2008-11-24 17:11:35

सोनपुरी बिलासपुर छत्तीसगढ़ के चुन्नीलाल कैवर्त के सवाल का जवाब

श्री चुन्नीलाल कैवर्त सी .आर .आई हिन्दी सेवा के सक्रिय श्रोता मित्र हैं । उन्हें चीन के विभिन्न क्षेत्रों में गहरी रूचि है और चीन के बारे में जानकारी लेने के लिए अकसर पूछते रहते हैं । श्री चुन्नीलाल कैवर्त ने हाल में ईमेल से हमें पेइचिंग ओलंपिक के बारे में एक बहुत सुन्दर कविता लिख कर भेजी है , जिसे हम ने हमारी श्रोता वाटिका पत्रिका में शामिल किया है । उन्हों ने पेइचिंग ओलंपिक के शुभंकर फुवा में भी तीव्र दिलचस्पी दिखायी और बहुत ही पसंद आयी । इसलिए उन्हें फुवा की परिकल्पना करने और इसे बनाने वाले कलाकार के संदर्भ में भी जानकारी चाही । आज के सवाल जवाब कार्यक्रम में हम पहले पेइचिंग ओलंपिक के शुभंकर फुवा बनाने वाले चीनी कलाकार के बारे में संक्षिप्त परिचय देंगे ।

पेइचिंग ओलंपिक के शुभंकर कुल पांच हैं , जिन के नाम क्रमशः पेई पेई , चिंगचिंग , ह्वानह्वान , यंगयंग और नीनी हैं , इन पांचों नामों के चीनी में अर्थ है , 北京欢迎你。जो पांडा , अबाबील , मशाल अग्नि , तिब्बती नीलगाय और मत्स्य की आकृति में है और जो वन , आकाश, अग्नि , भूमि और सागर के प्रतीक हैं और पांचों फुवा ओलंपिक के पांचों छल्लों के द्योतक भी माने जाते हैं , पेइचिंग ओलंपिक शुभंकर देखने में सुन्दर और प्यारे लगते हैं और गहन गर्भित महत्व होता है । इन प्यारे प्यारे फुवा की परिकल्पना और उन के चित्र बनाने का काम चीन के मशहूर चित्रकार श्री हान मै लिन ने किया है ।

श्री हान मैलिन पूर्व चीन के शानतुंग प्रांत के राजधानी शहर चिनान में जन्मे थे और इस साल वे 71 साल के हो चुके हैं । बालावस्था में वह चीनी जन मुक्ति सेना की नाटक मंडली में दाखिला हुए और 1955 में चीनी केन्द्रीय ललित कला कालेज में पढ़ने के लिए दाखिला मिला । 1960 में केन्द्रीय ललित कला कालेज से स्नातक होने के बाद वे कालेज में अध्यापक नियुक्त हुए । 1978 में वे पेशेवर ललित कला का काम करने लगे और आनह्वी प्रांतीय ललितकला प्रतिष्ठान के प्रभारी भी रह चुके थे। अपनी प्रतिभा और श्रेष्ठ काम के लिए श्री हान मैलिन का नाम बहुत पहले ही चीन में मशहूर हो गये और चीन का एक प्रभावकारी चित्रकार बन गए हैं । वे चीनी ललित कलाकार संघ के परिषद सदस्य हैं । उन के चित्र इतने श्रेष्ठ और सुप्रसिद्ध है कि उन के चित्रों की प्रदर्शनी देश में ही नहीं, अमरीका , भारत , कनाडा और मलेशिया आदि बीस से ज्यादा देशों में लग चुकी है। बहुत से देशों के नेताओं के पास उन के चित्र संगृहित हैं । उन के अनेक संकलित कलाकृति पुस्तकें , चित्र संग्रह , शिल्प चित्र संग्रह और कागज कटिंग संग्रह प्रकाशित हुए और उन के द्वारा डिजाइन किए गए डाक टिकट हाथोंहाथ बिकते हैं । उन की मुर्ति कला का स्तर भी अद्भुत ऊंचा है , चीन के अनेक शहरों में उन की मशहूर मुर्ति कला की कृतियां स्थापित हुई हैं ।

श्री हान मैलिन खास कर जानवरों और मानवों के चित्र बनाने में माहिर महान चित्रकार है , उन की रचनाओं में चीनी परम्परागत चित्र कला संजोए हुई है और उन की कला कृति उत्कृष्ट और उत्तम होती है । उन्हीं की कला श्रेष्ठता और जानवरों की चित्रकला में विशेषता को ध्यान में रख कर उन्हें पेइचिंग ओलंपिक शुभंकर की परिकल्पना और चित्रण के लिए चुने गए हैं । उन्हें अपने इस काम पर बड़ा गर्व हुआ और बड़ी संख्या में लोगों से सलाह लेने , ढेरे सारी संदर्भ सामग्रियों पर अध्ययन करने तथा गहन सोच विचार करने के बाद उन्हों ने पांच फुवा बनाने का निर्णय लिया । वे कहते हैं कि वे इन पांच प्यारे फुवा को अपनी संतान की भांति समझते और देखते हैं । जब पांच फुवा लोगों के सामने आए और बहुत पसंद भी किए गए , तब उन की खुशी का ठिकाना नहीं रहा । उन का कहना है कि चित्रकार के जीवन में यह उन का एक असाधारण योगदान है ।