जिला बक्सर बिहार के श्रोता विश्वा मित्र ने जो पत्र भेजा है , वह आप के सामने है । उन्हों ने अपने पत्र में अपने क्लब की गतिविधियों की भी चर्चा की । उन्हों ने कहा कि हम आप को बताते हैं कि हमारा क्लब बक्सर जिले की सोलह लाख आबादी के बीच एक मात्र श्रोता क्लब है , जिस की सक्रियता की चर्चा समाचार पत्रों में होती रहती है । सी .आर .आई के प्रचार प्रसार के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु हमारा क्लब समय समय पर विविध प्रकार के सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों को आयोजित करता है , जिस की प्रशंसा होती रहती है । तो हमारा उत्साह बढ़ जाता है , साथ ही जब सी .आर .आई पर हमारी चिट्ठी पढ़ी जाती है , तो हमारा उत्साह बढ़ जाता है ।
बक्सर जिला सी .आर .आई के श्रोताओं की संख्या में बढ़ोतरी की दृष्टि से काफी ऊर्वर क्षेत्र है । और हमारा क्लब यह अपना उत्तरदायित्व मानता है कि सी .आर .आई श्रोताओं की संख्या में बढ़ोतरी हो । इस क्षेत्र में हमारा कोशिश जारी है । इस के सुखद परिणाम भी देखने को मिल रहे है । हमारे जन संपर्क के दौरान कुछ लोगों ने श्रोता क्लब स्थापित किए , जिसे हमारी छोटी सफलता मान सकती है ।
तिब्बत के बारे में प्रस्तुत सभी रिपोर्ट सारगर्भित एवं बहुमूल्य जानकारी देने वाली होती है । आज का तिब्बत के माध्यम से ही हम तिब्बत की वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त कर पाते हैं , जो अन्य अन्तरराष्ट्रीय प्रसारणों से दुर्लभ है । सांस्कृतिक जीवन तथा चीन का संक्षिप्त इतिहास हमारे क्लब के सदस्यों को काफी पसंद है ।
अगला ओलिंपिक भी चीन में होने वाला है , हम आशा करते हैं कि इस अवसर पर सी .आर.आई अपनी गहारथ प्रदर्शित करते हुए अन्य प्रसारणों को पीछे छोड़ देगा । हम इस औलिंपिक की पूर्ण सफलता की कामना करते हैं ।
विश्वामित्र का पत्र पढ़ कर हमें पता चला है कि आप के श्रोता क्लब ने अपने जिले में सी .आर .आई के प्रचार प्रसार के लिए काफी प्रयास किए और कुछ सफलता भी प्राप्त की है , इस के लिए हम आप लोगों को धन्यावाद देते हैं । हमें बड़ी खुशी है कि सी .आर .आई के ऐसे ही सक्रिय श्रोताओं की कोशिशों से श्रोताओं की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही है । आप लोग जैसे सभी श्रोताओं के हम बहुत बहुत आभारी हैं ।
बांहा उत्तर प्रदेश के संतोष कुमार सोनी ने हमें भेजे पत्र में कहा कि मैं ने आप का पत्र मिला कार्यक्रम सुना , तो अत्यन्त पसंद आया , और आगे भी जरूर पसंद करता रहेगा । क्योंकि आप नित्य ही इस कार्यक्रम में कोई न कोई बदलाव करते आ रहे हैं । जिस का कारण आप का कार्यक्रम और ज्यादा अच्छा होता जा रहा है।
आज का तिब्बत कार्यक्रम तो मुझे बहुत ज्यादा पसंद है , क्योंकि इस कार्यक्रम से तिब्बत के बारे में नई नई शिक्षाप्रद जानकारी सुनने को मिलती रहती है , जिस से मुझे बड़े ही सुख की अनुभूति होती है ।
ठीक इसी प्रकार सवाल जवाब कार्यक्रम भी बहुत पसंद है , और इस का एक कारण यह है कि आप इस कार्यक्रम में श्रोताओं के प्रश्नों के जवाब बड़े ही विस्तार से देते हैं । जिस से प्रत्येक श्रोता अपने प्रश्न का जवाब पा कर पूर्ण रूप से संतुष्ट हो जाते है।
यह सुश्री जौवाद हुसेन का पत्र है। उन्हों ने पत्र में विशेष रूप से चीन भारत मैत्री पुल के निर्माता पर चर्चा की । उन्हों ने लिखा है कि मैं आज इस विशेष पत्र में कार्यक्रम भारत चीन मैत्री पुल के निर्माता पर कुछ कहना चाहती हूं । कार्यक्रम भारत चीन मैत्री पुल के निर्माता एक ऐसा कार्यक्रम सिद्ध हो रहा है , जिस के माध्यम से भारत चीन के ऐतिहासिक संबंधों के बारे में अनजान बातें जानने को मिल रही है । भारत चीन संबंध सदियों पुराना है , ह्वेनसांग ने पैदल से भारत की यात्रा कर जो मैत्री की नींव डाली थी , उसे ही हमें आगे बढाते रहना है । अतीत की बढ़िया यादों को दिल में ले कर हमें भारत चीन के संबंधों में जो हिन्दी चीनी भाई भाई का नारा दिया गया , उस के संपूर्ण रूप से साकार करना चाहिए । आइये हम भी वचन दें कि भारत चीन संबंधों में कोई कटुता नहीं आने देंगे और भारत चीन मैत्री को आकाश की बुलंदियों पर ले जाएंगे, यह सब विचार मेरे मन में सी .आर .आई के प्रसारण ने दिया है । सी .आर .आई का कार्यक्रम भारत चीन मैत्री पुल के निर्माता को और अधिक ऊंचा करने की आवश्यकता है , इस कार्यक्रम का नाम जितना प्यारा है , उतनी ही प्यारी रिपोर्ट निरंतर प्रसारित करने की आवश्यकता है और भारत चीन दोनों के विद्वानों के साक्षात्कार से सजा कर यह कार्यक्रम बेहद खुबसूरत होगा ।