2008-12-09 10:08:39

चीनी राष्ट्राध्यक्ष के बारे में सवालों का जवाब

कोआथ रोहतास बिहार के मोहम्मद आसिम और मोहम्मद कासिम ने पत्र लिख कर पूछा है कि प्रथम चीनी राष्ट्राध्यक्ष का नाम क्या था ।

आसिम और कासिम जी , चीन लोक गणराज्य की स्थापना पहली अक्तूबर 1949 को हुई थी , तब से अब तक चीन लोक गणराज्य के कुल 8 राष्ट्राध्यक्ष हुए । चीन लोक गणराज्य के प्रथम राष्ट्राध्यक्ष माओ त्से तुंग थे , वे पहली अक्तूबर 1949 से 27 सितम्बर 1954 तक चीन लोक गणराज्य की केन्द्रीय सरकार के अध्यक्ष रहे । 1954 के सितम्बर माह में आयोजित प्रथम चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के दौरान प्रथम चीनी संविधान पारित हुआ और संविधान के अनुसार राष्ट्राध्यक्ष का पद स्थापित हुआ , जिस के लिए चीनी केन्द्रीय सरकार के अध्यक्ष माओ त्सेतुंग को प्रथम चीनी राष्ट्राध्यक्ष के लिए चुने गए , इस तरह वे 27 सितम्बर 1954 से 24 अप्रैल 1959 तक चीन लोक गणराज्य के राष्ट्राध्यक्ष रहे । 1959 में चीनी राष्ट्राध्यक्ष माओ त्सेतुंग ने पार्टी के लिए गहन राजनीतिक व दार्शनिक अध्ययन के उद्देश्य में राष्ट्राध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया और राष्ट्राध्यक्ष के पद पर ल्यू शाओची चुने गए , इस से पहले ल्यू शाओ ची उप राष्ट्राध्यक्ष थे । चीन के वर्तमान चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हु चिन थाओ हैं, जो 2003 में राष्ट्राध्यक्ष के पद पर चुने गए थे , उन का पहले सत्र का कार्यकाल मार्च 2008 तक था , मार्च 2008 में आयोजित 11 वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा में दोबारा राष्ट्राध्यक्ष चुने गए , जिन का कार्यकाल 2013 मार्च तक होगा । चीन लोक गणराज्य के आठ राष्ट्राध्यक्ष या कार्यवाहक राष्ट्राध्यक्ष क्रमशः माओ त्से तुंग , ल्यू शाओ ची , सुंग छिंग लिंग , तुंग बी वु , ली श्यान न्यान , यांग शांग खुन , च्यांग चे मिन और हु चिन थाओ हैं ।

चीन लोक गणराज्य की स्थापना से पहले चीन पर क्वोमिंगतांग सरकार का शासन था , क्वोमिंगतांग प्रशासन के दौरान चीन के प्रथम राष्ट्रपति डाक्टर सुन यात सेन थे , वे वर्ष 1911 में हुई पूंजीवादी जनवादी क्रांति से चीन के अंतिम सामंती राजवंश यानी छिंग राजवंश की तख्ता पलट दिए जाने के बाद 1912 के शुरू में स्थापित चीन गणराज्य के अस्थाई राष्ट्रपति चुने गए थे , जो चीन के इतिहास में प्रथम राष्ट्रपति बने । डाक्टर सुन यात सेन चीनी लोकतांत्रिक क्रांति के अग्रदूत थे , जो चीन में अब तक सम्मानित किये जा रहे हैं ।

भागलपुर बिहार के इजराइल कस्तूरी , मिकाइल अंसारी , इसराइल अंसारी और इसमाइल अंसारी ने सवाल जवाब कार्यक्रम के लिए यह पूछा है कि चीन का राष्ट्रपति भवन कब और किस शैली में निर्मित है , इसे बनाने में कितना समय लगा है और किस विशेषज्ञ के नेतृत्व में वह निर्माण हुआ है ?

भाई जी , मुझे अफसोस के साथ आप को बताना पड़ा है कि वर्तमान में चीन में राष्ट्रपति भवन नहीं है और ना ही प्रधान मंत्री भवन । वास्तव में चीन लोक गणराज्य की स्थापना के बाद चीनी नेतागण देश की राजधानी पेइचिंग के केन्द्र में स्थित चुंगनानहाई प्लेस में रहते हैं और काम करते हैं । चुंगनानहाई अतीत में छिंग राजवंश का एक शाही उद्यान था , जो चीनी परम्परागत शाही वास्तु शैली में निर्मित हुआ है , इस में अनेक रिहाइशी प्रांगन बंटे हैं और चीनी नेता अलग अलग मकान में काम करते हैं । नए चीन की स्थापना के बाद सामुहिक नेतृत्व पर बल दिया जाता है ,इसलिए देश के शीर्ष नेता यानी राष्ट्राध्यक्ष और सरकार के प्रधान यानी प्रधान मंत्री के लिए अलग अलग भवन का निर्माण नहीं किया गया ।

हां , नए चीन की स्थापना से पहले 1912 से 1949 के अप्रैल माह तक चीन पर चीन गणराज्य का प्रशासन था । इस के दौरान क्वोमिंगतांग सरकार की अवधि में चीन की राजधानी नानचिंग में थी और वहां राष्ट्रपति भवन स्थापित हुआ था , इस राष्ट्रपति भवन का पूर्व रूप चीन के मिंग राजवंश के काल यानी 14 वीं शताब्दी के शुरू में निर्मित हुआ था , जोकि चीनी परम्परागत निर्माण शैली में था , मिंग राजवंश में वह राजकुमार का भवन था । चीन के छिंग राजवंश के समय एक अवधि में वह किसान विद्रोही सेना यानी थाईफिंग स्वर्गिक राज्य का राज महल बनाया गया था । सन् 1911 में चीन में हुई पूंजीवादी जनवादी क्रांति ने सामंती राजवंश का अन्त कर दिया और चीन गणराज्य की स्थापना की थी, चीन के प्रथम राष्ट्रपति डाक्टर सुन यात सेन ने नानचिंग में पद ग्रहण की शपथ ली और राष्ट्रपति भवन खोला , जो इसी महल में था । 1949 के अप्रैल में चीनी जन मुक्ति सेना ने नानचिंग पर कब्जा किया और क्वोमिंगतांग पार्टी की सत्ता को पलट दिया । इस के बाद नानचिंग का यह राष्ट्रपति भवन संग्रहालय के रूप में दर्शकों के लिए खोला गया ।

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