2008-12-26 20:38:43

चीन और अल्जीरिया के बीच के आर्थिक सहयोग दिन ब दिन घनिष्ठ हो रहा है

चीन और अल्जीरिया ने वर्ष 1958 में राजनयिक संबंधों की स्थापना की और वर्ष 1964 में दोनों देशों ने पहला सरकारी समझौता हस्ताक्षरित किया, वर्ष 1979 और वर्ष 1999 में दोनों देशों ने दो बार नए व्यापार समझौता हस्ताक्षरित किया। वर्ष 1996 में दोनों देशों ने निवेश संरक्षण समझौता हस्ताक्षरित किया। वर्ष 2006 में दोनों पक्षों ने दोहरा कराधान से बचने के समझौते पर हस्ताक्षर किए । वर्ष 1982 से आज तक दोनों देशों ने 6 बार मिश्रित आर्थिक व्यापारिक समिति के सम्मेलन आयोजित किए है।

चीन और अल्जीरिया के बीच के अच्छे राजनीतिक संबंध ने दोनों पक्षों के आर्थिक-व्यापारिक सहयोग के लिए मजबूत आधार की स्थापना की है। खासकर इधर के सालों में सुधार व खुलेद्वार की नीति लागू किया जाने के बाद चीन की सकल राष्ट्रीय शक्ति लगातार जबरदस्त हो रही है, जबकि अल्जीरिया की आंतरिक स्थिति भी दिन ब दिन स्थिर हो रही है, इसलिए दोनों देशों के बीच के आर्थिक-व्यापारिक सहयोग में अच्छा रुझान पैदा हुआ है। दोनों सरकारों के सशक्त समर्थन व विभिन्न कारोबारों के प्रयासों के परिणामस्वरूप व्यापार,ऊर्ज़ा, आधारभूत संरचनाओं की स्थापना और सौर ऊर्जा के उपयोग आदि क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच के सहयोग सुचालू विकसित हो रहा है।

चीन और अल्जीरिया के बीच के आर्थिक सहयोग की वर्तमान स्थिति की चर्चा करते हुए चीनी वाणिज्य मंत्रालय के पश्चिम एशिया व अफ़्रीका ब्यूरो के अधिकारी सुश्री शे चुंग मेइ ने संवाददाता से कहा:"वर्ष 2007 में चीन और अल्जीरिया के बीच की व्यापार रकम 3 अरब 83 करोड़ अमेरिकी डॉलर रही, जो इस से पहले के साल से 83 प्रतिशत बढ़ी, जिस में चीन की निर्यात रकम 2 अरब 69 करोड़ अमेरिकी डॉलर रही और चीन की आयात रकम एक अरब 14 करोड़ अमेरिकी डॉलर रही। वर्ष 2008 की जनवरी से जुलाई तक द्विपक्षीय व्यापार रकम 2 अरब 53 करोड़ अमेरिकी डॉलर रही, जो गत साल से 32 प्रतिशत बढ़ गयी । अल्जीरिया अफ़्रीका में चीन का छठा बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया।"

अल्जीरिया अफ़्रीका का प्रमुख तेल व गैस उत्पादन देश है और ओपेक में दूसरा बड़ा प्राकृतिक गैस उत्पादन देश भी है। लम्बे समय में तेल व गैस उत्पादन उद्योग अल्जीरिया का स्तंभ वाला उद्योग है। इधर सालों में चीन के आर्थिक विकास में ऊर्ज़ा की बढती हुई मांग पूरा करने के लिए, सिनोपैक और चीन पेट्रोलियम निगम ने वर्ष 2000 व वर्ष 2001 में अल्जीरिया में कर्मचारियों को भेजकर ऊर्ज़ा बाजार का दोहन करना शुरू किया है। इस ने चीन और अल्जीरिया के बीच भविष्य में ऊर्ज़ा क्षेत्र के सहयोग के लिए अच्छा आधार की स्थापना की है। शांगहाई विदेशी भाषा विश्वविद्यालय के ऊर्ज़ा सवाल के विशेषज्ञ प्रोफ़ेसर श्री वांग यो योन का कहना है कि चीन और अल्जीरिया के बीच का ऊर्ज़ा सहयोग देर से शुरु हुआ, लेकिन अपेक्षाकृत बड़ी उपलब्धि प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा:"तेल आयात देश होने के नाते, चीन आयात सुरक्षा पर ध्यान देता है और देश में रणनीतिक तेल भंडारण के विकास के साथ साथ विदेश में पूंजी लगा कर तेल आपूर्ति अड्डे की स्थापना करने की भी जरूरत है। तेल का निर्यात देश होने के नाते, अल्जीरिया तेल की निर्यात सुरक्षा पर ध्यान देता है और उसे पूंजी आकर्षित कर अपने तेल बाजार का विरस्तार करने की जरूरत है। इसलिए दोनों पक्षों के तेल क्षेत्र में सहयोग दोनों देशों के रणनीतिक हितों से मेल खाता है।"

