2008-07-16 09:44:23

चीनी निर्यात उद्यम विदेश व्यापार की कठिनाइयों को हल करने में सक्रिय रहे

30 अप्रैल को 103वां चीनी आयात-निर्यात माल मेला दक्षिण चीन के क्वांगचो शहर में समाप्त हुआ। वर्तमान में अमरीका के सब्प्राइम कर्ज संकट व चीनी मुद्रा रनमिनबी की मूल्य वृद्धि से प्रभावित हो कर चीन के विदेश व्यापार में गंभीर स्थिति पैदा हुई है। ऐसी स्थिति में चीनी आयात निर्यात माल मेले पर व्यापक ध्यान गया । मौजूदा मेले से मिली खबर के अनुसार विदेश व्यापार में आयी कठिनाइयों को दूर करने के लिए चीनी निर्यात उद्यम फिलहाल सक्रिय कदम उठा रहे हैं । आज के कार्यक्रम में हम इस संदर्भ में एक रिपोर्ट सुनाएंगे।

क्वांगचो का चीनी आयात-निर्यात माल मेला हर साल दो बार आयोजित होता है, जो चीन का सब से लम्बा इतिहास व सब से बड़े पैमाने वाला बहुमुखी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला है। मौजूदा मेले में हमारे संवाददाता ने वर्तमान निर्यात स्थिति के बारे में कुछ उद्यमों के साथ साक्षात्कार किया।

गत साल तुर्की के साथ संपन्न दो अनुबंधों को रद्द किया गया था और गंभीर स्थिति महसूस हुई है। चीनी मुद्रा का मूल्य बढ़ रहा है इसलिये वस्तुओं का दाम भी बढ़ता जा रहा है, जो विदेशी व्यापारियों के लिए अस्वीकार्य है।

वर्तमान में विनिमय दर में बदलाव, चीनी मुद्रा रनमिनबी की मूल्यवृद्धि और श्रम शक्ति के लागत में वृद्धि को उद्यम नहीं सह सकते। 

चीनी विदेश व्यापार की स्थिति के सूचक के रूप में क्वांगचो आयात निर्यात माल मेले ने हजारों चीनी निर्यात उद्यमों को यह इंगित किया कि विभिन्न निर्यात व्यवसायों की वृद्धि में ढीला आया है। चीनी राष्ट्रीय कस्टम ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार इस साल की पहली तिमाही में कुल निर्यात रकम सिर्फ तीन खरब अमरीकी डालर है, जो गत साल की इसी अवधि से 5 प्रतिशत कम है।

मेले में भाग लेने वाले निर्यात उद्यमों ने कहा कि रनमिनबी की विनिमय दर की वृद्धि से उन पर दबाव डाला गया है, जिस से टेक्सटाइल, वस्त्र आदि व्यवसायों पर बड़ा प्रभाव पड़ा है, क्योंकि ये व्यवसाय निर्यात पर निर्भर रहते हैं। चीनी टेक्सटाइल अंतर्राष्ट्रीय कंपनी के सी ई ओ श्री ली लिंग मिन ने उदाहरण देते हुए कहाः

गत साल के अंत में संपन्न अनुबंधों में उस समय एक अमरीकी डालर कमाने पर 7.2 चीनी य्वान मिलता था , लेकिन विनिमय दर के बदलाव के कारण इस साल की जुन तक जब अनुबंध पर अमल के समय यह दाम 6.9 य्वान रह गया है। जाहिर है कि मेरे इन सौदों में घाटा होगी।

विनिमय दर सवाल के अलावा, इधर के वर्षों में चीनी विदेश व्यापार में अनुकूल संतुलन होने के कारण चीन ने पहले प्रोत्साहन मिले प्रोसेसिंग उद्योगों को सिकोड़ना शुरू किया है। चीन ने निर्यात माल के ढ़ांचे को श्रेष्ठ बनाने व उच्च प्रदूषण, उच्च ऊर्जा खपत वाले मालों के निर्यात पर नियंत्रण करने पर जोर देना शुरू किया है। इस के अलावा कच्चे माल के दाम व श्रम शक्ति के मूल्य की वृद्धि व अमरीकी सबप्राइम कर्ज संकट आदि विश्व बाजार के लिए अस्थिर तत्व बढ़ गये हैं, जिस का बहुत से चीनी उद्यमों पर प्रभाव पड़ा है। उदाहरण के लिये, पिछले निर्यात मेले की तुलना में मौजूदा मेले में यूरोप व अमरीका आदि विकसित देशों से आये खरीदारी व्यापारियों की संख्या कम हुई है। गंभीर स्थिति के सामने चीन सरकार विदेश व्यापार के बारे में अपनायी गयी नीति बदलेगी या नहीं और चीनी निर्यात उद्यम इन सवालों का कैसे सामना करेगा, जिस पर लोगों का ध्यान केंद्रित हुआ है।(रूपा)