2008-06-20 15:11:04

शानतुंग में पर्यावरण संरक्षण बढ़ाने के लिये व्यवसायों में ढ़ांचागत पुनर्गठन

अनवरत विकास के लिये इधर वर्षों में पूर्वी चीन के शानतुंग प्रांत ने कड़ी पर्यावरण संरक्षण नीति अपना कर बड़ी मानवीय, भौतिक व वित्तीय शक्ति लगाकर व्यवसायों में ढ़ांचागत पुनर्गठन किया है और इस में उलेखनीय उपलब्धी प्राप्त की , जिस से पर्यावरण संरक्षण सुदृढ़ हो गया है । आज के इस कार्यक्रम में हम इस के बारे में आप लोगों को परिचय देंगे।

शानतुंग प्रांत के एक बड़े कागज उद्यम यानी ह्वावन कागज उद्योग समूह ने गत साल में अपने अंतिम खेप वाले पिछड़े हुए कागज उत्पादन उपकरणों को हटाकर समुन्नत कागज उत्पादन तकनीकों व उपकरणों का प्रयोग करना शुरू किया, जिस से कागज बनाने से पैदा होने वाले रद्दी की जल राशि में ओर्गनिक संश्लिष्ट तत्वों का गाढ़ेपन पहले के प्रति लिटर 420 मिलीग्राम से घट कर 60 मिलीग्राम रह गया । उद्योग समूह के बोर्ड अध्यक्ष श्री चो फङ ने इस की चर्चा में कहा कि पर्यावरण संरक्षण के स्तर की निरंतर उन्नति के लिये उद्योगों को अधिक समुन्नत तकनीकों का प्रयोग करना चाहिये। उन्हों ने कहाः

हम समुन्नत तकनीकों का दृढ़ता के साथ प्रयोग करते हैं और लगातार उत्पादन के शिल्पों का सुधार करते हैं , जिस से उत्पादन से निकलने वाले प्रदूषित चीजों की निकासी कम हो गयी है । हालांकि इस काम से हमारे समूह को बड़ा वित्तीय नुक्सान पहुंचा है, फिर भी राष्ट्रीय हितों के लिये हमें ऐसा करना चाहिये, हम अपने समूह के लाभांश के लिए देश के हितों को नुकसान नहीं पहुंचा देंगे।

जैसा कि हम सब जानते हैं कि कागज बनाने से पैदा प्रदूषित जल झीलों, नदियों व सागरों का प्रमुख प्रदूषण स्रोत है। और तो शानतुंग प्रांत के कागज बनाने का पैमाना देश के सकल कागज उद्योग का एक चौथाई भाग बनता है। कागज उदयोग से जल पर्यावरण का प्रदूषण कम करने के लिये शानतुंग प्रांत ने 2006 से प्रदूषित वस्तुओं की निकासी का नया मापदंड लागू शुरू किया , इस नए मापदंड के मुताबिक प्रमुख संरक्षित क्षेत्रों में कागज उद्योग से निकलने वाले ओर्गेनिक संश्लिष्ट तत्वों की सर्वोधिक मात्रा प्रति लिटर 60 मिलिग्राम से कम होना चाहिए । शानतुंग प्रांत के पर्यावरण संरक्षण ब्यूरो के उपप्रभारी श्री जांग बाओ ने परिचय देते हुए कहा कि यह मानक वर्तमान में चीन में प्रदूषण निकासी के बारे में सब से कड़ा मापदंड है। उन्हों ने कहाः

नये मापदंड की दो भूमिकाएं है कि इस से न केवल उद्यमों को ढ़ांचागत पुनर्गठन करके आर्थिक वृद्धि करने के तरीकों में बदलाव बढ़ाया जाएगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के बुनियादी विभागों के लिये स्पष्ट कानून पालन का आधार प्रदान भी किया जाएगा।

