2008-10-22 14:22:19

हर संत कहे साधु कहे, सच और साहस है जिस के मन में

राकेशः यह गीत था फिल्म "लगान" से और इसे सुनना चाहा था मदरसा रोड़ कोआथ रोहतास बिहार से हाशिम आजाद, आसिफ खान, अकरम हुसैन प्रिंस, बैगम शहनाज, रौशन आरा, अजमेरी रातुन, बाबू साजिद। और लबकुश रेड़ियो श्रोता संघ, बहादुरपुर, बरियारपुर, मुंगेर, बिहार से कुमार रामदेब पटेल, राधारानी खण्डेलबाल, पुष्पा श्रीवास्तव, अंजुझेती, सुनिता पटेल और अमित पटेल।

ललिताः इस अंतरिक्ष यात्रा से बच्चों और युवा लोगों की अंतरिक्ष के बारे में जानने की जिज्ञासा और बढ़ी है और अंतरिक्ष में अंतरिक्षयात्री कैसे रहेंगे, क्या खाएंगे, क्या पहनेंगे आदि सवाल पूछे जा रहे हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि अंतरिक्ष में भारहीनता की स्थिति होती है और अंतरिक्षयान में अंतरिक्षयात्रियों की सुरक्षा के लिए धरती जैसा वातावरण बनाए रखना पड़ता है। हालांकि वे भारहीन स्थिति में ही रहते हैं, पीने के लिए उन के फेथियन यानिकी पोशाक में एक नली लगी रहती है, जिस के माध्यम से वे पानी पी सकते हैं। खाना वेक्युम पैकेटों में बंद होता है, जिसे वे ऑवन में गर्म करके खा सकते हैं। पिसी हुई काली मिर्च या नमक जैसी चीज का प्रयोग नहीं किया जा सकता, क्योंकि भारहीनता की स्थिति में ये आप के मुंह में न जा कर केबिन में फैल जाएगी और सांस के माध्यम से आप के फेफड़ों में घुस जाएगी। और आप को छींकें आना शुरू हो जाएंगी। और छींक अंतरिक्षयात्री को पीछे की ओर धकेल कर फेंकेगी और अंतरिक्षयात्री यान की दीवार से टकराएगा और काफी नुकसान हो सकता है।

राकेशः तुम्हें तो बहुत जानकारी है अंतरिक्षयान की।

ललिताः क्यों नहीं, मैंने भी यह जानकारी शनचो 7 प्रक्षेपण के बाद पैदा हुई जिज्ञासा के कारण हासिल की है। और देश में बच्चे युवाओं को भी इस जानकारी में बहुत दिलचस्पी है।

राकेशः आशा है हमारे श्रोताओं को भी यह जानकारी उपयोगी लगी होगी।

राकेशः हमारे पास दो पत्र भी हैं हमारे श्रोताओं के। पहला पत्र है श्री चुन्नी लाल कैवर्त जी का। इन्हें ऑलंपिक के बारे में दी गई जानकारी रोचक लगी। लेकिन इन की शिकायत है कि नई फिल्मों के गीत हम क्यों नहीं सुनाते। मेरे विचार में बहुत से श्रोताओं की लम्बे समय से यह शिकायत रही है।

ललिताः चुन्नी लाल जी और बाकी सभी श्रोता भी इस बार यह महसूस कर रहें होंगे कि हम ने आप की शिकायत इस बार दूर करने की कोशिश की है। इस बार हम ने नई फिल्मों के गीत ही आप की पसंद पर पेश किए हैं और आगे भी हम नई फिल्मों के गीत हर कार्यक्रम में शामिल करेंगे। यह हमारा आप से वादा है।

राकेशः यह एक और पत्र है जिसे भेजा है बंगलादेश से मुहतरमा शम्मी अहमद कौल ने। और इस पत्र के माध्यम से वे अपने पति यानिकि अशर्फुल इस्लाम, जोकि अन्वेश रेडियो श्रोता संघ, किशोरगंज बंगलादेश के अध्यक्ष भी हैं को उन के जन्मदिन पर मुबारक बाद देना चाहती हैं। उन का जन्मदिन 13 अक्तूबर को है।

ललिताः बहन शम्मी अहमद कौल जी, आप के पति को हमारी ओर से भी जन्मदिन मुबारक। आशा है कि उन का आने वाला साल सफल रहे और हर ओर से उन्हें खुशियां मिलें। उन के लिए हमारी ओर से पेश है यह एक गीत।

राकेशः जोधा अकबर के इस गीत के साथ ही हमारा आज का कार्यक्रम समाप्त होता है। नमस्कार।

ललिताः नमस्कार।