2009-04-29 14:38:05

विशेष कार्यक्रम का दूसरा भाग

ललिताः सी. आर. आई. की हिन्दी सेवा की 50वीं जयंति 15 मार्च को हुई। इस के उपलक्ष्य में हमने 10 अप्रैल को सी. आर. आई. बिल्डिंग के सभा भवन में एक भव्य समारोह आयोजित किया। हमारे श्रोता चुनीलाल कैवर्त जी ने सभी श्रोताओं की ओर से हिन्दी विभाग की 50वीं जयंति की बधाई दी।

चुनीलाल कैवर्तः

एन. पी. सी. उपाध्यक्ष आदरणीय च्यांग जङह्वा जी, भारतीय राजदूत आदरणीय सुश्री राव जी, बंगलादेश के राजदूत आदरणीय अहमद जी, सी. आर. आई. के आदरणीय नेता, बहनो, भाइयो और मित्रोः

चीन मेरे लिए कभी दूर का एक सपना जैसा था, लेकिन अब मेरा यह सपना सी. आर. आई. के सहयोग से साकार हो गया है। इस के लिए मैं सी. आर. आई. के समस्त भाई बहनों का अत्यंत आभारी हूं और आप सब को धन्यवाद देता हूं। सी. आर. आई. के कार्यक्रमों को अनवरत नियमित रूप से 30 वर्षों से सुनते आने के कारण चीन की छवि को मैं अपने दिल में संजोए हुए था। चीन का मनमोहक प्राकृतिक सौंदर्य, अद्भुत सांस्कृतिक रहस्य, विकसित चीन तथा चीनी व भारतीय जनता के दिलों में हिंदी चीनी भाई भाई की भावना से मैं पूरी तरह अभिभूत हूं।

चीन आने से पहले मैं नहीं सोच सकता था कि चीन देखने का मेरा सपना भी पूरा हो सकता है। पिछले जनवरी महीने में सी. आर. आई. हिंदी सेवा द्वारा सी. आर. आई. हिंदी सेवा की 50वीं वर्षगांठ ज्ञान प्रतियोगिता के विजेयताओं की नामसूची सुनाई गई। मैं बहुत खुश था कि मुझे प्रथम इनाम प्राप्त कर पेइचिंग आने का मौका मिला। तब से दो महीने का इंतजार मेरे लिए पहाड जैसे बीता।

अब मैं ने बडे उत्साह और तमन्ना के साथ चीन की महान धरती पर कदम रखा है।

यहां आकर मुझे चीन अपनी मातृभूमि की तरह लगा। चीन आकर ही पता चलता है कि चीनी भाई बहनों के दिलों में भारतियों के प्रति कितना प्यार है। चीनी लोग मेहमानों का बहुत ही आदर और प्रेम करते हैं। विशेषकर सी. आर. आई. हिंदी विभाग के सभी भाई बहन मुझे अपने परिवार जैसे लगे।

चीन के बारे में विस्तृत, निष्पक्ष व सजीव जानकारी मुझे सिर्फ सी. आर. आई. के रेडियो प्रसारण और इस की वेब साइट से ही मिल पाती है। इसी कारण हमारे क्लब के सदस्य इस का ऊंचा मूल्यांकन करते हैं।

मेरे लिए यह बहुत रोमांचक, गौरव और खुशी का क्षण है कि मैं अपने पसंदीदा रेडियो स्टेशन सी. आर. आई. की हिंदी सेवा की 50वीं वर्षगांठ के इस भव्य समारोह का एक भागीदार श्रोता हूं। एक बार फिर सी. आर. आई. हिंदी सेवा की स्वर्ण जयंती के शुभ अवसर पर पूरे सी. आर. आई. स्टाफ और समस्त श्रोता मित्रों को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।

हिंदी चीनी भाई भाई। चीन भारत मैत्री जिंदाबाद।

ललिताः श्रोताओ, अब आप ने सुना समारोह में हमारे श्रोता चुनीलाल कैवर्त जी द्वारा दिया गया एक भाषण। समारोह में भारतीय और चीनी कलाकारों ने रंगबिरंगे नृत्य गान कार्यक्रम भी पेश किए और हिन्दी सेवा की 50वीं जयंति की खुशियां और बढ़ा दी। आज के आप की पसंद कार्यक्रम में हम आप के लिए पेश हैं समारोह में रंगबिरंगे नृत्य गान कार्यक्रम का मुख्य अंश। आशा है आप को पसंद आएगा।

अब सुनिए सितार और तबले से बजाए गए लोगसंगीत

एक चीनी लड़की होवे दो हिन्दी फिल्मी गीत पेश करेंगे

अब प्रस्तुत है सुश्री चिन शानशान का भारतीय नृत्य

सुनिए हिन्दी भाषा पर एक गानाः हिन्दी भाषा सब की भाषा है