आज सारे विश्व में पेइचिंग ओलंपिक की धूम मची हुई है । हर खिलाड़ी मन में यही तमन्ना लिए है कि वह इस खेल में जरूर ओलंपिक पदक जीत कर रहेगा ।
मगर ज्यों ज्यों ओलंपिक खेल के दिन नजदीक आ रहे हैं , त्योंत्यों इस खेल को लेकर बवाल उठ रहे हैं । इस के बहिष्कार की आवाजें उठ रही हैं ।
मैं नहीं चाहता इस खेल में किसी तरह का कोई बाधआ उत्पन्न हो । मैं तो यही चाहता हूं खेल में कभी भी किसी तरह की राजनीतिक दखलअंदाजी न हो । इस से भाग लेने वाले खिलाड़ियों के मन में एक तरह से डर पैदा हो जाता है।
जिस तरह से ओलंपिक मशाल फ्रांस में बुझा दी गयी । यह बड़ी ही अशोभनीय घटना थी । ऐसा नहीं होना चाहिए । मैं नहीं चाहता कोई देश खेलों के प्रति द्वेष भाव मन में रखे । इस से उन देशों के प्रति तनाव और टकराव पैदा हो जाती है ।
हमें अपार खुशी है कि हमारे मित्र और पड़ोसी देश चीन में विश्व का महाल खेल ओलंपिक 8 अगस्त 2008 से शुरू होने जा रहा है। इस खेल के प्रति हमारी यही शुभकामना है कि यह खेल सही ढंग से इसी खुशी , मेलमिलाप ,शांति , मैत्री और सहभागिता के साथ सम्पन्न हो ।
इस खेल में हर खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का गौरव दिखा सके और अपने देश के लिए ज्यादा से ज्यादा पदक बढ़ोर सके । हमारी यही दिली इच्छा है ।
इस बार पेइचिंग ओलंपिक का नारा साझी दुनिया साझा सपना बहुत ही खूब सूरत नारा है । इस नारे से शांति , मैत्री, व मेलमिलाप की भावना छुपी हुई है । मुझे खुशी है कि इस बार के पेइचिंग ओलंपिक के लिए पांच शुभंकर फुवा चुने गए , उन के नाम बेईबेई , चिंगचिंग , ह्वांह्वां
यङयङ और नीनी है । यह सभी शुभंकर इस पेइचिंग ओलंपिक के यादगार प्रतीक बन गए हैं ।
इस बार पेइचिंग ओलंपिक चीन के छै शहरों के साथ हांगकांग में भी घुड़सवारी की प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी जो एक महान उपलब्धि है।
इस ओलंपिक महासमर के लिए जो 37 स्टेडियम बनाए गए हैं , वह बहुत ही खूबसूरत और खेल भावना से प्रेरित है।
मैं समझता हूं , पेइचिंग ओलंपिक सफलपूर्वक संपन्न होगी । इस मे बाधा पहुंचाने वाले लोगों की मंसा कभी सफल नहीं होगी ।
साझी दुनिया साझा सपना
इस ओलंपिक का नारा है।
दुनिया के सब खेलों का
ओलंपिक एक सहारा है ।
कोआथ रोहतास बिहार के संजय केशरी द्वारा भेजी ओलंपिक लेखन प्रतियोगिता के लिए कविता , शीर्षक है एशिया का मान सम्मान सब को दिखाएगा
चीन सभी देशों का शान बढ़ाएगा
ओलंपिक की कड़ी प्रतिस्पर्धा कराएगा
विश्व स्तरीय जन प्रवास सुरक्षा का जिमा निभाएगा
37 स्टेडियम का निर्माण चकाचक कराएगा
चीन भारत की दोस्ती सारी दुनिया को बताएगा
ओलंपिक उत्साह चीनी लोग जी जान से मनाएगा
एशिया का मान सम्मान सबको दिखाएगा
सभी देशों के ऊपर ओलंपिक में अपना बिगुल बजाएगा
आम जनों से दूर नहीं पेइचिंग ओलंपिक जल्द आएगा
देखेगी दुनिया मशाल हिमालय के शिखर पर चढ़ जाएगा
पेइचिंग ओलंपिक से विश्व का ध्यान केन्द्रित कराएगा
नम्बर वन की ताज चीन मिल जुल कर ले जाएगा।