2009-04-20 14:45:34

सी .आर .आई हिन्दी कार्यक्रमों पर श्रोताओं की रायें ।

पटना उत्तर प्रदेश के नागेन्द्र कुमार अनुज का पत्र । मैं सी .आर .आई का नियमित श्रोता हूं , मुझे आप द्वारा प्रसारित सभी कार्यक्रम जैसे खेल जगत , सवाल जवाब और विज्ञान , जीवन व समाज तथा आप का पत्र मिला बहुत अच्छे लगते हैं ।

सब से अच्छी बात तो यह है कि शनिवार को प्रसारित होने वाला कार्यक्रम चीनी बोलना सीखें और आप की पसंद मैं विशेष रूप से सुनता हूं । मैं चीनी भाषा लिख नहीं पाता हूं , पर बोल लेता हूं ।

सी .आर.आई एक ऐसा प्रोग्राम है , जोकि बीबीसी जैसी खबरें प्रसारित करता है , इसलिए दिन प्रतिदिन सी .आर .आई के श्रोता बढ़ते जा रहे हैं । मुझे उम्मीद है कि एक दिन ऐसा आयेगा , जब सभी के जुबान पर सिर्फ सी .आर .आई का ही नाम होगा । अब वह दिन दूर नहीं , जब सारे विश्व में सी .आर .आई की चर्चा होगी ।

श्रोता वाटिका की संपादक सुश्री चंद्रिमा जी जब भारत में हिन्दी अध्ययन के लिए आयी थी , तो इस के बारे में पहले किसी को जानकारी नहीं थी । उन्हों ने देश भ्रमण करके बहुत से खट्टे मीठे अनुभव प्राप्त किए , उन्हों ने बहुत सारे तीर्थ स्थलों का भ्रमण किया । परन्तु विश्व प्रसिद्ध संगम इलाहाबाद का सुन्दर मनोहरी दृश्य गंगा , यमुना और अदृश्य सरस्वती की निर्मलता से दूर रही . यह उन के लिए सुनहरा अवसर होता है । मैं आशा करता हूं कि यदि जीवन में ऐसा अवसर आये तो एक बार अवश्य संगम की छटा देखिएगा ।

नागेन्द्र कुमार अनुज का यह पत्र पढ़ कर हमें बड़ी खुशी है , खास कर यह जान कर कि आप चीनी बोल भी लेते हैं । भगवान से दुआ है कि एक न एक दिन हम मिल कर चीनी भाषा में बातचीत करने का अवसर पाएं । असल में चीनी भाषा सीखना थोड़ा कठिन है , आप ने किस तरह चीनी बोलना सीख लिया है । हम आप की इस सफलता पर हार्दिक धन्यावाद देते हैं । और कामना है कि आप चीनी भाषा सीखने में नयी संतोषजनक प्रगति प्राप्त करें और बोलने के साथ लिख भी सकें ।

अब आप के सामने है आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के अमीर अहमद का पत्र । उन्हों ने पत्र में लिखा है कि चीन भारत मैत्री वर्ष चीन और भारत बड़ी सक्रियता से मना रहे हैं , हम श्रोता भी यह वर्ष भारत चीन के वर्ष के रूप में मना रहे हैं । नई दिल्ली में चीनी दूतावास में रंगबिरंग कार्यक्रम भी देखने को मिलेंगे , हमें पूर्ण विश्वास है । भारत चीन मैत्री वर्ष की सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के लेख बहुत ही ज्ञानवर्धक है , इस लेख से भारत चीन मैत्री और दोनों देशों के लीडर एक दूसरे को किस तरह देखते हैं और मैत्री के लिए उन का अगला कदम क्या है , हम भारतीय जनता जान सकते है । भारतीय लीडर ने कहा है कि भारत और चीन एशिया की दो आंखें हैं , एक चीन एक भारत दोनों एक दूसरे के पूरक हैं , हमें जान कर बहुत ही ज्यादा खुशी हुई कि हमारे नेता ऐसी सोच रखते हैं . हम भी भविष्य में भारत चीन मैत्री के लिए कार्यरत रहेंगे ।

अब रायपुर छत्तीसगढ के मनराखन लाल साहू का पत्र । श्री मनराखन लाल साहू ने अपने पत्र में कहा कि मैं रेडियो प्रसारण में आजकल सी .आर .आई का स्तर बहुत उपर उठते हुए देख रहा हूं । आप के सभी प्रसारण साफ व स्पष्ट रूप से सुनाई देते हैं ।

चीन का भ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत क्यूनान शहर के बारे में विशेष जानकारी अच्छी लगी । चीन का संक्षिप्त इतिहास के अंतर्गत चीन के यातिक समाज की जानकारी मिली । आप से मिले के अंतर्गत विभिन्न ख्याति प्राप्त व्यक्तियों के साक्षात्कार सुनने को मिलते हैं । तिब्बती जीवित बुद्ध हयासी के बारे में दिए गए जानकारी तथा विश्व की छत कहलाने वाले तिब्बत के पठार के मनोरम चोटियां , हिमनद, प्रपात व जालनुमा अनोखे प्राकृतिक सौंदर्य का मनोरम दृश्य वर्णन सुन ऐसा लगा कि मैं घर बैठे ही उस मनोरम तिब्बत क्षेत्र में पहुंच गया हूं । इन सुन्दर प्रस्तुति के लिए हार्दिक धन्यावाद और भविष्य में भी मनोरम कार्यक्रम की प्रस्तुति की आशा में ।