नये मापदंड से शानतुंग प्रांत के कागज व्यवसायों में हरित क्रांति का आंदोलन लाया गया। इस मापदंड पर पहुंचने के लिये बहुत से बड़े पैमाने वाले उद्यमों ने सक्रिय रूप से ढ़ांचागत पुनर्गठन किया और वैज्ञानिक व तकनीकी अनुसंधान में पूंजी बढ़ायी, ताकि अपने यहां की प्रदूषण की समस्या हल की जा सके । जब कि बड़ी मात्रा में छोटा उद्यमों को बंद होना पड़ा या बाजार से हटाया गया है। व्यवसाय में ढ़ांचागत पुनर्गठन से शानतुंग प्रांत के कागज व्यवसाय का विकास काफी बढ़ गया है। परिचय के अनुसार गत साल शानतुंग प्रांत के कागज व्यवसाय की कुल आर्थिक मुनाफा 10 खरब य्वान पहुंची , मुनाफा और कर में 2006 की तुलना में 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई और विभिन्न आर्थिक सूचकांक पूरे देश के प्रथम स्थान पर रहे ।

श्री जांग बाओ ने कहा कि कागज उद्योग में हुई हरित क्रांति सिर्फ शानतुंग प्रांत में चले पर्यावरण संरक्षण की एक झलक है । असल में इधर वर्षों में शानतुंग प्रांत ने कड़ी पर्यावरण-प्रवेश नीति के जरिये पर्यावरण संरक्षण की निगरानी बढ़ायी है और प्रदूषण की रोकथाम व इलाज तथा पारिस्थितिकी संरक्षण पर जोर दिया है। प्रांत के पर्यावरण संरक्षण ब्यूरो ने पर्यावरण पर निगरानी बढ़ाते हुए गैरकानूनी कार्यवाही पर हमला करने के लिये कड़े कदम उठाये हैं , इस के अलावा शानतुंग प्रांत ने विशेष धन राशि डाल कर प्रदूषण देने वाली परियोजनाओं को सुधारने में जोर पकड़ा । इन कदमों से शानतुंग प्रांत के तेज आर्थिक विकास के साथ साथ प्रदूषण की रोकथाम व कम प्रदूषण निकासी में उल्लेखनीय प्रगति हुई। प्रमुख नदियों के घाटी क्षेत्रों में पर्यावरण की गुणवत्ता लगातार सुधर गयी और पर्यावरण संरक्षण की शक्ति स्पष्टतः बढ़ गयी है ।

इधर वर्षों में शानतुंग प्रांत ने पूंजीनिवेश की गति धीमी भी कर दी है और उच्च ऊर्जा खपत वाले व्यवसायों के विकास पर भी नियंत्रण किया है, इस से व्यवसायी ढ़ांचे को श्रेष्ट बनाया गया है। शानतुंग प्रांत की सरकार के प्रेस प्रवक्ता श्री जांग ते ख्वान ने परिचय देते हुए कहा कि गत साल शानतुंग प्रांत के बिजली, सीमेंट , कोयला , धातु शोधन और लोह इस्पात आदि उच्च ऊर्जा खपत वाले क्षेत्रों के पूंजीनिवेश में 20 प्रतिशत कम की गयी है। इस के साथ पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र के लिए पूंजीनिवेश में सौ प्रतिशत की वृद्धि की गई। औद्योगिक व्यवसायों के पुनर्गठन से नागरिकों के लिए और अच्छा पर्यावरण लाया गया है । श्री जांग ते ख्वान ने कहाः

शानतुंग प्रांत के व्यवसायी ढ़ांचे को बदलने के दौरान आर्थिक विकास को कुछ क्षति पहुंची है , जैसा कि प्रांत की जी डी पी की विकास गति धीमी पड़ी। परन्तु जी डी पी की गति की कीमत पर कुछ क्षति सहना लाजीमी है । लेकिन सब से महत्वपूर्ण बात यह है कि जनता को सच्चे माइने में आर्थिक विकास से अच्छे खाद्य-पदार्थों, कपड़ों व मकानों का उपभोग करने के साथ साथ आर्थिक विकास की दूसरी उलपब्धि के रूप में ताजा वायु और स्वच्छ पानी पीने की बेहतर अनुभूमि भी प्राप्त होती है । (रूपा)