2008-04-10 09:52:19

कनाडिइन चाचा श्री ब्रैन होज की कहानी

खुर कर बताऊं कि शुरू की कोशिश में मुझे हार का हाथ लगा। मेरे बोस ने मुझे बताया कि चीन में काम करने के लिए चीन के व्यापारियों के सोच की जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता है।

बाद में श्री ब्रैन कंपनी के वर्तमान जनरल मैनेजर श्री जांग शाओ सू से मिले । श्री जांग ने उन्हें एक श्रेष्ठ कार्य दल के गठन में मदद दी, इस दल के भरोसे बाद में श्री ब्रैन की कंपनी का निरंतर विकास होता गया है ।

मेरी कंपनी के वर्तमान जनरल मैनेजर एक श्रेष्ठ पैशेवर व्यापारी हैं। उन्हें 17 सालों का प्रबंधन कार्य का प्रचुर अनुभव है और उन्हों ने मुझे एक बहुत अच्छे कार्य दल की स्थापना करने में मदद दी। अब हमारी कंपनी भूमि खरीद कर एक नये कारोबार की स्थापना करेगा। इस लिये चीन में हमारी कंपनी का भविष्य बहुत उज्जवल होगा।

इस के अलावा इधर वर्षों में श्री ब्रैन चीन-कनाडा आर्थिक आवाजाही में भी संलग्न रहते हैं। श्री ब्रैन फूचो शहर के विदेशी व्यापार व पूंजी निवेश संघ के उपाध्यक्ष हैं। चीन की स्थानीय सरकार के सलाहकार के रूप में वे अक्सर फूचो शहर के नेताओं से भेंट करते हैं और अधिक विदेशी पूंजी आकर्षित करने केलिये उन्हें सुझाव पेश करते हैं। इस के अलावा श्री ब्रैन फूचो शहर की सरकार को आदान प्रदान दल का गठन करके कनाडा की यात्रा करने में मदद देते हैं। इस के बारे में उन्हों ने कहाः

मुझे लगता है कि मैं फूचो रहने वाला बन गया हूं, यहां मेरी कंपनी है, मेरा घर भी है। मेरा विचार है कि मैं फूचो में रहता रहूंगा इसलिये फूचो को हर संभव सहायता देने की कोशिश करता हूं। अब मैं बहुत खुश हूं कि मैं स्थानीय सरकार का सलाहकार बन गया हूं।

वर्ष 1999 में श्री ब्रैन को फूच्यान प्रांत का मित्रता पुरस्कार मिला। 2001 से 2003 तक उन्होंने तीन बार फूचो शहर का अंतर्राष्ट्रीय मित्रता पुरस्कार प्राप्त किया। 2003 में श्री ब्रैन ने चीन सरकार द्वारा वितरित चीनी लोक गणराज्य का राष्ट्रीय मित्रता पुरस्कार हासिल भी किया, जो विदेशी विशेषज्ञों व अंतर्राष्ट्रीय दोस्तों को प्रदान करने वाला चीन का सर्वोच्च पुरस्कार है।

काम के अलावा, श्री ब्रैन को खेल भी बहुत पसंद है। गर्मियों के दिन वे छुट्टी मनाने के लिये फूचो की योंग थाई काऊंटी जाते हैं। इस के अतिरिक्त वे शिक्षा कार्य में भी जुटे रहते हैं और स्थानीय शिक्षा संस्थाओं के साथ घनिष्ठ संपर्क बनाए रखते हैं तथा बच्चों को अंग्रेजी सीखने के लिये सहायता देते हैं। उन्हों ने कहाः

हफ्ते में बहुत से बच्चे जबानी अंग्रेजी सीखने केलिये मेरे घर आते हैं। वे अंग्रेजी अच्छी तरह पढ़ व लिख सकते हैं। लेकिन वे बहुत शर्मीले हैं, इसलिये वे अकसर मौन रहते हैं । एक बार वे मेरे घर आए और सभी मौन बने बैठे रहे , उसी समय मैं ने सोचा कि आखिरकार क्या मैं कर सकता हूं। मुझ सूझ आया कि मैं उन्हें मजाक सुना सकता हूं, और चीनी चिंतन तरीके से उन्हें समझाता हूं , इस से उन्हें राहत आया है और धीरे धीरे अंग्रेजी बोलने लगे । इस सफला पर मुझे बहुत अच्छा अनुभव हुआ है। वे बच्चे भी समय समय पर मुझ से मिलने आया करते हैं , और वे मेरे अच्छे मित्र बन गए है । अब मुझे महसूस हुआ है कि चीन में जीवन बिताना मेरे लिए बहुत सुखमय होता है ।(रूपा)