2008-07-07 16:20:10

चीन में रेडियो प्रसारण

 राइपुर छत्तीसगठ आनंद मोहन बैइन पूछते हैं कि क्या चीन में एफ एम रेडियो की लाइसेंस प्रथा है?

जी हां, चीन में भी एफएम रेजियो की लाइसेंस व्यवस्था लागू है.पर यह लाइसेंस केवल राजकीय रेडियो संस्थाओं को दी जाती है.इस समय हमारा रेडियो यानी चाइना रेडियो इंटरनेशनल चीनी,अंग्रेजी,जर्मन,फ्रांसीसी और स्पेनिश में न्यज,सामयिक वार्ता और संगीत से ज़ुड़े 5 सेट एफएम कार्यक्रम प्रसारित करता है.

चीन में एफएम रेडियो की लाइसेंस व्यवस्था का उद्देश्य रेडियो बाजार का कारगर प्रबंध करना,संबंधित अनियमितता से बचना और सरकारी विचारों व निर्णयों को सुचारू ,सुरक्षित व सुनिश्चित रूप से श्रोताओं तक पहुंचाना है.

विजयवाड़ा आंध्र ब्रेदश की सुश्री रहमतुन्नीसा ने हम से चीन के इतिहास के बारे में बताने का अनुरोध किया है.कोआथ बिहार के प्रमोद कुमार केशरी और सनोज कुमार केशरी ने भी चीनी इतिहास जानने की इच्छा व्यक्त की.

बहन, वैसे ही आप जानती हैं कि चीन का पांच हजार सालों से अधिक पुराना इतिहास है.सो हमारे इस कार्यक्रम के इतने अल्प समय में उस का विस्तृत विवरण देना असंभव है.फिर भी हम आप के सामने चीन के इतिहास की एक पूरी रूपरेख प्रस्तुत करने की भरसक कोशिश करते हैं.

खुदाई से पता चल चुका है कि आज से कोई 9 हजार साल पहले ही चीन में मातृसत्तात्मक व्सवस्था स्थापित हुई थी.और इस के दौ हजार साल बाद पितृसत्तात्मक व्यवस्था प्रकाश में आई थी.चीन में दास-प्रथा ईसा से दो हजार एक सौ साल पहले कायम हुई थी.तब पहला राजवंश श्या स्थापित हुआ था.उस के पांच सौ साल बाद श्यांग राजवंश ने श्या राजवंश को नष्ट कर दिया और ईसा पूर्व 1027 मे पश्चिमी चो राजवंश ने श्यांग राजवंश का विनाश कर दिया.ईसा से 770 साल पूर्व पूर्वी चो राजवंश की स्थापना हुई.लेकिन इस के साथ ही छोटे-बड़े राज्य भी कायम हुए.और उन के बीच लड़ाइयां चलती रहीं.यह स्थिति तकरीबन साढ़े पांच सौ सालों तक बनी रही.ईसा से 227 साल पूर्व छिन राज्य ने अन्य 6 राज्यों को परास्त कर देश का एकीकरण किया.और पहला सामंती राजवंश छिन राजवंश स्थापित हुआ.यह मान्यता है कि संस्कृत में चीन शब्द इसी राजवंश के नाम छिन का ही रुपांतर है.इस राजवंश का प्रथम सम्राट शिह्वांगती यानी छिनशीह्वांग का चीन के इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है.ईसा से 206 साल में हान राजवंश की स्थापना हुई औऱ इसी दौरान विश्वविख्यात रेशम मार्ग प्रशस्त कर दिया गया,जिस ने चीन को मध्य व पश्चिमी एशिया यहां तक कि यूरोप के सथ भी जोड़ दिया था.हान राजवंश के बाद चिंग राजवंश ने देश पर 165 वर्षों तक शासन किया.इस के बाद चीन फिर दर्जनों छोटे-बड़े राज्यों में बंठ गया.विभाजन की यह अवस्था ईसवीं सन् 589 में समाप्त हुई,जब स्वे राजवंश के पहले सम्राट यांगती ने देश में अंतिम छोटे राज्य छन का विनाश कर दिया.ईस्वी सन् 618 में थान राजवंश की स्थापना हुई.यह चीन में एक स्वर्णिम काल था.इसी राजवंश के दौरान धर्माचार्य ह्ववेन सांग ने भारत की यात्रा की.थांग राजवंश की राजधानी छानआन यानी वर्तमान शीआन एक अंतर्राष्ट्रीय महानगर थी.थांग राजवंश 289 सालों तक अस्तित्व में बना रहा.उस के बाद सुंग राजवंश की स्थापना हुई.सन् 1271 में मंगोलों ने य्वान राजवंश की स्थापना की और चंगकेस्ख़ां प्रथम सम्राट बना.य्वान राजवंश के काल में तिबब्त चीन के नक्शे में शामिल किय गया और तब से देश का एक अभिन्न अंग बना रहा है.य्वान राजवंश ने देश पर 187 सालों तक शासन किया और सन् 1368 में उस के स्थान पर मिंग राजवंश कायम हुआ.मिंग राजवंश के दौरान चन-हो नामक एक दरबारी अधिकारी ने सात बार समुद्री यात्राएं कीं और उन्हों ने एशिया व अफ्रीका के भारत समेत तीसेक देशों में अपने पदचिंह छोड़े.आज के पेइचिंग शहर में जो पुराना राजप्रासाद मौजूद है,वह उसी दौरान बनवाया गया था.सन् 1644 में छिंग राजवंश ने 276 साल पुराने मिंग राजवंश का विनाश कर देश पर अपनी सत्ता कायम की.

