2008-03-03 10:10:36

ल्यांग निंग प्रांत ने विभिन्न व्यवसायों के जरिये स्थानीय अर्थतंत्र का विकास किया है

श्री ली छिंग जुन चीनी जड़ी बुट्टी की खेतीबाड़ी से धनी हो गए हैं। जब कि गांववासी श्री क्वान शिन ने खेती के अलावा परिवहन का धंधा चलाने से जीवन सुधार लिया है और उन की सालाना आय भी काफी मोटी है। इस पर उन्होंने कहाः

मेरे घर में चार परिजन है, हर साल प्रत्येक व्यक्ति 20 हजार य्वान कमा सकता है। हमारे पास कई लारियां हैं और परिवहन का काम करने से काफी कमाते हैं।

श्री क्वान शिन ने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 17वीं कांग्रेस में किसानों को लाभ दिलाने वाली नीति प्रस्तुत की गयी है, इस लिये वे भविषय पर आशावान है।

डा ली सू गांव के मुखिया श्री माओ फेंग मेइ के विचार में सामुहिक अर्थतंत्र का विकास अच्छा जीवन बिताने का एक अहम तरीका है।

मुझे लगता है कि गांव स्तरीय अर्थतंत्र का विकास वर्तमान में सब से महत्वपूर्ण है। मुझे विश्वास है कि भविष्य में हमारे जीवन अच्छे होंगे, मेरा लक्ष्य है कि हम शहर वासियों से ज्यादा अच्छा जीवन बिता सकेंगे।

हालांकि ल्यांग निंग प्रांत ने अर्थतंत्र की शैली खोजने व किसानों की आय बढ़ाने में सफलता प्राप्त की है फिर भी ल्यांग निंग के कृषि का आधार फिर भी कमजोर है और ग्रामीण विकास फिर भी पिछाड़ा हुआ है। ल्यांग निंग प्रांत की कृषि कमेटी के उपाध्यक्ष श्री ली जुन क्वा ने हमारे संवाददाता के साथ साक्षात्कार में कहा कि ल्यांग निंग में जहां सामुहिक उद्योगा का विकास अच्छा हुआ है।

वहां किसानों की आय बढ़ जाती है और जीवन सुधर गया है । विकास की नई बिन्दु पर हन किसानों की आय और बढ़ाने व ग्रामीण अर्थतंत्र का विकास करने पर सोच विचार कर रहे हैं।

सार्वजनिक वित्त को गांवों पर लगाया जाना चाहिये और इस पर जोर दिया जाना भी चाहिये। ग्रामीण विकास पर सरकार व समाज के समर्थन की आवश्यकता होगी ही नहीं, बल्कि किसानों के समर्थन की जरूरी भी होगी।

डा ली सू गांव के मुखिया श्री माओ फेंग मेइ ने कहा कि इधर वर्षों में चीन नीतिगत कदम के जरिये कृषि पर प्राथमिकता देता रहता है और ज्यादा पूंजी भी लगाता है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 17वीं कांग्रेस में ग्रामीण विकास के समर्थन वाली नीति पेश की गयी, जिस पर उन्हें बहुत खुशी है और आशा है कि इन नीतियों को अमल किया जाएगा। उन का कहना हैः

17वीं कांग्रेस के बाद सब से कूंजीभूत कार्य ग्रामीण विकास में चीन की नीति को अमल में लाना है, इस दिशा में भरसक कोशिश की जाना चाहिए ।

श्री माओ फेंग मेइ ने आशा प्रकट की कि सरकार कृषि के उत्पादन में पूंजी निवेश पर किसानों को अधिक लाभ दे सकेगी और देश के आर्थिक विकास से किसानों को भी अधिक फायदा मिल सकेगा ।(रूपा)