2008-12-05 11:50:05

डब्ल्यू.टी.ओ. में चीन की भागीदारी ने चीन का खुला रूख दिखाया

दस नवम्बर वर्ष 2001 में कतार स्थानीय समयानुसार अठारह बजकर चालीस मिनट पर चीन डब्ल्यू.टी.ओ.में शामिल हुआ। 15 साल की वार्ता और प्रतीक्षा के बाद चीन औपचारिक रूप से डब्ल्यू.टी.ओ.का एक सौ और तैंतालीसवां सदस्य बना। सुधार व खुलेद्वार की नीति लागू की जाने के पिछले 30 सालों में यह सब से महत्वपूर्ण उपलब्धियों में एक है। डब्ल्यू.टी.ओ.में चीन की भागीदारी के बाद इधर के सात सालों में चीन ने सरल व वास्तविक रूख से पहले के वचनों का पालन किया है। आज के कार्यक्रम में हम आप को इस संदर्भ में विभिन्न स्थितियों का परिचय देंगे।

वर्ष 2001 में डब्ल्यू.टी.ओ.में भाग लेने के लिए हस्ताक्षरित समझौते के अनुसार चीन ने टैरिफ कम किया, कुछ गैर-टैरिफ कदम हटाए और बड़ी संख्या के माल के टैरिफ की प्रशासन व्यवस्था का सुधार किया। इन प्रयासों की डब्ल्यू.टी.ओ.ने प्रशंसा की, डब्ल्यू.टी.ओ.में विकास विभाग के प्रधान श्री प्रियदर्शी ने कहा:

"चीन के आर्थिक विकास में निर्यात बहुत महत्वपूर्ण है, उसे कृषि और गैर-कृषि उद्योग का कर कम करने में बड़ी प्रगति हासिल हुई है। कृषि का औसत टैरिफ घटकर नौ दशमलव आठ प्रतिशत तक पहुंच गया है,गैर-कृषि का औसत टैरिफ घटकर आठ प्रतिशत तक पहुंचा है। टैरिफ कम करने से संबंधति क्षेत्रों की व्यापार रकम में बड़ी वृद्धि हुई है।"

माल व्यापार से वित्त और टेलिकोम आदि सेवा व्यापार क्षेत्र के खुलेपन ने चीन में संबंधित उद्योगों पर अधिक प्रभाव डाला है। वित्त क्षेत्र में वर्तमान में विदेशी पूंजी बैंक चीन में अपने-अपने उपभोग्ताओं को चीनी य्वान की सेवा दे सकते हैं। विदेशी पूंजी बीमा संस्था चीन के किसी भी शहर में अपनी संस्था की स्थापना कर सकती है। टेलिकोम उद्योग में विदेशी पूंजी कंपनी संयुक्त उद्यम की स्थापना करके चीन में आधारिक टेलिकोम की सेवा दे सकती है। इन के अलावा विदेशी पूंजी खुदरा उद्योग, विदेशी कानूनी फर्म, विदेशी लेखांकन फर्म, संयुक्त चिकित्सा,शिक्षा पर्यटन की सेवा परियोजना आदि ने चीनी बाजार में कदम रखे हुए हैं।

बाजार के खुलेपन ने चीनी कारोबारों को अधिक चुनौती दी है। लेकिन बहुत से चीनी उद्यमियों ने माना कि डब्ल्यू.टी.ओ. में चीन की भागीदारी ने चीनी कारोबारों को भी अधिक अवसर दिए हैं। चीन में सब से बड़े वाणिज्य बैंक--- चीन उद्योग व वाणिज्य बैंक के अध्यक्ष श्री चांग च्यान छिन ने कहा:

"पहले की याद करते हुए हम मानते हैं कि बैंकिंग व्यवसाय का विकास बढ़ाने की शक्ति है स्पर्धा। दो, स्पर्धा ने चीनी वाणिज्य बैंकों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में हिस्सेदारी दिलाई है।"

तीन राष्ट्रीय वाणिज्य बैंक विदेशी बाजार में सूचीबद्ध हुए हैं। चाइना मोबाइल विश्व में उपभोग्ताओं को सेवा देने वाली सब से बड़ी मोबाइल संचार कंपनी है। चेरी,चिली और च्योंह्वा आदि चीनी निजी कंपनियां विदेश में अपने व्यवसाय का निरंतर विस्तार कर रही हैं। डब्ल्यू.टी.ओ. में भाग लेने के बाद ये चीन में हुई प्रगति के उदाहरण हैं। डब्ल्यू.टी.ओ. में भाग लेने पर चीन में प्रथम वार्ता प्रतिनिधि वर्तमान बोऔ एशिया मंच के महासचिव श्री लोन योन थू ने कहा:

"वार्ता समय में हम ने माना कि डब्ल्यू.टी.ओ. में भाग लेकर चीन को अधिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ा है, लेकिन वास्तव में हम ने चीनी कारोबारों की प्रतिस्पर्द्धा शक्ति का मूल्य समझा है। कई ऐसे क्षेत्रों में उन्हें अधिक लाभ मिला है जिन में पहले माना जाता था कि बहुत गंभीर कठिनाई होगी। उदाहरण के लिए, इधर के सालों में चीनी कृषि में सब से बड़ी प्रगति हुई है।"

इन के साथ-साथ चीन में बौद्धिक संपदा अधिकार की रक्षा व्यवस्था में निरंतर सुधार हो रहा है। संशोधित पेटेंट कानून, ट्रेडमार्क कानून और कॉपीराइट कानून में सुरक्षा की परिधि का विस्तार हुआ है और चीन नागरिकों की बौद्धिक संपदा अधिकार जागरूकता बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के उप मंत्री श्री यी श्याओ ज़्वन ने कहा कि डब्ल्यू.टी.ओ. की विचारधारा चीन में बहुत प्रसिद्ध रही:

"डब्ल्यू.टी.ओ.के पारदर्शी और गैर-भेदपूर्ण सिद्धांतों का चीन में पालन किया जाता है । हम गंभीरता से डब्ल्यू.टी.ओ. के नियमों का पालन कर रहे हैं और व्यावहारिक रूप से विभिन्न वचन निभा रहे हैं।"

खुलेपन के स्तर को बढ़ाने के साथ-साथ चीन मुक्त व्यापार का पक्षधर है। वर्ष 2003 से आज तक चीन ने एशिया, ओशिन्या, लैटिन अमेरिका, यूरोप,अफ़्रीका में 29 देशों व स्थानों के साथ सहयोग करके 12 मुक्त व्यापार क्षेत्रों की स्थापना की है। चीन विश्व व्यापार में एक महत्वूर्ण शक्ति बन रहा है।