वर्ष 2004 की फरवरी में चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिन थाओ की अल्जीरिया यात्रा के दौरान, चीन और अल्जीरिया ने ऊर्ज़ा व खनिज सहयोग क्षेत्र में ढांचागत समझौते पर हस्ताक्षर किये। दोनों पक्षों का मानना है कि दोनों देशों का सहयोग एक दूसरे के पूरक है और ऊर्ज़ा क्षेत्र में दोनों पक्षों के सहयोग का विस्तार किया जाना जारी रखना चाहिए। जिस का दोनों पक्षों के लिए भारी रणनीतिक महत्व होगा।

ऊर्ज़ा क्षेत्र के सहयोग के अलावा, निर्माण परियोजना का ठेका लेना और श्रमिक सेवा सहयोग दोनों देशों के बीच का दूसरा विशेष क्षेत्र है। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के पश्चिम एशिया व अफ़्रीका ब्यूरो के अधिकारी सुश्री शे चुंग मेइ ने कहा:"दोनों देशों के बीच निर्माण परियोजना का ठेका लेने का सहयोग वर्ष 1980 से शुरू हुआ ,जिस में मार्ग, आवास निर्माण, रेलवे और टेलिकॉम व्यवसाय शामिल हैं । वर्ष 2008 के जुलाई तक अल्जीरिया में चीन द्वारा ली गयी अनुबंधित परियोजनाओं की कुल रकम 18 अरब 88 करोड़ अमेरिकी डॉलर तक पहुंची । श्रमिक सेवा के क्षेत्र में ठेके की कुल रकम 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर है । "

अल्जीरियाई आधारभूत संरचनाओं की स्थापना के क्षेत्र में चीन द्वारा ठेके पर ली गयी सब से प्रमुख परियोजना है अल्जीरिया के पूर्व-पश्चिम एक्सप्रेस वे का निर्माण । यह परियोजना अल्जीरिया के इतिहास में सब से बड़ी परियोजना है। इस परियोजना में चीन के सी.आई.टी.आई.सी.और चीनी रेलवे निर्माण महा निगम द्वारा संयुक्त निवेदन से मध्य व पश्चिमी भाग का निर्माण कार्य प्राप्त हुआ, जिस की कुल लम्बाई 528 किलोमीटर और धन राशि 6 अरब 25 करोड़ अमरीकी डालर है। परियोजना विभाग के महा मेनेजर श्री ह्वा डोन यी ने सी.आर.आई. संवाददाता को परिचय देते हुए कहा कि यह परियोजना वर्तमान में चीनी पूंजी वाली कंपनियों द्वारा विदेश में प्राप्त सब से बड़ी परियोजना है इसलिए यह परियोजना बहुत महत्वपूर्ण है और दोनों देशों ने इस परियोजना को बड़ा महत्व दिया है। उन्होंने कहा:"वर्तमान में इस परियोजना पर अफ्रीका के बहुत से देशों ने भी बड़ा ध्यान दिया है। बहुत से देशों ने अल्जीरिया से हमारी कंपनी की स्थिति व परियोजना की प्रगति के बारे में जानकारी मांगी। इसलिए हम ने इस परियोजना को अपना एक व्यापार कार्ड के रूप में माना है।"