
ललिताः हमारे पुराने श्रोता चुन्नीलाल कैवर्त जी ने भी हमें एक ई-मेल भेजी है। इन्होंने लिखा है कि प्रिय बहन ललिता जी और भाई राकेश जी, आप दोनों को मेरा प्यार भरा नमस्कार और नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। आशा है आप सब सकुशल होंगे। नए साल का पहला कार्यक्रम सुनकर दिल बाग बाग हो गया। गीतों का चयन और प्रस्तुति लाजवाब थी। आपने हमारी पसंद पर गीत सुनवाया और बधाई संदेश पहुंचाया। इनके लिए आप दोनों का बहुत बहुत धन्यवाद। कुछ दिनों के बाद सुहाना बसंत का मौसम आने वाला है। चीन में तो यह मौसम खुशी और उमंग का बसंत त्योहार लेकर आता है। साथ ही चीनी नव वर्ष का शुभारंभ भी होता है। सभी चीनी भाई बहनों को इस बसंत त्योहार की हमारी हार्दिक बधाई।
राकेशः चुन्नीलाल कैवर्त और आप के क्लब के सभी दोस्तों को पत्र लिखने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। हमें खुशी है कि आप को हमारा कार्यक्रम पसंद आया। हम उम्मीद है कि आप आइंदा भी पत्र लिखकर हमारा हौंसला बढ़ाते रहेंगे। लीजिए सुनिए कार्यक्रम का अगला गीत।
गीत के बोलः
होठों पे सच्चाई रहती है
जहाँ दिल में सफ़ाई रहती है
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं
जिस देश में गंगा बहती है
मेहमां जो हमारा होता है
वो जान से प्यारा होता है
ज़्यादा की नहीं लालच हमको
थोड़े मे गुज़ारा होता है
बच्चों के लिये जो धरती माँ
सदियों से सभी कुछ सहती है
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं
जिस देश में गंगा बहती है
कुछ लोग जो ज़्यादा जानते हैं
इन्सान को कम पहचानते हैं
ये पूरब है पूरबवाले
हर जान की कीमत जानते हैं
मिल जुल के रहो और प्यार करो
एक चीज़ यही जो रहती है
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं
जिस देश में गंगा बहती है
जो जिससे मिला सिखा हमने
गैरों को भी अपनाया हमने
मतलब के लिये अन्धे होकर
रोटी को नही पूजा हमने
अब हम तो क्या सारी दुनिया
सारी दुनिया से कहती है
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं
जिस देश में गंगा बहती है
होठों पे सच्चाई रहती है
जहां दिल में सफ़ाई रहती है
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं
जिस देश में गंगा बहती है
राकेशः इस गीत को सुनने की फरमाइश हमारे इन श्रोताओं ने की थी ताजिया चौक, पाकुड़ झारखंड से भगत रेडियो श्रोता संघ के उत्तम कुमार भगत, कुमारी सोमा भगत, रीता, मीरा भगत, दिपक और संजय भगत। बोहड़ागाछी पश्चिमी बंगाल के मुन्ना प्रसाद भगत और पुतुल सुषमा भगत।
ललिताः कार्यक्रम के अंत में आए सुनें एक नई फिल्म "सल्मडोग मिलियनर" का एक गीत और इस फिल्म के संगीत के लिए इस फिल्म के संगीतकार ए. आर. रहमान को गोल्डन गलोब का पुरस्कार भी मिला है। इसे सुनना चाहा है हमारे इन श्रोताओं ने मुबारकपुर कटरा से आजमी रेडियो लिस्नर्स क्लब के शाहिद हसन आजमी, फैज़ान अहमद, रजीउल हसन, जफरूल हसन, सईदुल हसन और वरकतुल्लाह अन्सारी।
राकेशः ऊंची तकिया मुबारकपुर, आजमगढ़ से पैगाम रेडियो लिस्नर्स कल्ब के दिलशाद हुसैन, वेकार हैदर, फातिमा सोगरा, सगीरुल होदा और हसीना दिलशाद।
राकेशः इस के साथ ही हमारा कार्यक्रम समाप्त होता है। अगले कार्यक्रम तक के लिए आज्ञा दीजिए, फिर मिलेंगे, नमस्कार।
ललिताः नमस्कार।