छिंग राजवंश के अंतिम काल में चीन का पतन होने लगा और वह विदेशी ताकतों के उत्पीड़न और अत्याचार का शिकार बना था.

1911 में डाक्टर सुन यात-चेन के नेतृत्व में हुई क्रांति ने छिंग राजवंश सरकार का तख्ता उलट दिया औऱ चीन गणराज्य की स्थापना हुई,इस प्रकार चीन में दो हजार सालों से अधिक पुरानी सामंती व्यवस्था का खात्मा हुआ.

सन् 1949 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में चीन लोक गणराज्य कायम हुआ.अच्छा चीन का संक्षिप्त इतिहास यहीं तक.

आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के दिलशद हुसैन शाहीन फातिमा पूछते है कि चीन के प्रमुख दिवस कौन कौन से हैं? सासाराम बिहार के महम्मद असीफ़ ख़ान का सवाल इस से संबंधित है.सवाल है कि क्या चीन में अल्पसंख्यकों में त्यौहारों में सामूहिक छुट्टी का दिन होता है या नहीं?

चीनी लोग नववर्ष दिवस,मई श्रमिक दिवस औऱ राष्ट्रीय दिवस के अलावा वसंतोत्सव,मध्यशरद उत्सव,ग्रीष्म उत्सव,पितृपूजा और मातृपूजा दिवस आदि पारंपरिक त्यौहार भी मनाते हैं.सब से मह्त्वपूर्ण परंपरागत त्यौहार वसंतोत्सव है.यह चीनी पंचांग के अनुसार नववर्ष दिवस है.

चीन में वसंतोत्सव,मई श्रमिक दिवस और राष्ट्रीय दिवस के दौरान सरकार की ओर से हफ्ते भर की छुट्टियां दी जाती हैं.देश के अल्पसंख्यकों समेत सभी लोग इन छुट्टियों का आन्नद उठा सकते हैं.इस के अलावा हान लोगों को छोड़ अल्पसंख्यकों में उन के विशेष त्यौहारों में सामूहिक छुट्टी के दिन भी हैं.

भजनपूरा दिल्ली के मुकेश कुमार का सवाल है कि चाय पीने से किस तरह का फायदा मिलता?

भया,इस सवाल का जवाब चिकित्सकों की ओर से दिया जाना बेहतर होता है।चीन में प्राप्त एक चिकित्सीय रिपोर्ट के अनुसार दिल को दुरुस्त रखना हो,तो रोजाना ब्लेक टी की चुस्की लें।वह भी कम से कम तीन कप।चीनी शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन के बाद कहा कि प्रतिदिन तीन कप ब्लेट टी पीने से हृदयघात के खतरे को कम किया जा सकता है।यही नहीं, ब्लेक टी पीने वाले कई प्रकार के कैंसर से भी बचे रहते हैं।शोधकर्ताओं का कहना है कि इस के लिए फलैवोनाँयट्यस नामक एंटीआँक्सीडेट जिम्मेदार होते हैं।मालूम हो कि फलैवोनाँयट्यस

चाय में प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला रसायन है जो कि कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है।

उधर चाय से होने वाले फायदों पर अध्ययन करने वाले स्वीडिश शोधकर्ता इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि जो महिलाएं नियमित रूप सेचाय पीती हैं,उन में गर्भाशय कैंसर का खतरा चाय न पीने वाली महिलाओं की तुलना में काफ़ी कम होता है।पहले ही कई शोधों से यह साबित हो चुका है कि चाय कई तरह के कैसर से लड़ने में मददगार की भूमिका निभाती है।साथ ही चाय पीने से स्मृति बढती है।इस शोधकर्ता इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि चाय पीना महिलाओ के लिए इस मायने में अधिक फायदेमंद हैं कि इस से गर्भाशय में कैंसर होने का खतरा काफी कम हो जाता है।गर्भाशय व स्तन कैंसर से हर साल लाखों महिलाओ की मौत होती है।