइ के पास अपनी कंपनी के विकास के लिए और कुछ योजना भी है। उस ने कहा कि वह भी अपने ब्रॉण्ड का विकास करेगी।

© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040